बिपिन रावत को ले जा रहा हेलिकॉप्टर क्रैश
तमिलनाडु में हादसा, 4 शव बरामद, बचाव कार्य जारी
- हेलिकॉप्टर में सीडीएस रावत की पत्नी समेत कई लोग थे सवार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। तमिलनाडु के कुन्नूर में आज बड़ा हादसा हो गया। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत अन्य अधिकारियों को ले जा रहा सेना का हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया है। हादसे के तुरंत बाद राहत एवं बचाव अभियान शुरू हो गया है। खबर लिखे जाने तक चार शव बरामद कर लिए गए हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए भारतीय वायु सेना ने जांच के आदेश दिए हैं।
कहा जा रहा है कि कुन्नूर में क्रैश हुए सेना के हेलिकॉप्टर में सिर्फ सीडीएस बिपिन रावत ही नहीं थे, बल्कि उनकी पत्नी समेत 12 से 14 लोग सवार थे। फिलहाल अभी सेना ने कोई बयान नहीं जारी किया है। हेलिकॉप्टर क्रैश की खबर मिलते ही रक्षा मंत्रालय ने इमरजेंसी बैठक बुलाई हैं। इसमें इस घटना पर गहन मंथन किया जाएगा। पीटीआई के अनुसार जहां हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ है, वह पूरा इलाका जंगल वाला है। वहीं, जिन लोगों को बचाया गया है, उन्हें पास के अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया है। खबर ये भी है कि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह घटना स्थल का दौरा कर सकते हैं।
हादसे की वजह अभी साफ नहीं
एक लेक्चर सीरीज के लिए सीडीएस बिपिन रावत ऊटी वेलिंगटन गए थे। उनके साथ उनकी पत्नी और ब्रिगेडियर रैंक के अधिकारी भी थे। जैसे ही हेलिकॉप्टर ने उड़ान भरी, थोड़ी देर बाद ही हादसा हो गया। वहीं, हादसे की वजह अभी साफ नहीं हो सकी है। जब वीवीआईपी हेलिकॉप्टर में होते हैं, उस समय हेलिकॉप्टर को उड़ाने के नियम काफी अलग होते हैं। कहा जा रहा है कि सेना की कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी में आने वाले समय में हादसे की वजह पता चल सकेगी।
यूपी चुनाव से पहले कांग्रेस का घोषणा पत्र ‘शक्ति विधान’
सरकार बनी तो नौकरियों में महिलाओं को 40 फीसदी आरक्षण : प्रियंका
- महिलाओं को टिकट में ज्यादा मौके देने का भी किया वादा
- थानों में पीडि़ता की एफआईआर नहीं दर्ज करने पर दस दिन में ही थाना प्रभारी होंगे सस्पेंड
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। चुनाव से पहले यूपी कांग्रेस ने मास्टर स्ट्रोक खेला है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की राष्टï्रीय महासचिव व यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने यूपी कांग्रेस कमेटी कार्यालय में आज पार्टी का महिला घोषणापत्र जारी किया। इसे शक्ति विधान नाम दिया गया है। घोषणा पत्र को लॉन्च करते हुए प्रियंका ने कहा कि देश के राजनीतिक इतिहास में पहली बार महिलाओं पर केंद्रित घोषणापत्र जारी किया जा रहा है। घोषणा पत्र को छह हिस्सों में बांटा गया है- स्वाभिमान, स्वावलंबन, शिक्षा, सम्मान, सुरक्षा और सेहत।
