साहेब से लेकर सरकार बाबा साहब के द्वार
राहुल गांधी की लाल किताब और अखिलेश यादव के पीडीए से डरी बीजेपी बाबा साहब का परिनिर्वाण दिवस किया हाईजैक !
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ । राहुल गांधी की संविधान वाली लाल किताब और अखिलेश यादव के पीडीए से डरी भाजपा ने बाबा साहब के परिनिवार्ण दिवस पर बूथ स्तर पर बड़े कार्यक्रम कराने के लिए मजबूर हो गयी। कार्यक्रमों मे सीएम योगी से लेकर संगठन मंत्री तक की डयूटी लगाई गयी। यही नहीं कार्यक्रम से पहले सभी के लिए जरूरी कर दिया गया गया कि वह संविधान की प्रस्तावना का वाचन जरूर करे। आज बाबा साहब का परिनिर्वाण दिवस बड़ी धूम धाम से मना लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ और प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की पुण्यतिथि पर विभिन्न कार्यक्रमों में सम्मिलित हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने बुलन्दशहर में बाब साहब को नमन किया।
राजनीति में बस आप को मुद्दों की लकीर को थोड़ा सा गाढ़ा करना होता है। ठीक वैसे ही जैसे आज भारतीय जनता पार्टी ने किया। बीजेपी में बाबा साहब परिनिर्वाण दिवस की तैयारियां चुपचाप पिछले कई दिनों से चल रही थी। इस दिवस पर बड़ा मैसेज देने के लिए बीजेपी ने साहेब से लेकर सरकार तक की ड्यूटी छोटे-बड़े कार्यक्रमों में लगा दी। बीजेपी किसी भी कीमत पर अलिखेश यादव के पीडीए मुददे में सेंध लगाना चाहती है। वह इस मुददे की हवा निकाल कर यह बताना चाहती है कि बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के बताये रास्ते और संविधान पर सिर्फ वहीं चल रही है।
पीएम मोदी से लेकर जेपी नड्डा तक ने किया याद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने उनको याद किया और श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा अंबेडकर के संघर्ष को याद करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक तस्वीर शेयर की और लिखा, महापरिनिर्वाण दिवस पर हम संविधान निर्माता और सामाजिक न्याय के प्रतीक डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर को नमन करते हैं। समानता और मानवीय गरिमा के लिए डॉ. अंबेडकर का अथक संघर्ष पीढिय़ों को प्रेरित करता रहेगा। आज, जब हम उनके योगदान को याद करते हैं, तो हम उनके सपने को पूरा करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता भी दोहराते हैं। इस साल की शुरुआत में मुंबई में चैत्य भूमि की अपनी यात्रा की एक तस्वीर भी साझा कर रहा हूँ। जय भीम! केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बाबा अंबेडकर को सामाजिक न्याय का प्रणेता बताया। उन्होंने एक्स पर लिखा, सामाजिक न्याय के प्रणेता, भारतीय संविधान के शिल्पकार और भारत रत्न से सम्मानित डॉ. बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर जी के महापरिनिर्वाण दिवस पर उन्हें सादर नमन। बाबासाहेब ने भारतीय समाज में समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व के सिद्धांतों को स्थापित किया और हर भारतीय के सपने को अधिकारों और अवसरों में बदलने का मार्ग दिखाया। उनके मार्गदर्शन में बना भारतीय संविधान, हमारे लिए केवल एक दस्तावेज नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण का मूल मंत्र है। बाबासाहेब के आदर्शों व सिद्धांतों को साकार करने की दिशा में हम निरंतर कार्य करते रहेंगे।
बीजेपी की जबर्दस्त तैयारी मंत्रियों की जिम्मेदारी
प्रदेश महामंत्री अनूप गुप्ता के मुताबिक केन्द्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल आगरा केन्द्रीय मंत्री बीएल वर्मा बदायूं में बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की पुण्यतिथि पर विभिन्न कार्यक्रमों में सम्मिलित होकर संविधान निर्माता को कृतज्ञ नमन किया। प्रदेश मंत्री शंकर लोधी ने बताया कि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने लखनऊ में, स्वतंत्र देव सिंह ने फिरोजाबाद में, सुरेश खन्ना ने लखनऊ में, रामकेश निषाद ने बांदा, मनोहर लाल मन्नूू ने ललितपुर, रविन्द्र जायसवाल ने वाराणसी, गिरीश चन्द्र यादव ने जौनपुर में, विजय लक्ष्मी ने देवरिया में, राकेश सचान ने कानपुर देहात, अजीत पाल कानपुर देहात, प्रतिभा शुक्ला कानपुर देहात, लक्ष्मीनारायण मथुरा, बेबी रानी मौर्य आगरा, संदीप सिंह अलीगढ, जसवंत सैनी सहारनपुर, ब्रजेश सिंह सहारनपुर, सुनील शर्मा गाजियाबाद, नरेन्द्र कश्यप गाजियाबाद , सोमेन्द्र तोमर मेरठ, गुलाब देवी संभल में बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर जी की पुण्यतिथि पर विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुए।
