बिजली और महंगाई के खिलाफ कांग्रेस का अनोखा प्रदर्शन, लालटेन-टॉर्च लेकर सड़कों पर उतरे कार्यकर्ता

प्रदर्शनकारियों ने कहा कि बीजेपी सरकार ने चुनाव पूर्व जो वादे किए थे, वे अब सिर्फ कागज़ों में सिमट कर रह गए हैं. बढ़ती महंगाई ने आम आदमी का जीना मुश्किल कर दिया है.

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क: हरियाणा में बढ़ती मंहगाई और बिजली संकट के खिलाफ कांग्रेस ने सोमवार को सोनीपत में अनोखे अंदाज में विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस कार्यकर्ता हाथों में लालटेन और टॅार्च लेकर लघु सचिवालय के बाहर पहुंचे और सरकार को “जगाने” की चेतावनी दी।

प्रदर्शनकारियों का कहना था कि राज्य सरकार बिजली देने में पूरी तरह विफल हो चुकी है। बिजली दरों में वृद्धि और लंबे समय तक बिजली कटौती से आम जनता परेशान है।साथ ही सरसों तेल जैसी जरूरी वस्तुओं के दाम भी लगातार बढ़ रहे हैं, जिससे मध्यम वर्ग और गरीब तबका बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।

प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की और कहा कि सरकार जनता की समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है। उन्होंने कहा कि अब लोगों को लालटेन जलाकर रातें गुजारनी पड़ रही हैं। यह अनोखा विरोध प्रदर्शन स्थानीय लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया और मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई। प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन ने भी स्थिति पर नजर बनाए रखी और अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया। कांग्रेस नेताओं ने सरकार से मांग की कि वह महंगाई पर नियंत्रण करे और बिजली आपूर्ति व्यवस्था को तुरंत सुधारे, वरना बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।

कांग्रेस ने बीजेपी पर निम्न वर्ग की अनदेखी के लगाए आरोप
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि बीजेपी सरकार ने चुनाव पूर्व जो वादे किए थे, वे अब सिर्फ कागज़ों में सिमट कर रह गए हैं. बढ़ती महंगाई ने आम आदमी का जीना मुश्किल कर दिया है. सरसों का तेल जो हर रसोई का अहम हिस्सा है, अब आम लोगों की पहुंच से बाहर हो गया है. वहीं बिजली की बढ़ती दरों ने मध्यमवर्गीय परिवारों के बजट को पूरी तरह से बिगाड़ दिया है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि गरीब और निम्न वर्ग की अनदेखी करना सरकार की नीति बन चुकी है.

इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि राज्य में करीब 5 लाख बीपीएल कार्ड धारकों के राशन कार्ड बिना कोई स्पष्ट वजह बताए रद्द कर दिए गए हैं. इससे हजारों गरीब परिवारों को उनके हक से वंचित होना पड़ा है. प्रदर्शनकारी नेताओं ने कहा कि विपक्ष का काम सिर्फ आलोचना करना नहीं, बल्कि जनता की समस्याओं को सरकार तक पहुंचाना भी है. सरकार को उसकी गहरी नींद से जगाने के लिए यह प्रतीकात्मक प्रदर्शन किया गया है, ताकि वह अपनी जिम्मेदारियों को समझे. कांग्रेस ने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही सरसों तेल और बिजली की दरों को वापस नहीं लिया गया और गरीबों को राहत नहीं दी गई, तो आंदोलन को और भी व्यापक स्तर पर चलाया जाएगा.

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