महेश पाठक का बड़ा बयान, कहा- नहीं होना चाहिये मंदिर का अधिग्रहण
बांके बिहारी कॉरिडोर विवाद के बीच अब अखिल भारत तीर्थ पुरोहित महासभा के संरक्षक महेश पाठक ने प्रेस वार्ता मंदिर अधिग्रहण के मुद्दे पर यूपी सरकार को घेरा है.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः वृंदावन के प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर पर प्रस्तावित कॉरिडोर (Banke Bihari Corridor) को लेकर विरोध थमता नजर नहीं आ रहा है. कॉरिडोर को लेकर जारी विरोध के बीच अब अखिल भारत तीर्थ पुरोहित महासभा के संरक्षक महेश पाठक ने प्रेस वार्ता की है. उन्होंने बताया कि यह बैठक बिहारी जी के गोस्वामियों को इसलिए बुलानी पड़ी की पेपरों में तरह-तरह की भ्रांतियां और लोग अपने-अपने उद्देश्य वर्जन दे रहे हैं.
महेश पाठक ने कहा कि हमारा कहना यह है बिहारी जी पर भीड़ आती है इसमें कोई दो राय नहीं है. जब तत्कालीन सरकार मंदिर अधिग्रहण कर रही थी, तो योगी आदित्यनाथ ने पार्लियामेंट में यह बात कही थी कि अनुच्छेद 25, 26 के अनुसार हम लोगों को पूजा पाठ अपने मंदिर करने का राइट मिलता है और यह अधिग्रहण नहीं होना चाहिए.
महेश पाठक ने सीएम योगी आदित्यनाथ से सवाल किया कि, अब जब वह खुद मुख्यमंत्री हैं तो अब मंदिर अधिग्रहण की बात क्यों आई, अब आपको बात एक तो यह भीड़ आती है इसके लिए कॉरिडोर बने आप कॉरिडोर बनाओ परंतु मंदिर का अधिग्रहण क्यों हो रहा है मंदिर अधिग्रहण नहीं होना चाहिए.
कुंज गलियों को न किया जाए बर्बाद
उन्होंने कहा कि मेरा मानना यह है कि इतने मकान तोड़ेंगे, इतनी दुकान तोड़ेंगे, अन्य कुंज गलियों को बर्बाद करेंगे. गोस्वामियों का यह मत है कि20- 25 एकड़ जमीन हमें सरकार दे दे और वहां पर मंदिर का भव्य निर्माण हो अच्छी पार्किंग बने, आने वाले किसी तीर्थ यात्री को तकलीफ ना हो कुंज गलियों को ना तोड़ा जाए, दुकानों को न उखाड़ जाए, बृजवासियों के मकानों को ना तोड़ा जाए, यह भी एक ऑप्शन है.
उन्होंने आगे कहा, इसमें कोई इगो का सवाल नहीं है क्योंकि बात कॉरिडोर से शुरू हुई और अधिग्रहण तक पहुंच गई. यहां पर बहुत मंदिर हैं, वैष्णो देवी मंदिर, प्रेम मंदिर, फिर आप बोलेंगे यहां भी भीड़ आती है इनको भी अधिग्रहण कर लो. अगर सरकार को कॉर्डिडोर बनाना ही है तो जो मंदिर अधिग्रहण का अध्यादेश है उसको वापस ले.



