हिमाचल में कोई गुटबाजी नहीं: प्रतिभा

कांग्रेस नेत्री ने की एक व्यक्ति, एक पद की वकालत

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
शिमला। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस द्वारा अपनी सभी इकाइयों को भंग करने के एक दिन बाद, प्रदेश कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा सिंह ने कहा कि वह राज्य में कांग्रेस सरकार बनने के बाद से ही एक व्यक्ति, एक पद की वकालत कर रही थीं। बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने पार्टी में नई जान फूंकने के लिए पीसीसी, जिला और ब्लॉक इकाइयों सहित प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भंग कर दिया।
उन्होंने कहा, पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं है और मैंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ मिलकर उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और अन्य वरिष्ठ नेताओं से परामर्श के बाद इकाइयों को भंग करने के लिए पार्टी हाईकमान को पत्र लिखा था। सिंह ने कहा, मैंने पहले भी कांग्रेस विधायक दल की बैठक में एक व्यक्ति, एक पद का मुद्दा उठाया था और कहा था कि संगठन में कांग्रेस के नेता जो अब सरकार का हिस्सा हैं, उन्हें खुद ही अपने पद छोड़ देने चाहिए और अपने प्रतिस्थापन के लिए सुझाव देने चाहिए। उन्होंने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से सलाह ली जाएगी और उनके सुझावों पर विचार किया जाएगा कि वे किसे पदों पर देखना चाहते हैं ताकि वे राज्य में कांग्रेस को मजबूत करने के लिए एकजुट होकर काम करें। उन्होंने कहा कि निष्क्रिय नेताओं की जगह मेहनती लोगों को लाया जाएगा जो पार्टी के काम के लिए अधिक समय दे सकें और वरिष्ठ नेताओं, महिलाओं, युवाओं, एससी, एसटी और ओबीसी को राज्य कांग्रेस कार्यसमिति में जगह दी जाएगी। नवंबर 2022 में पहाड़ी राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से पीसीसी में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

छोटी होगी कांग्रेस की नई कार्यकारिणी

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि सभी वरिष्ठ नेताओं की सहमति से नई कार्यकारिणी गठित होगी। यह बहुत लंबी नहीं होगी। महिलाओं और युवाओं को इसमें प्राथमिकता दी जाएगी। पार्टी और संगठन में दोनों जगह नेताओं को तैनाती नहीं दी जानी चाहिए। वह खुद वन मैन-वन पोस्ट की हिमायती है। लिहाजा नई कार्यकारिणी के गठन के वक्त इसका ध्यान रखा जाएगा। नई कार्यकारिणी में कार्यकारी अध्यक्ष होंगे या नहीं इसको लेकर वरिष्ठ नेताओं से चर्चा की जाएगी। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन शिमला में प्रेस वार्ता कर प्रतिभा ने कहा कि सरकार और संगठन में से एक ही पद देने और कार्यकारी अध्यक्षों की जरूरत पर भी चर्चा की जाएगी।

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