जनता की जेब पर सरकार की नजर, पैन 2.O से डेढ़ लाख करोड़ की करेगी वसूली!
भाजपा सरकार दो हजार चौदह में जब से सत्ता में आई है... तब से आम जनता की कमर तोड़ कर रख दिया है... बेरोजगारी ने रिकार्ड तोड़ दिया है...
4पीएम न्यूज नेटवर्कः भाजपा सरकार दो हजार चौदह में जब से सत्ता में आई है… तब से आम जनता की कमर तोड़ कर रख दिया है… बेरोजगारी ने रिकार्ड तोड़ दिया है… और भाजपा राज में आम लोगों की कमाई तो लगातार घट रही है…. और खर्चे बढ़ रहे हैं…. बता दें कि दो हजार सोलह में सरकार की नोटबंदी ने जनता को परेशान किया… और जनता को अपने रूपये बदलने के लिए लाइनों में लगना पड़ा कई लोगों के रूपये तो नहीं बदले गए… लेकिन उनकी जान तक चली गई… वहीं नोट बंदी के मोदी सरकार ने जीएसटी लगाकर व्यापारियों की कमर तो तोड़ दी थी…. और अब आम आदमी भी सरकार के चक्रव्यूह में फंसने वाला है…. आपको बता दें कि मोदी सरकार ने पब्लिक से पाई-पाई का हिसाब लेने का मंसूबा बनाया है…. जिसके चलते मोदी सरकार पैन 2.0 योजना को मंजूरी दे दी है…. बता दें कि इस योजना के चलते सभी के पैन कार्ड में क्यूआर कोड जारी हो जाएगा…. जिसके बाद क्यूआर स्कैन करते ही… पैन धारक की सभी डिटेल आपको सामने आ जाएगी… वहीं आज के आधुनिक युग में सारा काम डिजिटल हो गया है… और आम जनता कितना खर्च कर रही है… और उसकी आमदनी कितनी है… और वह किचना खर्च करता है… और किताना कमाता है… का सारा व्योरा सरकार अब जानना चाहती है… जिसके चलते रोज नए-नए नियम लेकर आती है…
इसी कड़ी में मोदी सरकार पैन 2.0 लेकर आई है… जिसके चलते आम जनता कोई भी डिजिटल ट्रांजक्शन करेगी… उसका नोटिफिकेशन तुरंत आईटी विभाग को पहुंच जाएगा… और आईटी विभाग उसके अनुसार आम जनता से टैक्स की वसूली करेगी… और अपना जेब भरेगी… बता दें कि भाजपा सरकार में जनता महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार का पहले से दंश झेल ही रही थी… और किसी तरह से अपना गुजारा कर रही थी… इस बीच सरकार अपना जेब भरने के लिए जनता से वसूली करने के लिए एक बार फिर से नई स्कीम लेकर आई है… जिसके माध्यम से आम जनता से करीब ढ़ेढ लाख करोड़ रूपये वसूली करने का प्लान है… बता दें कि दो हजार चौदह में सत्ता में आने के बाद से मोदी जी ने जनता के लिए कोई भी काम नहीं किया है… सिर्फ अपने जुमलो के जरिए आम जनता को बेवकूफ बनाने का काम किया है…
आपको बता दें कि जनता से अवैध वसूली का यह काम पैन 2.0 योजना के तहत किया जाएगा…… वहीं सरकार ने इस योजना को मंजूरी दे दी है…. इस योजना के लागू होने के बाद हर अकाउंट पर सरकार की सीधी नजर होगी….. आम आदमी द्वारा किया गया हर ट्रांजेक्शन का अलर्ट आईटी को तुरंत मिल जाएगा…,,, मिली जानकारी के अनुसार, केंद्र सरकार पैन 2.0 के तहत नया पैन कार्ड जारी करने वाली है… इसमें नंबर तो वही पुराना रहेगा….. पर कार्ड में क्यूआर कोड जैसे नए फीचर जुड़नेवाले हैं….. इस क्यूआर कोड को स्वैप करते ही यूजर की सारी जानकारी सामने आ जाएगी….. बताया जा रहा है कि इस योजना पर करीब पंद्रह सौ करोड़ रुपए खर्च होने वाले हैं…. और सरकार इसके जरिए करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपए की वसूली की मंशा बनाए बैठी है….
