एआई के जरिये सीएम नीतीश को घेरेंगे तेजस्वी
अभी से सियायी दलों में शुरू हो गया वार-पलटवार
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बिहार चुनाव में एआई के साथ उतरेगा राजद
मीम्स, कार्टून और प्रचार में एआई का उपयोग करेंगे सभी दल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। बिहार का में विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल हर पार्टी से एक कदम आगे चल रहा है। राजद ने सीएम नीतीश कुमार पर हमले के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद लेनी शुरू कर दी है। बता दें पिछला विधानसभा चुनाव कोरोना काल की पहली दस्तक के समय हुआ था। कोरोना के कारण लोग सहमे थे और चुनावी सभाओं पर रोक या नियंत्रण की स्थिति थी। उस समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाईटेड ने वर्चुअल प्रचार-रैलियों के मामले में सहयोगी भारतीय जनता पार्टी को भी पीछे छोड़ दिया था।
जदयू ने बाकायदा एक नियंत्रण कक्ष बनाकर इसपर काम किया था। आधुनिक तकनीकों का उपयोग बिहार के राजनीतिक दल कर सकते हैं, यह पिछले विधानसभा चुनाव में सामने आया था। जदयू ने पिछले चुनाव में जेडीयू आनलाइन का प्रोजेक्ट लाया था। जदयू के मौजूदा कार्यकारी राष्टï्रीय अध्यक्ष संजय झा ने उस समय इसकी कमान संभाली थी। हर जिले के कार्यकर्ताओं का मोबाइल नंबर लेकर उन्हें इसके जरिए जोड़ा गया था, ताकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का वर्चुअल संदेश चुनाव से पहले पार्टी में हर स्तर तक पहुंच जाए। यह प्रयोग काफी हद तक सफल रहा था। वर्चुअल रैली तो भाजपा ने भी की थी, लेकिन उसका प्रयोग बिहार के स्तर से नहीं हुआ था। इस बार, विधानसभा चुनाव आने के पहले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का जमाना आ चुका है। सोशल मीडिया माध्यमों से अपनी बात पहुंचाने का वर्चुअल प्रयोग अब उपयोग के रूप में स्थापित है। इस बार एआई पर प्रयोग किया जाना है। मीम्स, कार्टून और प्रचार के अन्य माध्यमों में एआई का प्रयोग शुरू हो रहा है।
एआई के जरिये सीएम नीतीश को घेरेंगे तेजस्वी
राजद का बनाया एआई कार्टून तेजस्वी ने किया जारी
राजद विपक्ष में है। विपक्ष का तो सबसे मजबूत दल है ही, एक पार्टी के तौर पर भी मजबूत स्थिति में है। लालू प्रसाद यादव की यह पार्टी अब तेजस्वी यादव के जमाने में नए तरीके से चलने की तैयारी कर चुकी है। राजद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जुबानी हमले तो जारी रखे ही हैं, ऐसे हमलों के लिए एआई का भी प्रयोग शुरू कर दिया है। तेजस्वी यादव ने शनिवार की सुबह सीएम नीतीश कुमार को लेकर अपनी बात लिखते हुए एआई पर आधारित एक तस्वीर जारी की है। चुटीले व्यंग्य के साथ ऐसी तस्वीरों का प्रयोग अब बहुत जल्द राजद बड़े स्तर पर करेगा। राजद या जदयू के साथ ही भाजपा की वेबसाइट भले ही लगातार अपडेट नहीं होती हो या उसके जरिए कार्यकर्ताओं तक पहुंचना मुश्किल बना रहे, लेकिन नए प्रयोग की ओर ध्यान सभी का है। राजद का यह नया प्रयोग इसलिए भी चर्चा में है, क्योंकि इसमें कार्टून का पुट है।
क्या मुंह लेकर जनता के बीच जाएंगे : प्रभाकर मिश्रा
तेजस्वी यादव के बयान पर बीजेपी प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव की मानसिक स्थिति इन दिनों गड़बड़ा गई है। बिहार में स्थापित सुशासन और कानून का राज उन्हें अपच किए हुए है। जगंलराज के शूरवीरों का कुछ चल नहीं रहा है इसलिए उनकी बेचैन आत्माएं भटक रही हैं. 20 वर्षों के नीतीश राज में बिहार में हुई तरक्की तेजस्वी यादव को दिख नहीं रही है. युवाओं की किस टोली ने जंगलराज को फिर से स्थापित करने की ठानी है, जरा तेजस्वी खुलकर बताएं। प्रभाकर मिश्रा ने आगे कहा कि हालात तो ये हैं कि राज्य की जनता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विकास कार्यों से अति प्रसन्न है और विकास की तेज रफ्तार को ही चाहती है. जनता की यहीं बात तेजस्वी यादव को परेशान किए हुए है कि विधानसभा चुनाव में क्या मुंह लेकर जनता के बीच जाएंगे।