उन्होंने कहा आज की महिला लडऩा चाहती है। हमने उसी भावना को ध्यान में रखते हुए इस घोषणापत्र को बनाया है। प्रियंका वाड्रा ने ऐलान किया कि यूपी में कांग्रेस की सरकार बनी तो सरकारी नौकरियों में 40 प्रतिशत महिलाओं को आरक्षण देंगे। संसद और विधानसभाओं में महिलाओं का प्रतिनिधित्व अभी 14 प्रतिशत से भी कम है। जब महिलाओं को टिकट में ज्यादा मौके मिलेंगे तो यह प्रतिशत बढ़ेगा। प्रियंका ने कहा 20 लाख महिलाओं को नौकरी जी जाएगी। उन्होंने कहा 50 प्रतिशत तक महिलाओं को नौकरी देने वाले व्यवसायों को कर में छूट और सहायता मिलेगी। जो व्यवसाय महिलाएं संचालिक करेंगी उसे सस्ते दर पर ऋ ण और टेक्स रिफंड के लिए फंड उपलब्ध कराया जाएगा। कामकाजी महिलाओं को लिए प्रदेश के 25 शहरों में सुरक्षित और नवीनतम सुविधाओं वाले हास्टल बनाए जाएंगे। प्रियंका ने कहा थानों में पीडि़ता की एफआईआर नहीं दर्ज करने पर दस दिन में ही थाना प्रभारी सस्पेंड होंगे।
महिलाओं पर केंद्रित घोषणा पत्र में ये किए वादे
स्नातक पास लडक़ी को स्कूटी मिलेगी। महिला द्वारा संचालित छोटे व्यापारों में टैक्स से छूट मिलेगी। बस में फ्री यात्रा मिलेगी। विधवा को 500 रुपए पेंशन। गरीब महिलाओं को फ्री इंटरनेट। आवासीय खेल अकादमी बनवाई जाएंगी। पुलिस बल में 25 प्रतिशत महिलाओं को नौकरी। दुष्कर्म जैसी शिकायत में नियमों का पालन न होने पर अधिकारी का दस दिन में निलंबन। हर जिले में महिलाओं के लिए मुफ्त कानूनी मदद। कोई भी बीमारी हो 10 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज। मासिक धर्म से संबंधित दवाओं की मुफ्त आपूर्ति होगी। हर एक सीएचसी में स्वस्थ शिक्षा केंद्र होगा, डॉक्टर भी महिला ही होंगी। थानों में भी महिला कोतवाल होगी।
किसानों और सांसदों के निलंबन पर केंद्र सरकार पर सोनिया गांधी का हमला
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कीमतों में वृद्धि, किसानों की मांगों और सीमा पर तनाव को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी देश के सामने आने वाली चुनौतियों पर संसद में चर्चा पर जोर देगी। कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) की बैठक में पार्टी सांसदों को संबोधित करते हुए उन्होंने नगालैंड में 14 नागरिकों की हत्या पर भी गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इन पीडि़त परिवारों के लिए न्याय जल्द से जल्द सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
मुकदमे वापस लेते ही खत्म हो सकता है किसान आंदोलन
- किसान संगठन बोले- सरकार को मामलों को वापस लेने की समय सीमा घोषित करनी चाहिए
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के खत्म होने में मंदसौर गोली कांड का पेंच फंस गया है। किसान संगठनों ने सरकार से शर्त रख दी कि जब तक किसानों के खिलाफ सारे मामले वापस नहीं लिए जाएंगे, तब तक आंदोलन वापस नहीं लिया जाएगा। सरकार से बात करने के लिए बनी पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य अशोक धवले ने कहा कि मंदसौर गोलीकांड के सार सल बीतने के बाद भी किसानों के खिलाफ दर्ज केस वापस नहीं लिए गए, जबकि सरकार ने यह आश्वासन दिया था।
ऑल इंडिया किसान सभा के दफ्तर में संयुक्त किसान मोर्चा की पांच सदस्यीय कमेटी की बैठक शुरू हो गई है। दोपहर साढ़े तीन बजे के बाद सिंघु बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में आगामी निर्णय लिया जाएगा। उम्मीद है कि आज ही आंदोलन समाप्ति का एलान हो सकता है। किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि किसानों का विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार हमारी सभी मांगों को स्वीकार नहीं कर लेती। अगर हम अपना विरोध वापस ले लेते हैं लेकिन वे मामले वापस नहीं लेते तो हमारे लिए समस्या हो जाएगी। सरकार को मामलों को वापस लेने की समय सीमा घोषित करनी चाहिए।