बता दें कि पैन 2.0 के माध्यम से सरकार आम जनता की कमाई का पंचनामा करेगी… और क्यूआर कोड को स्कैन करने पर व्यक्ति की फोटो, सिग्नेचर, नाम, पिता का नाम, माता का नाम और जन्मतिथि की जानकारी मिलेगी….. इसके लिए नया पैन कार्ड अलग से बनवाने की जरूरत नहीं है…. आपका पुराना पैन कार्ड ही अपग्रेड हो जाएगा… और आपको अपके पते पर नया क्यूआर लगा पैन कार्ड भेज दिया जाएगा… और आप आधार कार्ड की तरह ही पैन कार्ड भी अपने ई-मेल आईडी पर भी प्राप्त कर सकते हैं…. और फिजिकल पैन कार्ड के लिए आपको पचास रूपये का शुल्क देना होगा… वहीं इतना सब कुछ करने के बाद सरकार पता लगाएगी… कि आप कितना खर्चा करते हैं…. और ऑनलाइन ट्रॉजक्शन करते ही… आपका सारा डिटेल सरकार के पास पहुंच जाएगा…. आपको बता दें कि इससे पहले भी नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी कई बार दावा कर चुके हैं… सरकार आपकी जाजूसी करा रही है… देश की प्रत्येक जनता की जासूसी सरकार के द्वारा कराई जा रही है… आपकी कॉल से लेकर सारा कुछ सरकार को पता है….
वहीं केंद्र सरकार ने देशभर में पैन 2.0 शुरू करने एलान किया है…. यह नया पैन कार्ड आपकी कमाई का पंचनामा करेगा…. यानी आपने कितना कमाया और कितना खर्च किया…. इस बात की पूरी जानकारी इनकम टैक्स विभाग को तुरंत पहुंच जाएगी…. इस नए पैन कार्ड 2.0 में क्यूआर कोड होगा….जसे स्वैप करते ही यूजर की सारी जानकारी सामने आ जाएगी…. इसके लिए सरकार करीब पंद्रह सौ करोड़ रुपए खर्च करेगी…. और जनता से करीब डेढ़ लाख रूपये की वसूली करेगी….
सरकारी दावे के अनुसार, इसका मकसद पैन कार्ड की प्रक्रिया को आसान और सुरक्षित बनाना है….. आपको बता दें कि देश में करीब सत्तर करोड़ पैन कार्ड हैं…. पैन कार्ड 2.0 एक नई प्रणाली है…. जो पैन कार्ड से जुड़ी सभी जानकारियों को एक ही जगह पर लाएगी…. अब तक पैन से जुड़े कामों के लिए अलग-अलग वेबसाइट्स थी….. लेकिन अब एक ही वेबसाइट पर सभी काम हो सकेंगे…. इसमें पैन कार्ड बनवाना, अपडेट करना, सुधार करना, आधार से लिंक करना, दोबारा जारी करवाना…. और पैन कार्ड की वैलिडिटी चेक करना जैसे काम शामिल हैं… क्यूआर कोड पैन कार्ड की जानकारी को वेरिफाई करने में मदद करता है…. जहां तक क्यूआर कोड का सवाल है… तो वह दो हजार सत्रह- अट्ठारह से ही पैन कार्ड में आ रहे हैं….. मगर अब ये अनिवार्य हो जाएंगे….. अब ये डायनामिक होंगे यानी इनमें पैन डेटाबेस की लेटेस्ट जानकारी दिखेगी…. क्यूआर कोड को स्वैप करने पर व्यक्ति की फोटो, सिग्नेचर, नाम, पिता का नाम, माता का नाम और जन्मतिथि की जानकारी मिलेगी…. इसके लिए नया पैन कार्ड अलग से बनवाने की जरूरत नहीं है…. पुराना पैन कार्ड वैध रहेगा….
वहीं बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के क्यूआर कोड के साथ पैन कार्ड को नए डिजाइन में अपग्रेड किया जा सकता है….. हालांकि, अगर फिजिकल कार्ड चाहिए तो आवेदन करना होगा…. और इसके लिए पचास रुपए का भुगतान करना होगा….. पैन कार्ड पर क्यूआर कोड न होने से उसकी वैधता प्रभावित नहीं होगी…. इनकम टैक्स एक्ट, उन्नीस सौ इकसठ के प्रावधानों के मुताबिक, कोई भी व्यक्ति एक से ज्यादा पैन कार्ड नहीं रख सकता है…. वहीं अगर किसी व्यक्ति के पास एक से ज्यादा पैन है…. तो उसे अपने अधिकार क्षेत्र के निर्धारण अधिकारी को इसकी सूचना देना होगा…. और अतिरिक्त पैन को डिलीट या डिएक्टिवेट करवाना होगा….
