सप्ताह के पहले ही दिन बाजार का बुरा हाल, 3.40 लाख करोड़ रुपए निवेशकों के डूबे

मुंबई। शेयर बाजार में जारी भूचाल खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है. भारतीय शेयर बाजार में बीते कारोबारी हफ्ते में बड़ी गिरावट देखने के बाद सोमवार को शेयर मार्केट लाल निशान में खुला. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स खुलने के साथ ही 500 अंक से ज्यादा ज्यादा टूट गया जबकि निफ्टी 159 अंक टूटकर खुला. इस बीच शुरुआती कारोबार में लार्जकैप में शामिल 30 में से 29 शेयरों की शुरुआत भी गिरावट के साथ हुई. सबसे ज्यादा गिरावट जोमैटो के शेयर में देखने को मिली. शेयर बाजार पर एक बार फिर से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ लगाने की धमकी का असर देखने को मिला है.
बीएसई का सेंसेक्स सोमवार को अपने पिछले बंद 75,311.06 की तुलना में फिसलकर 74,893.45 के लेवल पर खुला और कुछ ही देर में गिरावट तेज हो गई जिस सेंसेक्स फिसलकर 74,730 के स्तर पर पहुंच गया. वहीं दूसरी तरफ निफ़्टी भी अपने पिछले बंद 22,795.90 के स्तर से टूटकर 22,609.35 के लेवल पर खुला और मिनटों में सेंसेक्स के कदम से कदम मिलाकर 200 अंक टूटकर 22,607 के लेवल तक गिर गया.
शेयर बाजार में गिरावट इतनी तेज थी कि महज 5 मिनट में बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट करीब 3.40 लाख करोड़ रुपये डूब गया. ग्लोबल मार्केट में गिरावट के बीच अब ब्राडर मार्केट में भी हाहाकार की स्थित रही. क्चस्श्व के सभी सेक्टोरल इंडेक्स भी लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं.
सुबह 9.20 बजे के करीब, बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप घटकर 398.80 लाख करोड़ रुपये पर आ गया. इस तरह लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप सोमवार को बाजार खुलने के कुछ मिनटों में ही 3.40 लाख करोड़ रुपये तक घट गया.
ट्रंप टैरिफ और ग्लोबल बाजार के हाल के अलावा फिलहाल निवेशकों की नजर कुछ महत्वपूर्ण आर्थिक आंकड़ों पर टिकी हैं, जो बाजार की दशा और दिशा तय कर सकते हैं. 2 दिन बाद यानी 26 फरवरी अमेरिका में होम सेल्स का डेटा जारी होने वाला है, वहीं, 27 फरवरी को अमेरिकी जीडीपी ग्रोथ का दूसरा अनुमान आएगा. इसके बाद 28 फरवरी को भारत सरकार चालू वित्त वर्ष (2024-25) की तीसरी तिमाही का जीडीपी डेटा और आगामी वित्त वर्ष के लिए जीडीपी का दूसरा अग्रिम अनुमान जारी करेगी. इन आंकड़ों पर निवेशकों की नजर रहेगी.

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