जर्जर, बीमार और थकी हुई अविश्वसनीय नीतीश सरकार को हटाएंगे : तेजस्वी
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को जो एआई आधारित कार्टून जारी किया, वह आप ऊपर देख चुके हैं। इस कार्टून के साथ तेजस्वी ने अपना संदेश भी लिखा है-बिहार में साल पुरानी गाड़ी चलाने की अनुमति नहीं है क्योंकि वो ज़्यादा धुँधा फेंकती है, प्रदूषण बढ़ाती, जनता के लिए हानिकारक है तो फिर की साल पुरानी जोड़-तोड़, पलटा-पलटी वाली खटारा सरकार क्यों चलेगी? वर्षों की नीतीश सरकार ने विगत साल में बिहार के हर गली-हर टोला-हर गाँव में गरीबी, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, अपराध और पलायन रूपी भयंकर प्रदूषण फैला दिया है। नीतीश-भाजपा सरकार ने वर्षों में दो पीढिय़ों का जीवन बर्बाद कर दिया। अब यह सरकार बिहारवासियों पर बोझ बन चुकी है। अब इसे बदलना अति आवश्यक है। बिहार के युवाओं ने ठान लिया है कि अब साल पुरानी खटारा, जर्जर, बीमार और थकी हुई अविश्वसनीय नीतीश-सरकार को हटा कर एक नई सोच, नए विजऩ, नए जोश और नयी दिशा वाली युवा एवं नौकरी-रोजगार व विकास कार्यों को समर्पित विश्वसनीय जुनूनी सरकार को लाना है तथा नया प्तबिहार बनाना है।
स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे पर पेश की गई सीएजी रिपोर्ट पर हंगामा
कांग्रेस व भाजपा ने केजरीवाल पर कसा तंज
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज कुमार सिंह ने विधानसभा में स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे पर पेश की गई सीएजी रिपोर्ट के बाद तत्कालीन आम आदमी पार्टी सरकार पर कई घोटालों में शामिल होने का आरोप लगाया। इसके बाद से दिल्ली की सियासत गरमा गई। कांग्रेस व सत्तारुढ़ भाजपा ने आप को घेर लिया है। स्वास्थ्य मंत्री सिंह ने कहा कि आप सरकार ने केवल घोटाले किए हैं, यहां तक कि कोविड-19 महामारी के दौरान भी घोटाला किया।
लिहरजा घोटालों करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।इसके अलावा, अस्पतालों में दवाइयों और उपकरणों की कमी थी, और कई जगहों पर बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं थीं। रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि कैट्स एम्बुलेंस आवश्यक उपकरणों के बिना चल रही थीं और रेडियोलॉजिकल सेवाओं का उपयोग अपर्याप्त था। सीएजी ने दिल्ली के स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे में सुधार की आवश्यकता को रेखांकित किया है, ताकि बढ़ती जनसंख्या के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर किया जा सके।
स्वास्थ्य विभाग के भ्रष्टाचार का पर्दाफाश हुआ : देवेंद्र यादव
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने आप के स्वास्थ्य मॉडल की सच्चाई को सीएजी रिपोर्ट के हवाले से उजागर किया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 से 2022 के बीच की सीएजी रिपोर्ट में दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग की खामियों और भ्रष्टाचार का पर्दाफाश हुआ है। इस बारे में कांग्रेस बार-बार सवाल उठा रही थी। अब सच्चाई उजागर हो गई है। देवेंद्र यादव ने आरोप लगाया कि कोविड महामारी के दौरान केजरीवाल सरकार ने 787 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया था, लेकिन सिर्फ 582.84 करोड़ रुपये खर्च किए। स्वास्थ्य कर्मचारियों के वेतन और चिकित्सा आपूर्ति के लिए आवंटित रकम का भी उपयोग नहीं किया गया। केजरीवाल सरकार ने अस्पतालों में 32,000 नए बेड का लक्ष्य रखा था, लेकिन केवल 4.24 प्रतिशत यानी 1,357 नए बेड ही जोड़े गए। इससे मरीजों को इलाज के लिए अत्यधिक इंतजार करना पड़ा।