आपको बता दें कि पैन 2.0 प्रोजेक्ट के तहत क्यूआर कोड आधारित एडवांस्ड सिस्टम लागू होने से नकली कार्ड की पहचान आसान हो जाएगी…. और टैक्सपेयर एक से ज्यादा पैन कार्ड नहीं रख पाएंगे…. हालांकि, नई व्यवस्था शुरू होने पर भी मौजूदा पैन कार्ड वैध बने रहेंगे…. और टैक्सपेयर को नए कार्ड के लिए अप्लाई करने की जरूरत नहीं होगी…. पैन 2.0 प्रोजेक्ट का उद्देश्य सरकारी एजेंसियों के सभी डिजिटल सिस्टम के लिए एक ‘समान व्यवसाय पहचानकर्ता’ तैयार करना है….. पैन नंबर, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट द्वारा जारी किया जाने वाला दस अंकों का एक यूनीक अल्फान्यूमेरिक नंबर है….. ये नंबर संख्या भारतीय टैक्सपेयर्स को खासतौर पर जारी किया जाता है….. सीबीडीटी की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य पैन और टैन जारी करने… और उनके मैनेजनेंट के प्रोसेस को बेहतर तरीके से मैनेज करना और आधुनिक बनाना है….. ये प्रोजेक्ट कई डिजिटल प्लेटफॉर्म के एकीकरण और पैन/टैन होल्डर्स के लिए कुशल सेवाओं पर ध्यान केंद्रित करती है…. इस प्रोजेक्ट में टैक्स कटौती और संग्रह खाता संख्या को भी समाहित किया जाएगा…. इस समय करीब अठहत्तर करोड़ पैन और तिहत्तर लाख अट्ठाईस टैन अकाउंट मौजूद हैं….. आयकर विभाग की टॉप संस्था सीबीडीटी ने कहा कि पैन से जुड़ी सेवाएं तीन अलग मंच- ई फाइलिंग पोर्टल, यूटीआईआईटीएसएल पोर्टल और प्रोटीन ई-गवर्नेंस पोर्टल पर मौजूद हैं…. लेकिन पैन 2.0 के लागू होने पर ये सभी सेवाएं एक एकीकृत पोर्टल पर उपलब्ध होंगी….
वहीं एकीकृत पोर्टल की मदद से पैन कार्ड आवेदन, उसमें सुधार और आधार को पैन से जोड़ने के अनुरोध के अलावा कार्ड का ऑनलाइन वैरिफिकेशन भी किया जा सकेगा….. सीबीडीटी ने कहा है कि मौजूदा पैन होल्डरों को नए कार्ड के लिए आवेदन करने की जरूरत नहीं होगी…. और उन्हें उसी स्थिति में आवेदन करना होगा…. जब उन्हें अपनी डिटेल्स को अपडेट करना हो…. नई व्यवस्था के तहत जारी होने वाले पैन कार्ड क्यूआर कोड से लैस होंगे जिससे कार्ड में दर्ज डिटेल्स का वैरिफिकेशन डिजिटल माध्यम से किया जा सकेगा…. इससे नकली आवेदनों पर लगाम लगाई जा सकेगी…. और कोई व्यक्ति एक से ज्यादा कार्ड नहीं रख पाएगा…. हालांकि, सीबीडीटी ने ये स्पष्ट किया है कि पैन पर क्यूआर कोड की सुविधा कोई नई बात नहीं है… और ये दो हजार सत्रह- अट्ठारह से ही पैन कार्ड पर मौजूद है…. लेकिन पैन 2.0 प्रोजेक्ट में क्यूआर कोड डाइनैमिक सुविधा से लैस होगा… जिससे पैन डेटाबेस में मौजूद लेटेस्ट डेटा भी देखे जा सकेंगे….. इनमें फोटो, सिग्नेचर, नाम, माता-पिता के नाम और जन्मतिथि की जानकारी शामिल है….
आपको बता दें कि सीबीडीटी ने कहा कि बिना क्यूआर कोड वाले पुराने पैन कार्ड रखने वाले टैक्सपेयर्स के पास क्यूआर कोड से युक्त नए कार्ड के लिए आवेदन करने का विकल्प होगा…. इसके साथ ही FAQs में स्पष्ट किया गया है कि नई व्यवस्था शुरू होने के बाद भी व्यक्तियों…. और व्यवसायों के पास मौजूद पैन वैलिड रहेगा…. और उन्हें उसे बदलने की कोई जरूरत नहीं होगी…. हालांकि, भौतिक पैन कार्ड पाने के लिए आवेदक को पचास रुपये की फीस देनी होगी…. पैन में दर्ज व्यक्तिगत आंकड़ों की सुरक्षा के लिए इन आंकड़ों का उपयोग करने वाली सभी संस्थाओं के लिए ‘पैन डेटा वॉल्ट सिस्टम’ अनिवार्य होगा… साथ ही पैन 2.0 के तहत शिकायत निवारण प्रणाली को भी मजबूत किया जाएगा….