कश्मीर इंसाफ चाहता है : उमर अब्दुल्ला

  • सीएम बोले- पहलगाम हमला राज्य के दर्जे की बहाली पर असर नहीं डालेगा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
गुलमर्ग। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले से जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाली के मुद्दे पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। उन्होंने हाल ही में नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक में भी इस मुद्दे को उठाया था। आप नीति आयोग की बैठक में प्रसारित औपचारिक भाषण को हटा दें, तो उसमें राज्य का दर्जा वापस करने का स्पष्ट उल्लेख मिलेगा, जो माननीय प्रधानमंत्री और गवर्निंग काउंसिल के सभी सदस्यों को दिया गया था। सीएम ने बुधवार को गुलमर्ग में प्रशासनिक बैठक की।
वह पर्यटन कारोबारियों से भी मिले। यहां उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि राज्य के दर्जे को लेकर बातचीत रुकी नहीं है। मैं विधानसभा के विशेष सत्र का उपयोग राज्य के दर्जे के बारे में बात करने के लिए नहीं करना चाहता था। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि बातचीत बंद हो गई है। बातचीत जारी है। पर्यटन के पुनरुद्धार पर मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के अन्य हिस्सों से लोगों के आने की उम्मीद करने से पहले कश्मीरियों को घाटी में पर्यटन स्थलों का दौरा करना चाहिए। इन स्थानों पर प्रचार और जीवंत गतिविधि होनी चाहिए। मैंने शिक्षा मंत्री से स्कूलों और कॉलेजों के लिए पिकनिक शुरू करने को कहा है ताकि हम सामान्य स्थिति की ओर वापस लौट सकें। सीएम ने कहा, सुरक्षा और कानून-व्यवस्था निर्वाचित सरकार की जिम्मेदारी नहीं है। यह किसकी जिम्मेदारी है, उपराज्यपाल की। स्थानीय सरकार पर्यटन के बुनियादी ढांचे का निर्माण कर सकती है, लेकिन सुरक्षा एलजी के अधिकार क्षेत्र में है, इसलिए परस्पर सहयोग जरूरी है। यहां तीन तरह के सत्ता के केंद्र हैं। सभी में समन्वय जरूरी है, ताकि यहां चीजें सुचारू रूप से चलें।

कश्मीरियों को आतंकी हमले के लिए दोषी ठहराना गलत

हमले के लिए कश्मीरी दोषी नहीं एक सवाल के जवाब में सीएम ने कहा कि आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत के लिए कश्मीरियों को जिम्मेदार नहीं ठहराना चाहिए। कश्मीर के लोगों ने यह हमला नहीं किया। यह हमारी अनुमति या हमारे लाभ के लिए नहीं किया गया।फिर भी आप कश्मीर के लोगों को दंडित करते हैं, उनका बहिष्कार करते हैं, तो हम क्या करेंगे। इसलिए मैं चाहता हूं कि केंद्र इसे नजरअंदाज न करे, उसे जांच एजेंसियों का इस्तेमाल करके इस अभियान की जांच करनी चाहिए और इसे रोकना चाहिए।

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