यूपी से लेकर महाराष्ट्र तक हत्यारे मंत्री !

- फंस गये बड़बोले संजय निषाद
- योगी के कैबिनेट मिनिस्टर अब तक आधा दर्जन दरोगाओं को पीट कर गड्ढे में फेंक चुकें हैं
- भरे मंच से किया इकरार नामा, क्या टालरेंस नीति के तहत होगी कार्रवाई
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी सरकार के मंत्री धनंजय मुंडे को सरपंच संतोष देशमुख की हत्या में शामिल होने के आरोपों के बाद इस्तीफा देना पड़ा था। तो क्या योगी सरकार में कैबिनेट मिनिस्टर संजय निषाद के दरोगाओं कों मार-पीट के बाद गड्ढे में फेंकवा देने के कबूलनामे के बाद इस्तीफा दे देना चाहिए? क्योंकि मामला गंभीर है और यूपी की सियासी हवा को बदलने के लिए काफी है। संजय निषाद विवादों में घिरे रहते हैं और ताजा विवाद उनके खुद के एक गंभीर बयान के बाद उत्पन्न हुआ है।
संजय निषाद के बयान के बाद समाजवादी पार्टी ने डीजीपी, गृह सचिव और मुख्यमंत्री से इस संर्दभ में सवाल पूछा है कि क्या मंत्री पुलिस वालों के हाथ पैर तुड़वा रहे हैं। सपा ने संजय निषाद के तुरंत इस्तीफे की बात की है। अपनी ही पार्टी के युवा कार्यकर्ता की मौत के बाद आरोपों से घिरे योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने एक बड़ी आफत खुद मोल ले ली है। निषाद पार्टी की संवैधानिक यात्रा के तहत आज डा संजय निषाद सुल्तानपुर पहुंचे थे और वहां एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। जनसभा में बोलते हुए संजय निषाद ने कहा कि वह ऐसे ही यहां तक नहीं पहुंचे हैं। अबतक वह सात दरोगाओं के हाथ पैर तुड़वा कर गड्ढे में फेंकवा चुके हैं। यदि जरूरत पड़ी तो इस दरोगा के खिलाफ भी कार्रवाई करनी पड़ेगी। यह उनका बयान है जो उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं के मनोबल को बड़ाने के लिए दिया है।
धर्मात्मा निषाद की मौत?
निषाद पार्टी के पूर्व प्रदेश सचिव धर्मात्मा निषाद महराजगंज स्थित अपने घर पर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में पुलिस ने एक एफआईआर भी दर्ज की थी। इसमें जेपी निषाद और तीन अज्ञात लोगों पर धर्मात्मा को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है। इस घटना में राजनीतिक एंगल उस समय जुड़ गया जब धर्मात्मा निषाद ने कथित तौर पर आत्महत्या से पहले एक सोशल मीडिया पोस्ट लिखी थी। इसमें उन्होंने कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के प्रमुख डा. संजय निषाद और उनके बेटों पर बहुत ज्यादा परेशान करने का आरोप लगाया है। उन्होंने लिखा कि इसी वजह से उन्हें यह कठोर कदम उठाना पड़ा। वहीं धर्मात्मा की पत्नी ज्ञानी निषाद और उनके भाई परमात्मा निषाद ने भी मंत्री और उनके बेटों पर धर्मात्मा को आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है।
गड्ढे में डलवाया है का क्या मतलब?
यूपी की विपक्षी पार्टियों को उनके बयान पर आपत्ति हैं और उन्होंने पूछा है कि गड्ढे में डलवाने का क्या मतलब है। अमूमन बोल चाल की भाषा में माफिया अक्सर गड्ढे में फेंकवाने की बात करते हैं। और गड्ढे में हत्या करने के बाद या फिर मारने के बाद का मतलब निकाला जाता है। तो क्या सरकार के कैबिनेट मिनिस्टर डा. संजय निषाद अब तक सात दरोगाओं की हत्या करवा चुके हैं?
सपा नेता ने डीजीपी से पूछा सवाल
विपक्षी दलों ने इस बयान की कड़ी आलोचना की है। समाजवादी पार्टी के नेता आईपी सिंह ने ट्वीट कर डीजीपी से पूछा है कि मैं यूपी के डीजीपी और गृह सचिव और मुख्यमंत्री जी से पूछना चाहता हूँ कि क्या यूपी पुलिस की ऐसी हालत हो गई है कि ये मंत्री पुलिस वालों के हाथ पैर तुड़वा दिये हैं।
हुआ था विवाद
14 मार्च 2025 को होली के अवसर पर सुल्तानपुर जिले के दोस्तपुर थाना क्षेत्र के शाहपुर गांव में रंग खेलने के दौरान एक दलित और निषाद परिवार के बीच विवाद हुआ। यह विवाद इतना बढ़ गया कि मारपीट में 65 वर्षीय दलित महिला सुनरा देवी की मृत्यु हो गई। पुलिस ने मृतका के परिजनों की शिकायत पर ग्राम प्रधान कृष्णा कुमार निषाद समेत पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया और उनमें से चार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
पहले भी करवा चुके हैं किरकिरी
यूपी की योगी सरकार में मंत्री और निषाद पार्टी के प्रमुख संजय निषाद इससे पहले भी अपने बयानों को लेकर सरकार की किरकिरी करवा चुकें हैं। कभी आरक्षण को लेकर भाजपा को घेर चुके हैं। तो कभी होली से पहले ऐसे बिगड़े बोल बोले कि लोगों के निशाने पर आ गए । उन्होंने कहा था कि जिन लोगों होली के रंगों से दिक्कत है उन्हें देश छोड़ देना चाहिए। निषाद का बयान ऐसे समय आया था जब होली और जुमा को लेकर सतर्कता बरती जा रही थी।
पार्टी के भीतर हो रहा है विरोध!
संजय निषाद पर उनकी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता परिवारवाद के अलावा दूसरे कई आरोप लगा रहे हैं। पार्टी के भीतर उनका विरोध बड़ रहा है और आरोप है कि कार्यकर्ताओं की सरकार में नहीं सुनी जा रही। उल्टे निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं पर पुलिस कार्रवाई कर रही है। ऐसे में जब संवैधानिक यात्रा लेकर सुल्तानपुर पहुंचे ?संजय निषाद को युवा कार्यकर्ताओं ने खरी—खोटी सुनाई तो उन्होंने इस प्रकार बयान भरे मंच से दिया। सुल्तानपुर पहुंचे मंत्री संजय निषाद ने आरोप लगाया कि उनके समुदाय के कई लोगों को फर्जी केस में फंसाया गया है। उन्होंने पुलिसवालों से कहा कि हमारे लड़को के ऊपर से सारे फर्जी केस हटाओ नहीं तो आंदोलन होगा दारोगा सस्पेंड हो जाएगा सीएम तक से शिकायत करूंगा।