गुजरात में बड़े फर्जीवाड़े की खुली पोल, बिना किसी आय के दिया 5.50 करोड़ का लोन
गुजरात में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया बैंक में महाघोटाला... बिना सैलरी के दिया करोड़ो लोन... बीजेपी राज में बड़ा भ्रष्टाचार उजागर...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः देश के सबसे प्रतिष्ठित और सुरक्षित माने जाने वाले भारतीय स्टेट बैंक में लोन घोटाला सामने आया है…… बता दें कि गुजरात के दाहोद की दो ब्रांच में फर्जी दस्तावेज से लोन घोटाला किया गया…….. जिसमें जो लोग लोन के लायक नहीं थे उनको लोन दिया गया…….. बैंक की ऑडिट रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ…… जिसके बाद वर्तमान ब्रांच मैनेजर ने पुलिस में शिकायत दी…….. जिसके आधार पर पूर्व बैंक मैनेजर समेत 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया है……. आपको बता दें कि बीजेपी राज घोटाला होना आम हो गया है….. कभी आरोपी देश का रूपया लेकर विदेश भाग जाते हैं……. और कुछ लोग आराम से करोड़ों का लोन लेते हैं…… वहीं घोटाल करने वालों को आसानी से बिना किसी जांच पड़ताल के लोन मिल भी जाता है…… लेकिन जरूरत मंदों को बैंक के चक्कर लगाने पड़ते हैं….. फिर भी उनकों लोन नहीं मिल पाता है…….
आपको बता दें कि दाहोद पुलिस ने बताया कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की दो अलग-अलग शाखाओं के एजेंटों ने पूर्व बैंक प्रबंधक के साथ मिलकर फर्जी सैलरी स्लिप……. और जाली दस्तावेजों के आधार पर बैंक की सभी नीतियों……. और नियमों का उल्लंघन करते हुए 5.50 करोड़ रुपये का लोन देकर धोखाधड़ी की थी…… उनमें कुछ रेलवे कर्मचारी थे…. जिनकी सैलरी कम थी……. जिसके चलते उनकी सैलरी स्लिप में आंकड़ा बढ़ाकर….. उन्हें लोन दे दिया गया…… इतना ही नहीं, कुछ लोगों के पास तो नौकरी भी नहीं थी…… और उन्हें सरकारी ड्राइवर, टीचर के फर्जी दस्तावेज…… और सैलरी स्लिप बनाकर लोन दिया गया……
वहीं इस मामले में बैंक प्रबंधक की ओर से शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस ने बैंक प्रबंधकों…… और एजेंटों समेत 30 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर दोनों शाखाओं के पूर्व प्रबंधक…….. दो एजेंटों और ऋण धारकों समेत कुल 18 लोगों को गिरफ्तार किया है…… बता दें कि यह घोटाला साल 2021 से 2024 की अवधि के दौरान एसबीआई के मुख्य शाखा प्रबंधक गुरमीत सिंह बेदी ने संजय डामोर……. और फईम शेख के साथ मिलकर किया था…… और उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करके बैंक के नियमों का उल्लंघन किया…… और रेलवे में क्लास-4 में कार्यरत रेलवे कर्मचारियों को कम वेतन के बावजूद कमीशन पर उच्च वेतन दिखाकर 4.75 करोड़ रुपये का लोन दिया…..
इसी तरह, जीएलके टावर में संचालित एसबीआई की दूसरी शाखा के प्रबंधक मनीष गवले ने दो एजेंटों के साथ मिलकर करीब 10 लोगों के फर्जी दस्तावेज…… सैलरी स्लिप बनाकर उन्हें कागजों में गुजरात परिवहन निगम का कर्मचारी…… और सरकारी शिक्षक दिखाकर 82.72 लाख रुपये का लोन दे दिया……. इस लोन घोटाले में बैंक मैनेजर और दोनों एजेंटों की ओर से बैंक के नियमों की अनदेखी कर लोन देने का खुलासा होने के बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है……
आपको बता दें कि पुलिस की गिरफ्त में आए संजय डामोर और फईम शेख एजेंट बनकर बैंक के बाहर लोन लेने के लिए आने वाले लोगों की तलाश करते थे…… वे उनकी सैलरी स्लिप अपडेट करते थे…… और बड़ा लोन दिलाने की गारंटी देते थे…… लोन मंजूर होने के बाद, वे लोन लेने वाले व्यक्ति से कमीशन के तौर पर पैसे लेते थे…….. जिसका एक हिस्सा बैंक मैनेजर को भेजा जाता था……. दोनों एजेंट बैंक मैनेजर के साथ मिलकर इस लोन घोटाले को अंजाम दे रहे थे……. वहीं यह लोन घोटाला लंबे समय से चल रहा था…… और जिन लोनधारकों ने फर्जी सैलरी स्लिप पर लोन लिया था……. वे समय पर लोन की किश्तें भी चुका रहे थे……. लेकिन अवैध तरीके से लोन लेने वाले तीन-चार लोनधारक समय पर किश्तें नहीं चुका पाए…… और उनके खाते एनपीए हो गए…….. जिसके बाद जून 2024 में ऑडिट रिपोर्ट में यह मामला सामने आया……. जिसमें दस्तावेजों की जांच के बाद पूरे घोटाले का पर्दाफाश हुआ……



