बिहार में फिर चढ़ा सियासी पारा

पोस्टरवार : बिहार का बंटाधार है, यहां जबतक डबल इंजन सरकार

  • लालू यादव बोले- इंजन संभालो डिब्बा जाने दो

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में सियासी वार-पलटवार तेज हो गया है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव आरक्षण के मुद्दे पर नीतीश सरकार को घेरने में लगे हुए हैं। वहीं उनके पिता लालू भी एनडीए सरकार को कोसने में कोइ कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। राजद नेता तेजस्वी यादव ने पांच जून को सीएम नीतीश कुमार को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने वंचित वर्गों के लिए आरक्षण सीमा को बढ़ाकार 85 प्रतिशत करने की मांग की थी। इस पत्र का जवाब जब नहीं मिला तो तेजस्वी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखा और अपने पत्र का जवाब नहीं मिलने का कारण बताते हुए सीएम पर जमकर हमला बोला। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि सामाजिक न्याय का ढोल पीटने वाले ऐसे दल जिनके बलबूते मोदी सरकार चल रही है वो हमारी सरकार द्वारा बढ़ाई गयी 65 प्रतिशत आरक्षण सीमा को संविधान की 9वीं अनुसूची में शामिल कराने में असफल क्यों है?
मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान, जीतनराम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा को दलित, आदिवासी, पिछड़ा-अतिपिछड़ा वर्गों की इस हकमारी के खिलाफ आरक्षण पर मुंह खोलना चाहिए। सिर्फ़ कुर्सी से चिपके रहने के लिए राजनीति नहीं होती है। अगर प्रधानमंत्री से यह सब लोग इस छोटी सी मांग को भी पूरा नहीं करा सकते है तो इनका अपनी राजनीति एवं ऐसे गठबंधन में रहना धिक्कार है। अगर नीतीश प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के सामने इस विषय पर कुछ बोलने में असमर्थ है तो उन्हें विधानसभा का एक दिन का विशेष सत्र बुलाना चाहिए फिर देखिए कैसे हम इसे लागू कराते हैं। लालू यादव ने नीतीश कुमार और पीएम मोदी पर पोस्टर के द्वारा हमला किया है। लालू ने सोशल मीडिया पर पोस्टर जारी करते हुए बिहार में 20 साल से चल रही एनडीए और जदयू की डबल इंजन सरकार पर जोरदार हमला किया है। तस्वीर पर लिखा है -बिहार का बंटाधार है, यहां जबतक डबल इंजन सरकार है। तस्वीर में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की तस्वीर है।

मदमस्त हैं अफसरशाही और बेहोश है सरकार

लालू प्रसाद यादव ने तस्वीर के साथ लिखा है -बेलगाम अपराधी,मदमस्त अफसरशाही और बेहोश सरकार। रिकॉर्ड तोड़ मंहगाई, गरीबी, बेरोजगारी, पलायन और भ्रष्टाचार। बिहार का बंटाधार करने वाली यह है 20 वर्षों की एनडीए सरकार। लालू प्रसाद यादव ने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर ऐसा लिखकर सीधी तौर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को घेरने की कोशिश की है। उनके कहने का तात्पर्य यह है कि बिहार में अपराधी बेलगाम हो गये हैं और मदमस्त अफ़सरशाही है और इनसब से परे सरकार बेहोश है। इतना ही नहीं इस सरकार में मंहगाई रिकॉर्ड है।

जानबूझकर आरक्षण मामले को लटका रही है सरकार : तेजस्वी

तेजस्वी यादव ने लिखा कि सर्वदलीय समिति द्वारा किए गए अध्ययन के आलोक में बिहार विधानसभा का एक दिन का विशेष सत्र बुलाकर एक नया आरक्षण विधेयक पारित करा कुल 85 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान कर इसे 9वीं अनुसूची में डालने की अनुसंशा केन्द्र सरकार से की जाए ताकि आरक्षण विरोधी तत्वों एवं भाजपाई सरकार को इसे भी विभिन्न माध्यमों से पुन: रद्द कराने का मौका न मिल सके। भाजपा और आरएसएस की नीतियों पर चल रही यह एनडीए सरकार नहीं चाहती कि वंचित वर्गों के आरक्षण की वर्तमान सीमा को बढ़ाकर 85 प्रतिशत किया जाए जिससे कि राज्य के दलित-आदिवासी, पिछड़ा अति पिछड़ा एवं अन्य दबे-कुचले लोगों को बढ़े हुए आरक्षण का यथाशीघ्र लाभ मिले तथा उन्हें शिक्षण संस्थानों में नामांकन के साथ-साथ सरकारी नौकरियों में पर्याप्त प्रतिनिधित्व मिल सके।

