गुजरात उपचुनाव में दोनों सीटों पर चुनाव लड़ेगी आप, कांग्रेस से गठबंधन की अटकलों पर विराम
गुजरात में होने वाले दो सीटों पर उपचुनाव का एलाव न हो चुका है... जिसके बाद से सभी दल एक्टिव हो गए हैं... आप ने दोनों सीटों पर अकेले...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः गुजरात में दो सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर बिगुल बज चुका है…. दोनों सीटों पर 19 जून को मतदान होगा… जिसको लेकर सभी प्रमुख दल अपनी चुनावी तैयारियों में जुट गए हैं….. बता दें कि आम आदमी पार्टी ने दोनों सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का एलान किया है…… वहीं उपचुनाव की तारीखों का एलान से पहले कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ने के कयास लगाए जा रहे थे….. लेकिन अब सभी अटकलों और कयासों पर विराम लग गया है….. आप ने दोनों सीटों पर उम्मीदवारों के उतारने की तैयारी शुरू कर दी है…. और नेता प्रत्येक सीटों पर जाकर सर्वे कर रही हैं….. कि किस नेता की जनता के बीच में अधिक पकड़ है…… उसके अनुसार आप अपने नेताओं को टिकट देकर मैदान में उतारेगी….
आपको बता दें कि गुजरात की सियासत एक बार फिर गर्माने वाली है…….. क्योंकि विसावदर और कड़ी विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है……. निर्वाचन आयोग ने 25 मई को घोषणा की कि इन दोनों सीटों पर 19 जून 2025 को मतदान होगा…… जबकि 23 जून को वोटों की गिनती होगी…… इस उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस, और आम आदमी पार्टी के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना है………. खासकर विसावदर सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले की चर्चा जोरों पर है……… क्योंकि आप ने पहले ही अपने उम्मीदवार के रूप में गोपाल इटालिया को मैदान में उतार दिया है……. जबकि कांग्रेस ने स्पष्ट कर दिया है कि वह इंडिया गठबंधन के बावजूद इस सीट पर अकेले लड़ेगी…… इस बीच बीजेपी भी अपनी जीत का दम भर रही है……. वहीं यह उपचुनाव न केवल गुजरात की सियासत में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है……. बल्कि यह भविष्य के विधानसभा और लोकसभा चुनावों के लिए भी एक बड़ा संदेश दे सकता है…..
गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी का दबदबा लंबे समय से कायम है……. 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 156 सीटें जीतकर ऐतिहासिक जीत हासिल की थी……. जबकि कांग्रेस को केवल 17 सीटें मिलीं……. और आप को 5 सीटों पर संतोष करना पड़ा…….. वहीं इस प्रचंड बहुमत के बावजूद, विसावदर……. और कड़ी सीटों पर उपचुनाव की नौबत आई है……. विसावदर सीट दिसंबर 2023 से खाली है……. जब आप के तत्कालीन विधायक भूपेंद्र भयानी ने इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम लिया था…… वहीं, कड़ी सीट (जो अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है) फरवरी 2024 में बीजेपी विधायक करसन सोलंकी के निधन के बाद रिक्त हुई…….
आपको बता दें कि ये उपचुनाव बीजेपी के लिए अपनी ताकत को और मजबूत करने का अवसर हैं…….. जबकि कांग्रेस और आप के लिए यह अपनी साख बचाने…… और बीजेपी के गढ़ में सेंध लगाने का मौका है…….. खासकर आप के लिए यह उपचुनाव एक बड़ा लिटमस टेस्ट है…….. क्योंकि पार्टी ने 2022 में गुजरात में पहली बार पांच सीटें जीतकर अपनी मौजूदगी दर्ज की थी……. वहीं अब विसावदर सीट पर गोपाल इटालिया जैसे प्रमुख चेहरे को उतारकर आप ने साफ कर दिया है कि…….. वह बीजेपी और कांग्रेस को कड़ी टक्कर देने के मूड में है…..
विसावदर सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले की संभावना ने सियासी हलकों में हलचल मचा दी है…….. आप ने गोपाल इटालिया को उम्मीदवार बनाकर अपनी रणनीति साफ कर दी है……. गोपाल इटालिया आप के गुजरात इकाई के पूर्व संयोजक और संयुक्त महासचिव हैं……… भ्रष्टाचार और स्थानीय मुद्दों पर मुखर रहे हैं…….. उनकी उम्मीदवारी से आप को युवा और स्थानीय कार्यकर्ताओं के बीच मजबूत आधार मिलने की उम्मीद है……. दूसरी ओर, बीजेपी और कांग्रेस ने अभी तक अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है…….. लेकिन दोनों पार्टियां जीत के प्रति आश्वस्त हैं…….
