सुखजिंदर रंधावा का सरकार पर तंज, कहा- फील्ड में नहीं दिखा बीजेपी का एक भी नेता

कांग्रेस सांसद सुखजिंदर रंधावा ने पीएम मोदी के 'ऑपरेशन सिंदूर' पर दिए बयान पर आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि उन्हें देशभक्ति का प्रमाण पत्र नहीं चाहिए.

4पीएम न्यूज नेटवर्क: कांग्रेस सांसद सुखजिंदर रंधावा ने पीएम मोदी के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर दिए बयान पर आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि उन्हें देशभक्ति का प्रमाण पत्र नहीं चाहिए.

लोकसभा में पीएम मोदी के भाषण पर कांग्रेस सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा नाराज हुए. प्रधानमंत्री ने संसद में कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विपक्ष हमसे सबूत मांग रहा है, जबकि पाकिस्तान यह कबूल कर चुका है. इसपर कांग्रेस नेता रंधावा ने कहा, “में अपनी देशभक्ति के लिए प्रधानमंत्री मोदी या केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से प्रमाण पत्र नहीं चाहिए. पूरी दुनिया और पूरा देश जानता है कि कांग्रेस ने कैसे देश की आजादी के लिए कुर्बानियां दीं.”

सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा, “प्रधानमंत्री को ऑपरेशन सिंदूर का श्रेय खुद नहीं लेना चाहिए, बल्कि हमारी सेना, हमारे सुरक्षाबलों को देना चाहिए. हमें युद्धविराम स्वीकार नहीं करना चाहिए था और पाकिस्तान को तीन टुकड़ों में विभाजित कर देना चाहिए था.”

सुखजिंदर रंधावा ने किया 1965 और 1971 के युद्ध का जिक्र
इतना ही नहीं, पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, “उन्हें याद रखना चाहिए कि 1965 के युद्ध में हमने पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था. पाकिस्तान हमारे सामने हाथ जोड़कर खड़ा था. 1971 की वॉर में हमने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए थे और उसके एक लाख फौजियों ने हमारे सामने सरेंडर कर दिया.”

उन्होंने आगे कहा, “बीजेपी ये इतिहास याद नहीं करना चाहती. वो इंदिरा गांधी का नाम नहीं लेना चाहती. नहीं लेना है तो मत लो, लेकिन जनरल जगजीत सिंह का नाम तो लो. उन्होंने पाकिस्तानियों को हथियार डालने पर मजबूर कर दिया था.”

कांग्रेस नेता ने कहा, “उसके 50 साल बाद तक पाकिस्तान अपनी आवाज और आंख तक नहीं उठा सका. 50 साल के बाद पाकिस्तान ने कई बार भारत पर अटैक किया. पुलवामा में क्या हुआ? कुल मिलाकर देश की आर्मी ने जो ऑपरेशन सिंदूर किया, वो ठीक किया.”

डोनाल्ड ट्रंप का जिक्र करते हुए सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा, “पीएम मोदी को चाहिए था कि अमरेकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को झूठा साबित करें. ट्रंप ने कहा था कि उसने भारत को व्यापार की धमकी दी थी. यह बात पूरी दुनिया ने सुनी. उसके बाद ट्रंप ने पाकिस्तान के जनरल को लंच पर बुलाया. अब इसमें पीएम मोदी को अपना स्टैंड रखना चाहिए था. उन्हें कहना चाहिए था कि वह ट्रंप को कुछ नहीं समझते.”

सीजफायर बंद नहीं करना चाहिए था’- कांग्रेस नेता
1971 में पाकिस्तान के गिड़गिड़ाने के बाद भी हमने सीजफायर बंद नहीं की थी. उसे दांतों चने चबवा दिए थे, लेकिन इस बार ट्रंप के कहने पर हमने आधे मिनट में सीजफायर कर दिया? इसके बाद पाकिस्तान ने फिर अमृतसर और पठानकोट में हमले किए. पीएम मोदी ने एक शब्द नहीं बोला.

आतंकियों ने पहलगाम में भारतीयों को मारा, लेकिन युद्धस्थल पंजाब बन गया. चार दिन तक अटैक चलता रहा, लेकिन पंजाब के लिए पीएम मोदी ने एक शब्द नहीं कहा. मैं चार दिन तक अपने क्षेत्र में रहा, लेकिन बीजेपी का एक भी नेता मुझे फील्ड में नहीं दिखा.

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