माओवादियों ने किया सुकमा में प्रेशर बम से हमला

  • छत्तीसगढ़ के एएसपी हुए शहीद, 2 पुलिसकर्मी घायल

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
रायपुर। सरकार की कड़े एक्शन के बाद भी नक्सली मामने के लिए तैयार नहीं है। छत्तीसगढ़ के बस्तर के सुकमा जिले में सोमवार सुबह सुरक्षा बलों को निशाना बनाकर माओवादियों द्वारा लगाए गए एक बड़े प्रेशर आईईडी विस्फोट में एक अतिरिक्त एसपी की मौत हो गई और कम से कम दो पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए।
अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट में गंभीर रूप से घायल हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) आकाश राव गिरिपंजे ने घटना के तुरंत बाद दम तोड़ दिया। यह घटना आज सुबह कोंटा-एर्राबोर रोड पर डोंड्रा गांव के पास हुई।अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट में गंभीर रूप से घायल हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) आकाश राव गिरिपंजे ने घटना के तुरंत बाद दम तोड़ दिया। यह घटना आज सुबह कोंटा-एर्राबोर रोड पर डोंड्रा गांव के पास हुई।पुलिस सूत्रों के अनुसार, एएसपी गिरिपंजे 10 जून को सीपीआई (माओवादी) द्वारा बुलाए गए भारत बंद से पहले एक पूर्व-सुरक्षा अभियान के तहत पैदल गश्ती ड्यूटी पर थे।

एनडीए सरकार के 11 साल पर विपक्ष का प्रहार

  • कांग्रेसी बोली- मोदी के जुमले से जूझते रहे लोग
  • मोदी सरकार के सुशासन और गरीब कल्याण को स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा : जेपी नड्डा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। मोदी सरकार ने आज 11 साल पूरे कर लिए। अपनी इस उपलब्धी का बखान करने के लिए भाजपा ने अपनी पूरी टीम उतार दी है। अध्यक्ष जेपी नड्डïा ने जहां अपनी सरकार की तारीफ में कसीदे पढ़े वहीं पार्टी पूरे देश में प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से जनता के सामने सरकार के किए कामों को बताने की योजना बनाई है। इन सबके बीच कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने एनडीए के तीसरी बार की सरकार को 11 साल जुमला सरकार कहकर तंज कसा है।
भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार के 11 साल सुशासन और गरीब कल्याण के कार्यों को स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा। उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश में राजनीतिक संस्कृति बदली, उन्होंने सरकार को जवाबदेह बनाया। नड्डा ने कहा कि देश में 11 साल पहले, तुष्टिकरण व समाज को खंडित करके अपनी कुर्सी को सुरक्षित रखना राजनीजतिक संस्कृति का तरीका बन गया था। लेकिन 2014 के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली जिम्मेदार व जवाबदेह सरकार आई है, जिसने रिपोर्ट कार्ड की राजनीति शुरू की। हम जो काम कर रहे हैं, उसे जनता के सामने रखें।

संविधान के हर पन्ने पर तानाशाही की स्याही रगड़ी : खरगे

कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि मोदी सरकार ने पिछले 11 वर्षों में देश के लोकतंत्र, अर्थव्यवस्था और सामाजिक ताने-बाने को गहरा झटका दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक्स पर एक पोस्ट में आरोप लगाया कि सरकार ने इन 11 वर्षों में संविधान के हर पन्ने पर केवल तानाशाही की स्याही पोत दी है। खडग़े ने एक्स पर लिखा कि पिछले 11 वर्षों में मोदी सरकार ने भारतीय लोकतंत्र, अर्थव्यवस्था और सामाजिक ताने-बाने को गहरा आघात पहुँचाया है। खरे गे ने आरोप लगाया कि बीजेपी-आरएसएस ने हर संवैधानिक संस्था को कमज़ोर कर, उनकी स्वायत्तता पर कड़ा प्रहार किया। चाहे वो जनमत चुराकर पिछले दरवाज़े से सरकारें गिराना हो या एक-दलीय तानाशाही शासन जबरन लागू करना हो। इस दौरान, राज्यों के हकों की अनदेखी हुई है और संघीय ढांचे कमज़ोर हुए। उन्होंने कहा कि समाज में नफऱत, धमकी और डर का वातावरण फैलाने की कोशिश लगातार जारी है। दलित, आदिवासी, पिछड़े, अल्पसंख्यक व कमज़ोर वर्गों का शोषण लगातार बढ़ा है। इनके आरक्षण व बराबरी के अधिकार से वंचित रखने की साजिश जारी है। मणिपुर की ना थमने वाली हिंसा भाजपा की प्रशासनिक विफलता का सबसे बड़ा सबूत है।