भूकंप के बाद सुनामी की आहट, दहला कैलिफोर्निया
तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.0 दर्ज की गई
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। उत्तरी कैलिफोर्निया के कुछ हिस्सों में 7.0 तीव्रता का भूकंप आया, जिसके बाद अस्थायी रूप से सुनामी की चेतावनी जारी करनी पड़ी। उत्तरी कैलिफोर्निया और सैन फ्रांसिस्को खाड़ी के कुछ तटीय क्षेत्रों को खाली भी कराना पड़ा।
युनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक नॉर्दर्न कैलिफोर्निया के तटीय क्षेत्र में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.0 दर्ज की गई। भूकंप के यह झटके स्थानीय समय के अनुसार गुरुवार की सुबह 10.44 बजे महसूस किए गए हैं। शुरुआत में इसकी तीव्रता 6.6 बताई गई लेकिन बाद में इसे अपग्रेड कर 7.0 बताया गया। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, भूकंप का केंद्र 0.6 किलोमीटर की गहराई पर था।
ये उत्तरी कैलिफोर्निया के हम्बोल्ट काउंटी के 1,000 से अधिक की आबादी वाले शहर फर्नडेल से लगभग 100 किमी उत्तर-पश्चिम में के एक तटीय क्षेत्र में आया। भूकंप आने के कुछ ही मिनटों बाद यूएस नेशनल वेदर सर्विस द्वारा कैलिफोर्निया के 5.3 मिलियन लोगों के लिए सुनामी की चेतावनी जारी की गई। इसे लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया जो मामूली नुकसान को लेकर सतर्क करता है। हालांकि बाद में इसे वापस भी ले लिया गया। भूकंप के झटकों का असर सैन फ्रांसिस्को तक भी पहुंचा। जिसकी वजह से सैन फ्रांसिस्को और ऑकलैंड को जोडऩे वाली पानी के नीचे की सुरंग के माध्यम से गुजरने वाली सभी पारागमन सेवाओं को अस्थायी रूप से रोक दिया गया।
लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर स्लीपर बस और टैंकर में भिड़ंत, छह लोगों की मौत, 40 से अधिक घायल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कन्नौज। जिले के सकरावा थाना क्षेत्र में शुक्रवार दोपहर एक बजे लखनऊ से दिल्ली जा रही सवारियों से भरी स्लीपर बस से टैंकर की टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों वाहन डिवाइडर से टकराकर पलट गए। हादसे में करीब 40 लोग घायल हुए हैं।
इसमें करीब छह लोगों की मौत की भी बात सामने आ रही है। रास्ते से गुजर रहे जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने काफिल रोककर हादसे की जानकारी ली। घायलों को मेडिकल कालेज तिर्वा और सैफई रेफर किया गया है।
शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच के लिए निकले किसान
आंसू गैस के गोलों के बीच आगे बढ़ रहे किसानों को हरियाणा पुलिस ने रोका, जोश में 2 बैरिकेड पार कर गये किसान
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। शम्भू बार्डर से 101 किसानों के मरजीवड़ा जत्थे का दिल्ली कूच शुरू हो चुका है। ये पैदल मार्च शंभू बॉडर से शुरू हुआ है। किसानों के मार्च को देखते हुए सुरक्षा बेहद कड़ी की गई है। हालांकि, जिला प्रशासन ने कहा है कि धारा 163 लागू होने के चलते जिले में पांच या अधिक व्यक्तियों की किसी भी गैरकानूनी सभा पर रोक है। यही नहीं पैदल, वाहन या अन्य साधनों के इस्तेमाल पर भी रोक लगा दी गयी है।
किसानों का इन प्रतिबंधों का कोई असर देखने को नहीं मिला। और किसान पूरी ताकत के साथ आगे बढे। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े? जिससे आधा दर्जन किसानों के घायल होने की खबर आ रही है। खबर लिखे जाने तक अपनी जिद पर अड़े किसान आगे बड़ रहे हैं। किसानों को दो बैरीकेड पार कर लेने के बाद हरियाणा पुलिस और पैरामिलेट्री के बैरिकेड पर रोक लिया गया है। किसान आगे जाने के लिए बा जिद हैं।
किसानों का कहना है कि सिर्फ 101 किसान पैदल दिल्ली जा रहे हैं और उन्हें जाने दिया जाए। हालांकि 101 किसानों के दिल्ली कूच से संयुक्त किसान मोर्चा ने खुद को अलग कर लिया है। भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी का कहना है कि इस पैदल मार्च के लिए उनसे संपर्क नहीं किया गया है और न ही उनसे सलाह ली गई। इसलिए वे इस पैदल मार्च में शामिल नहीं होंगे।
क्या हैं मांगें ?
एमएसपी के अलावा, किसान कृषि लोन माफी, किसानों और खेत मजदूरों के लिए पेंशन, बिजली दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं, पुलिस मामलों (किसानों के खिलाफ) को वापस लेने और 2021 के लखीमपुर खीरी हिंसा के पीडि़तों के लिए न्याय की भी मांग कर रहे हैं। भूमि अधिग्रहण अधिनियम, 2013 को बहाल करना और 2020-21 में पिछले आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा देना भी उनकी मांगों का हिस्सा है।