व्यापारियों से वसूली कर आयोजन करना प्रायोजित भ्रष्टाचार : वरूण गांधी
बांसुरी महोत्सव पर बीजेपी सांसद ने डीएम को लिखा पत्र
लखनऊ। पीलीभीत के बांसुरी महोत्सव के नाम पर व्यापारियों से की गई अवैध वसूली की शिकायत मिलने के बाद भाजपा सांसद वरुण गांधी ने जिलाधिकारी पुलकित खरे के नाम एक पत्र लिखा। इसमें उन्होंने कहा कि व्यापारियों पर दबाव डालकर इस तरह का आयोजन करना मेरी नजर में प्रायोजित भ्रष्टाचार की श्रेणी में आता है। उन्होंने जबरन वसूली का पता लगाकर अवगत कराने की बात कही है। पत्र में उन्होंने कहा दिल्ली में पीलीभीत जिले के कुछ व्यापारी उनसे मिले।
व्यापारियों ने बांसुरी महोत्सव के नाम पर अवैध वसूली किए जाने की शिकायत की थी। इसके बाद 20 दिसंबर को जब गांधी प्रेक्षागृह में व्यापारियों के साथ एक संवाद किया तो व्यापारियों और व्यापारिक संगठनों ने अवैध तरीके से वसूली किए जाने की पुष्टि की। सांसद ने कहा कि मैं खुद हमेशा से पीलीभीत के लोगों को अपना परिवार समझता हूं। कभी भी किसी व्यापारी से एक रुपए का चंदा नहीं मांगा। बल्कि समय-समय पर मैंने और मेरी मां मेनका गांधी ने मुश्किल वक्त में खुद को दांव पर लगाकर परिवार की तरह लोगों की सेवा है। ऐसे में व्यापारियों पर दबाव डालकर इस तरह का आयोजन करना मेरी नजर में प्रायोजित भ्रष्टाचार की श्रेणी में आता है।
जो लोग कोरोना और जीएसटी की मार से पहले ही टूटे हुए हैं उन लोगों पर और बोझ डालना अत्याचार करने जैसा है। वरुण गांधी ने कहा पूरे मामले को गंभीरता से लेकर बांसुरी महोत्सव के नाम पर व्यापारियों और व्यापारी संगठनों से जबरन ली गई धनराशि का पता लगा कर मुझे अवगत कराएं। ताकि मैं आपको उस धनराशि का चेक भेज दूं, जिससे आप उनकी धनराशि उनको वापस कर सकें।888