कांग्रेस का इंडिया गठबंधन में आप के साथ होने के बावजूद अकेले चुनाव लड़ने का फैसला चौंकाने वाला है…….. इससे पहले 2024 के लोकसभा चुनाव और वाव विधानसभा उपचुनाव में आप ने कांग्रेस के पक्ष में अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था……. जिससे दोनों दलों के बीच सहयोग की उम्मीद जगी थी…….. लेकिन विसावदर में कांग्रेस का अकेले उतरना…….. और आप का गोपाल इटालिया को टिकट देना इस बात का संकेत है कि……. दोनों दल इस सीट पर अपनी ताकत आजमाना चाहते हैं…….. यह स्थिति बीजेपी के लिए फायदेमंद हो सकती है……. क्योंकि विपक्षी वोटों का बंटवारा उनकी जीत को आसान बना सकता है……
आपको बता दें कि बीजेपी के लिए गुजरात उसका अभेद्य किला रहा है…… 1995 से लगातार सत्ता में रहने वाली बीजेपी ने 2022 के चुनाव में 156 सीटें जीतकर अपनी ताकत का प्रदर्शन किया था……. विसावदर और कड़ी में उपचुनाव जीतकर बीजेपी न केवल अपनी संख्या को और मजबूत करना चाहेगी……. बल्कि यह भी सुनिश्चित करना चाहेगी कि आप और कांग्रेस का उभार उसके गढ़ को कमजोर न करे……. जानकारी के मुताबिक बीजेपी विसावदर में भूपेंद्र भयानी को फिर से उतार सकती है…….. जो पहले आप के टिकट पर जीते थे और अब बीजेपी में हैं……. वहीं यह रणनीति आप के वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिश हो सकती है…….
कड़ी सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है…… बीजेपी स्थानीय नेताओं पर दांव लगा सकती है……. पार्टी ने पहले भी उपचुनावों में अपनी संगठनात्मक ताकत का इस्तेमाल कर जीत हासिल की है…… और इस बार भी वह अपने विशाल कार्यकर्ता आधार…… और संसाधनों का उपयोग करेगी……. वहीं कांग्रेस के लिए यह उपचुनाव अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने का अवसर है……. 2022 के चुनाव में केवल 17 सीटें जीतने वाली कांग्रेस गुजरात में लगातार कमजोर हुई है…… पार्टी ने इस उपचुनाव की तैयारी पहले से शुरू कर दी थी…… और उम्मीदवारों के चयन के लिए पर्यवेक्षकों का एक पैनल भी गठित किया है…… कांग्रेस अध्यक्ष शक्तिसिंह गोहिल ने दावा किया है कि पार्टी दोनों सीटों पर मजबूत स्थिति में है……
कांग्रेस की रणनीति स्थानीय मुद्दों……. जैसे किसानों की समस्याएं, बिजली की कमी…….. और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने पर केंद्रित हो सकती है….. खासकर विसावदर में जहां पाटीदार समुदाय का प्रभाव है……. कांग्रेस इस समुदाय को लुभाने की कोशिश कर सकती है…… हालांकि आप के साथ गठबंधन न करने का फैसला कांग्रेस के लिए जोखिम भरा हो सकता है……. क्योंकि वोटों का बंटवारा बीजेपी को फायदा पहुंचा सकता है……
आप के लिए विसावदर उपचुनाव एक सुनहरा अवसर है……. 2022 में इस सीट पर भूपेंद्र भयानी ने आप के टिकट पर जीत हासिल की थी…….. और अब गोपाल इटालिया के जरिए पार्टी इस जीत को दोहराना चाहेगी…… आप की रणनीति शिक्षा, स्वास्थ्य, और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर केंद्रित है……. जो दिल्ली में उसकी सफलता का आधार रहे हैं……. गोपाल इटालिया की छवि एक आक्रामक….. और जमीनी नेता की है…… जो स्थानीय मुद्दों को जोर-शोर से उठाते हैं…….
आपको बता दें कि आप ने हाल ही में वडोदरा की करजण नगर पालिका में बीजेपी के कई पार्षदों को अपनी ओर खींचकर अपनी ताकत दिखाई है……. यह कदम दर्शाता है कि आप गुजरात में अपनी पैठ बढ़ाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है……. हालांकि कांग्रेस के साथ गठबंधन न होने से आप को अपने दम पर वोट जुटाने की चुनौती होगी…….
निर्वाचन आयोग के अनुसार नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तारीख 2 जून 2025 है…… जबकि 3 जून को नामांकन पत्रों की जांच होगी…….. उम्मीदवार 5 जून तक अपने नामांकन वापस ले सकते हैं….. यह तारीखें सभी दलों के लिए रणनीति बनाने…… और प्रचार में तेजी लाने का अवसर देती हैं……. मतदान केंद्रों पर गोपनीयता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए आयोग ने कड़े इंतजाम किए हैं……. और मतदाताओं को ईवीएम या बैलेट पेपर के जरिए वोट डालने की सुविधा होगी…….
विसावदर और कड़ी उपचुनाव गुजरात की सियासत में एक महत्वपूर्ण मोड़ ला सकते हैं……. बीजेपी के लिए यह अपनी अजेय छवि को बनाए रखने का मौका है…….. जबकि कांग्रेस और आप के लिए यह बीजेपी के गढ़ में सेंध लगाने का अवसर है……. खासकर विसावदर में त्रिकोणीय मुकाबला इस उपचुनाव को और रोचक बनाता है……
आप और कांग्रेस के बीच गठबंधन की कमी से बीजेपी को फायदा मिल सकता है……. लेकिन अगर आप और कांग्रेस अपने-अपने वोट बैंक को मजबूत करते हैं…….. तो यह बीजेपी के लिए चुनौती बन सकता है……. गोपाल इटालिया जैसे मजबूत उम्मीदवार और आप की आक्रामक रणनीति से विसावदर में मुकाबला कांटे का हो सकता है……