महाराष्ट्र में ट्रेन से गिरे 5 लोगों की मौत

  • पुष्पक एक्सप्रेस में चढऩे की होड़ में हुआ हादसा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। महाराष्ट्र के कल्याण में बड़ा ट्रेन हादसा हो गया है। कल्याण जंक्शन पर सोमवार (9 जून) को पुष्पक एक्सप्रेस से पांच यात्री गिर गए हैं। बताया जा रहा है कि जब ट्रेन कल्याण जंक्शन पर रुकी, तो रोज दफ्तर जाने वाले लोग इसमें चढऩे के लिए दौड़े। इस दौरान ज्यादा भीड़ और धक्का-मुक्की होने की वजह से यह हादसा हुआ। बताया जा रहा है कि ये लोग रोजाना ही अपने-अपने दफ्तरों तक पहुंचने के लिए ट्रेन का सफर करते हैं। सभी इस ट्रेन में चढक़र छत्रपति शिवाजी टर्मिनल की ओर यात्रा करते हैं।
सोमवार को ऑफिस आवर्स के दौरान भीड़ बढऩे और फिर ट्रेन में चढऩे की होड़ में धक्का-मुक्की हुई होगी, जिससे यह हादसा हुआ है। सेंट्रल रेले के प्रवक्ता स्वप्निल नीला ने बताया कि यह दुर्घटना सुबह 9:30 बजे हुई और 9:50 बजे तक एंबुलेंस आ गई थी, उन्हें इलाज के लिए छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल, कलवा में भर्ती कराया गया. हादसा मुंब्रा और दीवा स्टेशन के बीच में हुआ। घटनास्थल पर संजय वाघुले, आपदा प्रबंधन अधिकारी यासीन तड़वी, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. श्री मालगांवकर उपस्थित हैं और कलवा पुलिस थाने के पुलिस निरीक्षक भी मौजूद हैं. इसके अलावाव, छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल के डॉक्टरों की टीम युद्ध स्तर पर सभी का उपचार कर रही है।
ठाणे मुनिसिपल कॉरपोरेशन ने आधिकारिक जानकारी देते हुए बताया, आज दिनांक 09/06/2025 को सुबह लगभग 09:20 बजे कसारा से सीएसएमटी (08:19) जा रही एक फास्ट लोकल ट्रेन से करीब 10 यात्री मुंब्रा रेलवे स्टेशन के पास गिर गए, रेलवे प्रशासन द्वारा हादसे की जांच शुरू कर दी गई है।

बगल वाले ट्रैक पर थी पुष्पक ट्रेन

सेंट्रल रेले के प्रवक्ता स्वप्निल नीला ने जानकारी दी है कि ये लोग लोकल ट्रेन में दरवाजे पर लटकर यात्रा कर रहे थे. हादसे में 8 लोग शामिल थे। एक यात्री ने बताया कि पुष्पक एक्सप्रेस बगल वाले ट्रैक पर थी। दोनें ट्रेनों के बीच लोग बैग से टकराने के बाद गिर गए कुल 8 लोग ट्रैक पर गिरे थे, जिनमें से पांच की मौत हो गई है।

नहीं रूक रही मणिपुर में हिंसा

  • मेइती नेता की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन जारी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
इंफाल। मार्च से मई के बीच साल 2023 में शुरू हुआ मणिपुर में संघर्ष अपने सबसे खराब रूप में बढ़ता ही जा रहा है। 2 सालों से राज्य में शांदि होने के कई दावे किए गये लेकिन वह दावे लंबे समय तक टिक न सके। दो साल से लगाताप मणिपुर अशांत है। हिंसक घटनाएं हो रही है। ताजा अपडेट में अक बार फिर से मणिपुर में स्थिति बिगड़ रही है। मणिपुर में मेइती संगठन के एक नेता और चार अन्य की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन जारी है।
पुलिस ने बताया कि रविवार रात को प्रदर्शनकारियों ने निषेधाज्ञा का उल्लंघन करते हुए मशाल जुलूस निकाले, एक सरकारी इमारत में आग लगा दी और सुरक्षा बलों से उनकी झड़प हुई। एक अधिकारी ने बताया कि इंफाल पश्चिम जिले के क्वाकेइथेल और सिंगजमै क्षेत्र में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा कर्मियों के बीच झड़पें हुईं, जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और रबर की गोलियां चलाईं। उन्होंने बताया कि इंफाल पूर्व जिले के याइरीपोक तुलिहाल स्थित उप-विभागीय कलेक्टर (एसडीसी) कार्यालय में आग लगा दी गई, जिससे इमारत को आंशिक नुकसान पहुंचा और आधिकारिक दस्तावेज जल गए।

देश में कोरोना के एक्टिव केस 6 हजार के पार

  • 24 घंटे में छह मौतें

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। भारत में कोविड-19 के एक्टिव मामलों की संख्या रविवार को 6000 के आंकड़े को पार कर गई। देश में वर्तमान में 6133 सक्रिय मामले हैं। पिछले 24 घंटों में 378 नए मामले दर्ज किए गए हैं। पिछले 24 घंटों में छह मौतें भी हुई हैं, जिनमें से दो कर्नाटक में, तीन केरल में और एक तमिलनाडु में हुई है। कर्नाटक में विभिन्न बीमारियों से पीडि़त 46 और 78 वर्ष की आयु के दो पुरुषों की इलाज के दौरान मौत हो गई।
दोनों की कोविड-19 के लिए सकारात्मक जांच की गई। केरल में विभिन्न बीमारियों से पीडित 51, 64 और 92 वर्ष की आयु के तीन पुरुषों की इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि तमिलनाडु में अनियंत्रित मधुमेह और तीव्र किडनी रोग से पीडि़त 42 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई।

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