भाई को ताकत देने पहुंची बहन प्रियंका

वोटर अधिकार यात्रा से वायनाड की सांसद भी जुड़ीं

  • एसआईआर भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए : राहुल
  • गरमाई बिहार की सियासत भाजपा घबराई

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
सुपौल। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा मंगलवार को अपने भाई और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के साथ वोटर अधिकार यात्रा में शामिल हुईं। यात्रा के दौरान उनके साथ तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और इंडिया गठबंधन के अन्य नेता भी मौजूद रहे। सभी नेताओं को एक एसयूवी की छत पर बैठकर भीड़ का अभिवादन करते देखा गया। सोमवार को विराम के बाद मंगलवार को यात्रा दोबारा शुरू हुई।
इससे पहले राहुल गांधी ने रविवार को अररिया में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि इंडिया गठबंधन की सभी पार्टियां बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एकजुट होकर काम कर रही हैं और इसका सकारात्मक परिणाम सामने आएगा। उन्होंने कहा कि जल्द ही गठबंधन का साझा घोषणापत्र जारी किया जाएगा। राहुल गांधी ने एनडीए सरकार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया था कि चुनाव आयोग द्वारा बिहार में मतदाता सूची का विशेष पुनरीक्षण (एसआईआर) दरअसल भाजपा को फायदा पहुंचाने और वोट चुराने की संस्थागत कोशिश है। उन्होंने इसे लोकतंत्र के खिलाफ बताया और कहा कि वोटर अधिकार यात्रा इसी के विरोध में चलाई जा रही है।

16 दिनों की लंबी यात्रा

वोटर अधिकार यात्रा 17 अगस्त को सासाराम से शुरू हुई थी और 1 सितंबर को पटना में एक बड़ी रैली के साथ समाप्त होगी। इस दौरान यात्रा 1,300 किमी की दूरी तय कर बिहार के कई जिलों से गुजऱेगी। अब तक यह यात्रा गया, नवादा, शेखपुरा, लखीसराय, मुंगेर, कटिहार और पूर्णिया जिलों से गुजर चुकी है। आगे यह मधुबनी, दरभंगा, सीतामढ़ी, पश्चिम चंपारण, सारण, भोजपुर और पटना जिलों से होकर गुजऱेगी। उधर जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने राहुल गांधी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि बिहार में उनकी कोई इज़्ज़त नहीं है, और आगे कहा कि कांग्रेस तो बस राजद की एक और अनुयायी है।

पीएम सोते-जागते लेते हैं राहुल का नाम: रंजीत रंजन

राज्यसभा सांसद और कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव रंजीत रंजन ने कहा कि वोट के अधिकार से ही लोकतंत्र मजबूत होता है, लेकिन जिस तरह वोट की चोरी कर लोकतंत्र पर हमला किया जा रहा है, उसके खिलाफ जनता को जागरूक करने के लिए यह यात्रा निकाली जा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस संविधान के हनन और लोकतंत्र की हत्या के खिलाफ आंदोलन कर रही है। महाराष्ट्र, हरियाणा और कर्नाटक में हुई गड़बडिय़ों को भी सामने लाया गया है, लेकिन चुनाव आयोग मनमानी कर रहा है। जदयू विधायक द्वारा राहुल गांधी पर की गई टिप्पणी के जवाब में रंजीत रंजन ने कहा कि जदयू नेताओं को पहले यह तय करना चाहिए कि वे किस खेमे में हैं। उनके नेता जिस तरह पलटते रहते हैं, उन्हें मेडिकल ट्रीटमेंट की जरूरत है। प्रधानमंत्री भी हर बार अपने भाषण की शुरुआत और अंत राहुल गांधी के नाम से करते हैं। सत्ता में 11 साल रहने के बाद भी अगर पीएम सोते-जागते राहुल का नाम लेते हैं तो यह उनकी मजबूती का सबूत है। भागलपुर में वोटर लिस्ट में पाकिस्तानी नागरिकों के नाम पाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस भी फर्जी और विदेशी वोटरों को हटाने के पक्ष में है। सभी पाकिस्तानी और बांग्लादेशियों को बाहर किया जाए। लेकिन यह सब भाजपा का प्रोपोगेंडा है। राहुल जी ने यह भी दिखाया है कि कैसे एक ही पते पर कई वोटर दर्ज हैं। 18 साल से ऊपर हर वयस्क का नाम वोटर लिस्ट में होना चाहिए, लेकिन केवल भाजपा समर्थक न होने पर किसी का नाम हटाना लोकतंत्र विरोधी है।

सब कुछ गठबंधन के मंच से तय होगा : मुकेश सहनी

आगामी बिहार चुनावों से पहले, विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के संस्थापक मुकेश सहनी ने मंगलवार को कहा कि कोई भी एक पार्टी सरकार नहीं बनाएगी। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी राज्य के मुख्यमंत्री का फैसला नहीं करेंगे और सब कुछ गठबंधन के मंच से तय होगा। सहनी ने बताया कि हम साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे और सरकार बनाएंगे। कोई भी एक पार्टी सरकार नहीं बनाएगी… सरकार सभी गठबंधन सहयोगियों के समर्थन से बनेगी… राहुल गांधी यह तय नहीं करेंगे कि तेजस्वी मुख्यमंत्री होंगे या नहीं… सब कुछ गठबंधन के मंच से तय होगा।सहनी ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी ने संसदीय चुनावों में धोखाधड़ी की थी और अगर ऐसा हुआ होता तो वे सरकार बना लेते। उन्होंने आगे कहा कि हमें वोट इसलिए मिल रहे हैं क्योंकि लोगों को हम पर भरोसा है। उन्हें हम पर ज़्यादा भरोसा था, भाजपा पर नहीं। हालाँकि लोगों को हम पर भरोसा है, फिर भी उन्होंने (भाजपा ने) वोट चोरी की। अगर उन्होंने वोट चोरी न की होती, तो हम सरकार बना सकते थे, उन्होंने कहा था कि वे 400 सीटें जीतेंगे, लेकिन उन्हें सिर्फ़ 240 सीटें मिलीं।

Related Articles

Back to top button