Caste Census : जातीय जनगणना पर सुप्रिया सुले का बड़ा बयान, जातीय जनगणना इंडिया गठबंधन की मांग थी..,

बारामती से लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि जातीय जनगणना इंडिया गठबंधन की मांग थी. हमारी मांग पूरी हो गई.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः जातीय जनगणना के फैसले पर शरद पवार की बेटी और बारामती से लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले की प्रतिक्रिया सामने आई है. बारामती सांसद ने कहा कि ये तो इंडिगा गठबंधन की ही मांग थी. उन्होंने इसका क्रेडिट राहुल गांधी, अखिलेश यादव, अमोल कोल्हे और खुद को भी दिया. उन्होंने कहा कि हम सब ने बहुत बार संसद में या सड़क पर आंदोलन करके ये मांग की है. हमारी जो मांग है वो पूरी हुई. देर आए दुरुस्त आए.

जातीय जनगणना पर क्रेडिट लेने की होड़!

दअरसल, केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने बुधवार (30 अप्रैल) को कैबिनेट की बैठक में जनगणना में जातीय जगनगणना को भी शामिल को भी शामिल करने का फैसला किया है. इस फैसले के बाद राजनीतिक दलों ने क्रेडिट लेने की होड़ लगी हुई है. विपक्ष इसे अपनी जीत बताकर पेश कर रहा है तो वहीं सरकार का कहना है कि विपक्ष ने इसे राजनीतिक टूल के रूप में इस्तेमाल किया लेकिन जब उनकी सरकार थी तो इसे लागू नहीं किया.

आपको बता दें,कि केंद्र सरकार के इस फैसले को बिहार में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है. बिहार में आरजेडी इसे अपनी जीत बता रही है तो वहीं जेडीयू का कहना है कि लंबे समय से हमारी मांग को सरकार ने पूरा किया है. कोई राजनीतिक दल ऐसा नहीं है जिसने इस फैसले को अपनी जीत न बताई हो. इससे पहले बुधवार को शरद पवार गुट के नेता जितेंद्र आव्हाड ने कहा था कि आखिरकार सरकार को झुकना पड़ा. उन्होंने इस फैसले को विपक्षी दलों के दबाव का नतीजा बताया और कहा कि जिसकी जितनी संख्या भारी उतनी उसकी जिम्मेदारी हो.

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