Chhattisgarh: पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की प्रतिमा चोरी के बाद बरामद, जेसीबी मशीन भी जब्त
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने प्रतिमा को गौरेला नगर पालिका कार्यालय के परिसर से बरामद किया. पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज किया है.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः छत्तीसगढ़ के गौरेला शहर में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की आदमकद प्रतिमा चोरी हो गई थी,जिसे अब पुलिस ने बरामद कर लिया है। यह प्रतिमा गौरेला नगर पालिका कार्यालय के परिसर से मिली है। पुलिस ने इस घटना में इस्तेमाल की गई जेसीबी मशीन का भी पता लगा लिया है और उसे जब्त करने के लिए एक विशेष दल भेजा गया है। पुलिस अधिकारियों ने सोमवार यानी 26 मई को जानकारी देते हुए बताया कि अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज कर लिया गया है।
जानकारी के अनुसार, अजीत जोगी की प्रतिमा को कुछ दिन पहले गौरेला शहर के ज्योतिपुर तिराहे पर सड़क किनारे एक मंच पर अनावरण के लिए स्थापित किया गया था। इसका अनावरण 29 मई को जोगी की पुण्यतिथि पर किया जाना था। हालांकि, कुछ अज्ञात लोगों ने प्रतिमा को वंहा से हटाकर किसी अन्य स्थान पर फेंक दिया था। इस घटना से स्थानीय स्तर पर हड़कंप मच गया। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए प्रतिमा को बरामद कर वापस उसी स्थान पर स्थापित कर दिया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है और दोषियों का तलाश की जा रही है।
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने प्रतिमा को गौरेला नगर पालिका कार्यालय के परिसर से बरामद किया. पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज किया है. उन्होंने बताया कि जोगी की प्रतिमा को कुछ दिनों पहले गौरेला शहर के ज्योतिपुर तिराहे पर सड़क किनारे एक मंच पर स्थापित किया गया था. प्रतिमा का अनावरण 29 मई को जोगी की पुण्यतिथि पर किया जाना था.
अधिकारियों ने बताया कि 22 मई को गौरेला नगर पालिका परिषद के मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने मंच (प्रतिमा के लिए) बनाने वाली निर्माण कंपनी को नोटिस जारी कर जोगी की प्रतिमा को तत्काल हटाने को कहा था. गौरेला थाने के प्रभारी नवीन बोरकर ने बताया, ”इलाके के सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि प्रतिमा को रात करीब 2.30 बजे मशीन का इस्तेमाल कर हटाया गया गया. इस संबंध में भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
क्या गौरेला नगर पालिका ने प्रतिमा हटाई?
अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया, ”पुलिस ने प्रतिमा को हटाने के लिए इस्तेमाल की गई जेसीबी मशीन का भी पता लगा लिया है और उसे जब्त करने के लिए एक दल भेजा गया है. मामले की जांच की जा रही है. यह पूछे जाने पर कि क्या नगर पालिका ने प्रतिमा हटाई है, तब गौरेला की अनुविभागीय दंडाधिकारी (एसडीएम) ऋचा चंद्राकर ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी.
बाद में अधिकारियों की ओर से प्रतिमा को वापस उसी स्थान पर रखा गया, जहां उसे स्थापित किया जाना था. निर्माणकर्ता कंपनी श्री गणेश कंस्ट्रक्शन को सीएमओ द्वारा दिए गए नोटिस में कहा गया है कि नगर पालिका परिषद गौरेला के वार्ड क्रमांक 10 में ज्योतिपुर तिराहा पर उद्यान और चबूतरा निर्माण का कार्य आपके (कंपनी) द्वारा कराया जा रहा है, नोटिस में आगे कहा गया है कि उक्त कार्य प्रगति पर है, लेकिन चबूतरे पर बिना अनुमति के प्रतिमा स्थापित कर दी गई है, जो निकाय द्वारा जारी कार्य आदेश के विरुद्ध है और लोक निर्माण विभाग की कार्य नियमावली का उल्लंघन है.
अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी ने क्या कहा?
सीएमओ ने कंपनी को स्थापित प्रतिमा को तत्काल हटाकर कार्य पूरा करने और 24 घंटे के भीतर कार्य के संबंध में विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया था. घटना की जानकारी मिलने के बाद अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी ने अपने समर्थकों के साथ उस मंच के सामने बैठकर विरोध प्रदर्शन किया जहां प्रतिमा स्थापित की जानी थी.