केजरीवाल के स्वास्थ्य मॉडल की पोल खोली : वीरेंद्र सचदेवा
प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने शुक्रवार को विधानसभा में पेश की गई सीएजी की दूसरी रिपोर्ट को लेकर अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने दावा किया कि इस रिपोर्ट ने केजरीवाल सरकार ने मोहल्ला क्लीनिक और अस्पतालों के नाम पर दिल्ली के लोगों को धोखा देने के मामले को साबित कर दिया। सचदेवा के अनुसार, वह पहले दिन से कह रहे थे कि केजरीवाल सरकार ने मोहल्ला क्लीनिक बनाने के बजाय अस्पतालों में नकली दवाइयां बांटी हैं और स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर दिल्ली को शर्मसार किया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार के 27 अस्पतालों में से 14 अस्पतालों में आईसीयू की सुविधा नहीं है, जबकि केजरीवाल ने हेल्थ क्रांति का दावा किया था। उन्होंने कहा कि सीएजी रिपोर्ट के बाद आगामी पांच साल भी केजरीवाल और उनकी पार्टी के लिए पिछले 10 सालों के भ्रष्टाचार का हिसाब देने के लिए कम पड़ेंगे। इसके साथ ही उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वह बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की तस्वीर का बहाना बना कर अपने भ्रष्टाचार से ध्यान भटका रही हैं, लेकिन यह प्रयास कभी सफल नहीं होगा। सचदेवा ने कहा कि केजरीवाल सरकार को अब सीएजी रिपोर्ट के सामने अपने झूठ को छुपाने का कोई रास्ता नहीं बचा।
मकान की छत गिरने से एक ही परिवार के पांच सदस्यों की मौत
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चंडीगढ़। पंजाब के तरन तारन जिले में शनिवार तडक़े एक मकान की छत गिरने से एक परिवार के पांच सदस्यों की मौत हो गई। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि यह घटना तडक़े करीब साढ़े चार बजे पंडोरी गोला गांव में हुई। पुलिस के अनुसार, मकान की स्थिति खराब थी और छत पर कुछ बेकार सामग्री रखी हुई थी जिसके वजन के कारण वह ढह गया।
घटना के बाद घायलों को अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। मृतकों की पहचान गोबिंदा (40), उसकी पत्नी अमरजीत कौर (36), उनके तीन नाबालिग बच्चों गुरबाज सिंह (14), गुरलाल (17) बेटी एकम (15) के रूप में हुई।
आगरा में बस और ट्रक में टक्कर चार लोगों की मौत, 19 घायल
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर हुआ दर्दनाक हादसा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। आगरा के फतेहाबाद क्षेत्र में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर एक दर्दनाक सडक़ हादसे में बस और ट्रक में टक्कर होने से चार लोगों की मौत हो गई, जबकि 19 अन्य घायल हो गए। जानकारी के अनुसार, हादसा उस समय हुआ जब लखनऊ से आगरा जा रही बस ओवरटेक करते समय ट्रक से टकरा गई। हादसा शनिवार सुबह करीब 5:40 बजे हुआ, जिसमें चार यात्रियों की मौत हो गई।
