भगवान भरोसे हिमाचल प्रदेश! पैसों के लिए मंदिरों की चौखट पर पहुंची सुक्खू सरकार
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शिमला। हिमाचल प्रदेश की स्थिति भगवान भरोसे है. आर्थिक संकट से उबरने के लिए सुक्खू सरकार ने मंदिरों से पैसा मांगा है. हिमाचल सरकार ने ‘मुख्यमंत्री सुख शिक्षा योजना’ और ‘सुखाश्रय योजना’ के लिए मंदिरों को मिलने वाले चढ़ावे से धन की मांग की है. इस बाबत सीएम सुक्खू ने राज्य सरकार के अंडर आने वाले सभी मंदिरों और उनको संभाल रहे स्थानीय डीसी को पत्र लिखा है और चढ़ावे के पैसे में से इन दो सरकारी योजनाओं के लिए पैसे देने का आग्रह किया है.
हिमाचल प्रदेश की अर्थव्यवस्था इतनी खराब हो गई है कि उसके पास सरकारी कर्मचारियों को समय पर वेतन तक देने के पैसे नहीं हैं. कर्ज का बोझ इतना है कि उन्हें शौचालय टैक्स लागू करना पड़ा है. कुछ समय पहले कोर्ट ने हिमाचल भवन को जब्त करने का आदेश दिया था क्योंकि सरकार एक बिजली कंपनी को 150 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं कर पाई थी. सीएम सुक्खू खुद इस बात को स्वीकार कर रहे हैं की हिमाचल प्रदेश का पूरा खजाना खाली है. प्रदेश में लोगों को सैलरी और पेंशन में देरी हो रही है.