संसद में हंगामा, क्रिकेट मैच पर आफत

- पानी, जल, थल, नभ के रास्ते बंद तो फिर पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच क्यों?
- भारत-पाक मैच पर संसद में सियासी घमासान
- विपक्ष का ऐलान- मैच नहीं बायकाट चाहिए
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। लोकसभा के मानसून सत्र में आपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान विपक्ष ने सरकार को तमाम मुददों पर आढ़े हाथों लिया। विपक्ष का आरोप है कि सरकार आपरेशन सिंदूर पर विपक्ष के सवालों के जवाब नहीं दे रही और दूसरी तमाम बाते कर रही है। वहीं चर्चा के दौरान एक ऐसे मुददे ने जन्म ले लिया है जो सरकार के गले की फांस बन गया है और ट्रेंड कर रहा है।
एशिया कप में प्रस्तावित पाकिस्तान के साथ खेला जाने वाले क्रिकेट मैच में सदन के भीतर स्टेडियम से ज्यादा शोर सुनाई दे रहा है। विपक्ष किसी भी कीमत पर पाकिस्तान के साथ भारतीय क्रिकेट टीम का मैच खेलने पर राजी नहीं है। खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते। दुश्मन देश के साथ प्रस्तावित क्रिकेट मैच सियासी महायुद्ध में बदल चुका है। विपक्षी सांसदों के साथ पूर्व क्रिकेटर, समाज सेवी, और पहलगाम हमले में शहीदों के परिजन इस क्रिकेट मैच की आलोचना कर रहे हैं और किसी भी कीमत पर पाकिस्तान के साथ इस क्रिकेट मैच का विरोध कर रहे हैं। एशिया कप 2025 में भारत-पाक मैच के शेड्यूल जारी होते ही हंगामा शुरू हो गया है। सितंबर में होने वाले एशिया कप में 14 सितंबर को भारत-पाकिस्तान के बीच मैच खेला जाना प्रस्तावित है।
अंतरात्मा क्यों नहीं जाग रही
औवेसी ने कहा कि आपकी अंतरात्मा क्यों नहीं जाग रही है आप किस सूरत से पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच खेलेंगे? हम उन्हें पानी भी नहीं दे रहे, हमने पाकिस्तान का 80 प्रतिशत पानी रोक दिया है। मेरा जमीर तो गंवारा नहीं करता कि मैं उस मैच को देखूंगा। कांग्रेस सांसद प्रणीति शिंदे ने संसद में कहा कि पहलगाम आतंकी हमले में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के लिए यह गहरा दुख है और यह गुस्सा इस सरकार के प्रति है, जो अब तक पहलगाम हमले के दोषियों को पकडऩे या कोई सुराग देने में विफल रही है। ऑपरेशन सिंदूर मीडिया में सरकार का एक तमाशा मात्र था।
औवेसी ने पूछा सवाल
एआईएमआईएम प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा में केंद्र सरकार का घेराव करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री ने कहा था कि खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते हैं। आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं हो सकती है। मेरा सवाल है कि आपने व्यापार बंद कर दिया है, पाकिस्तान के विमान हमारे एयरस्पेस में प्रवेश नहीं कर सकते, उनकी नावें हमारे जलक्षेत्र में प्रवेश नहीं कर सकतीं और व्यापार पूरी तरह से बंद हो गया है, प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष। तो फिर क्रिकेट मैचे कैसे हो सकता है।
‘उन्होंने सुहाग उजाड़ा, आप मैच खेल रहे हैं’
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने भारत पाक क्रिकेट मैच पर कहा है कि एक तरह हमारी बहनों का सुहाग उजड़ा दूसरी तरफ हम पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच खेल रहे हैं। एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के बीच मैच का आयोजन होना है। इस पर लोकसभा में विपक्ष के सदस्यों ने सरकार से पूछा कि जब दोनों देशों के बीच व्यापार बंद है तो मैच आयोजित करने के लिए कैसे अनुमति दी जा सकती है?
मैच की हरी झंडी किसने दी?
सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान असदुद्दीन ओवैसी के भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच पर दिए बयान का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि पहलगाम में आतंकवादियों ने हमारी बहनों का सुहाग उजाड़ दिया और अब आप एशिया कप में भारत पाकिस्तान के बीच मैच करवा रहे हैं। हम उन बहनों को क्या जवाब देंगे? प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि हम लोगों ने इससे पहले विश्व चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स (डब्ल्यूसीएल) में भारत-पाकिस्तान मैच पर कड़ा विरोध जताया। जनता के दबाव में उस मैच को रद्द करना पड़ा। उन्होंने कहा कि जब ऑपरेशन सिंदूर जैसे अभियान चल रहे हैं और सरकार आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख की बात करती है, जिसमें पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद और बातचीत साथ नहीं हो सकते, तो ऐसे में पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच कैसे संभव है?
शहीद के पिता ने जताया विरोध
पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए शिवम द्विवेदी के पिता का कहना है कि दोनों देशों के बीच यह मैच नहीं होना चाहिए। इसी के साथ उन्होंने पीएम मोदी से तुरंत इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। संजय द्विवेदी ने कहा है कि जिस देश ने हमारे भारत पर आतंकवादी हमला कराया जो दशकों से हमारे देश में आतंकवादियों को भेजकर निर्दोष नागरिकों की हत्या करवा रहा है उस देश के साथ इस तरह का मुकाबला खेलना बिल्कुल गलत है। उन्होंने कहा है कि मैं भारत सरकार से निवेदन करता हूं कि प्रधानमंत्री तुरंत इस मामले में हस्तक्षेप करें। किसी भी हालत में यह मैच नहीं होना चाहिए। यह हमारा दुश्मन देश है। खेल हमेशा मित्र देश के साथ होता है। दुश्मन देशों के साथ इस तरह की मित्रता दिखाना आतंकवाद की अपनी लड़ाई को कमजोर करना है।