थाना प्रभारी डीपी तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि बस लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे के 27 किलोमीटर के पास ओवरटेक करते समय नियंत्रण खो बैठी और एक ट्रक से टकरा गई। तिवारी ने आगे बताया, बस का बायां हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों की पहचान राजस्थान के जोधपुर निवासी 68 वर्षीय गोविंद लाल के रूप में हुई है। रमेश, जोधपुर, राजस्थान से 45 वर्षीय दीपक वर्मा, आगरा निवासी 40 वर्षीय; और मिर्जापुर के 40 वर्षीय बबलू की मौत हो गई। हादसे के बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए आगरा के एसएन मोर्चरी भेज दिया गया। हादसे में 19 लोग घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए फतेहाबाद के संध्या अस्पताल ले जाया गया। घायलों में मुंबई की रहने वाली फल्गुनी (26) और देऊ परमार (53) के अलावा मुंबई की ही सोनिया शर्मा (34) और नीलू शर्मा (40) शामिल हैं। अतिरिक्त घायलों में गुडग़ांव के 27 वर्षीय अपूर्व गुप्ता, आगरा की गर्विता शर्मा (25), अछनेरा के रामभजन (33), भदोही के रियाज अहमद (44), राजकोट की मनीषा (38), भावनगर की शिल्पा (37) और तुलसी (46), बिधूना के अजय चौहान, मुंबई की कोमल (23) और देवदास (32), मथुरा की हीरा देवी, राजकोट के चिराग (23) और सोनिया शर्मा (40) शामिल हैं।
हिमस्खलन पर कांग्रेस ने भाजपा सरकार को घेरा
मौसम विभाग की चेतावनी के बाद भी नहीं जागा आपदा प्रबंधन : धस्माना
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
देहरादून। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने चमोली जिले के माणा में हिमस्खलन की घटना की चिंता जताते हुए बर्फ में दबे श्रमिकों के सकुशल निकाले जाने की कामना की है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मौसम विभाग की चेतावनी के बावजूद आपदा प्रबंधन सतर्क नहीं रहा। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना व महामंत्री नवीन जोशी ने आपदा प्रबंधन के सिस्टम पर सवाल खड़े किए।
कहा कि, मौसम विभाग ने तीन दिन पहले ही पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम खराब रहने और भारी बर्फबारी की चेतावनी जारी की थी। इसके बाद भी प्रशासन व आपदा प्रबंधन ने श्रमिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए कोई प्रयास किया किया। यह गंभीर चूक मामला है। इस लापरवाही पर जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। उन्होंने प्रदेश सरकार से बर्फ में दबे श्रमिकों को निकालने के लिए युद्ध स्तर पर राहत व बचाव कार्य करने की मांग की है। प्रदेश का आपदा प्रबंधन तंत्र पूरी तरह से फेल है।
उत्तराखंड हिमस्खलन स्थल से 47 लोगों को निकाला गया, कुछ की हालत गंभीर
भारतीय सेना ने माना हिमस्खलन स्थल से और मजदूरों को सफलतापूर्वक बचाया है, जिससे निकाले गए लोगों की कुल संख्या 47 हो गई है। हालांकि, अधिकारियों ने बताया है कि बचाए गए कुछ लोगों की हालत गंभीर है, जिनमें से एक की हालत गंभीर है। शुक्रवार सुबह उत्तराखंड के चमोली जिले में माना गांव के पास सीमा सडक़ संगठन (बीआरओ) के शिविर में भारी हिमस्खलन हुआ, जिसमें 55 मजदूर बर्फ के नीचे दब गए। खराब मौसम की स्थिति के बावजूद सेना द्वारा रात भर किए गए अथक प्रयासों के बाद नवीनतम बचाव कार्य किया गया। बचाए गए लोगों को तुरंत माना आर्मी कैंप ले जाया गया, जहां उन्हें तत्काल चिकित्सा सहायता और आगे का उपचार दिया जा रहा है।
सीएम धामी ने पीएम मोदी को जानकारी दी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बात की और चमोली के माना क्षेत्र में चल रहे बचाव अभियान की समीक्षा की, जहां हिमस्खलन के बाद कई श्रमिक फंसे हुए हैं। सीएम धामी ने आगे कहा कि मौसम की स्थिति में सुधार के साथ बचाव प्रयासों को तेज कर दिया गया है। उन्होंने अधिकारियों को गंभीर रूप से घायल श्रमिकों को एयरलिफ्ट करने का भी निर्देश दिया, जिन्हें पहले बचाया गया था और जिन्हें तत्काल चिकित्सा की आवश्यकता थी।