डायमंड कारोबारियों को ले डूबी मोदी की दोस्ती! विश्वगुरु ने छोड़ा साथ!
अमेरिका के 50% टैरिफ और 28% GST ने गुजरात के डायमंड कारोबार की कमर तोड़ दी है... 99% कारोबारियों के सामने रोज़गार का संकट खड़ा है...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः दोस्तों भारत का डायमंड और कपड़ा उद्योग दुनिया में गुजरात राज्य का सूरत शहर महत्वपूर्ण स्थान रखता है…… सूरत शहर को दुनिया का डायमंड कैपिटल कहा जाता है…… जहां लाखों लोग इस व्यापार से जुड़े हैं…… लेकिन हाल के वर्षों में इस उद्योग को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है…… पहले भारत में जीएसटी की ऊंची दरों ने छोटे व्यापारियों को प्रभावित किया…… और अब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए 50 प्रतिशत टैरिफ ने इस संकट को और गहरा कर दिया है…… यह टैरिफ 27 अगस्त से लागू हो गया है….. जो भारत के निर्यात पर सीधा असर डाल रहा है…… इस खबर में हम इन मुद्दों को तथ्यों के आधार पर जानेंगे….. जिसमें गुजरात के डायमंड व्यापार में गुजरातियों की भूमिका, जीएसटी का प्रभाव, ट्रंप टैरिफ का विवरण, कपड़ा उद्योग पर कैसा असर पड़ेगा…..
आपको बता दें कि गुजरात के डायमंड व्यापार में लगभग 90 प्रतिशत लोग गुजराती समुदाय से हैं……. जो पटेल और जैन जैसे समुदायों से आते हैं…… दुनिया भर में डायमंड ट्रेड पर गुजरातियों का कब्जा है…… जैसे बेल्जियम के एंटवर्प में 75 प्रतिशत डायमंड व्यापार भारतीय परिवारों के हाथ में है…….. जिनमें ज्यादातर गुजराती हैं…… वास्तविकता में भारत दुनिया के 90 प्रतिशत रफ डायमंड्स को कट और पॉलिश करता है…….. और इसका 80 प्रतिशत हिस्सा सूरत में होता है…… यह उद्योग 10 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार देता है…… और अमेरिका भारत के डायमंड निर्यात का सबसे बड़ा बाजार है……. जहां 40 प्रतिशत निर्यात जाता है……. ट्रंप के टैरिफ से यह बाजार खतरे में है…… जिससे गुजरात में बेरोजगारी बढ़ सकती है…….. कपड़ा उद्योग भी प्रभावित है, जो गुजरात और तमिलनाडु जैसे राज्यों में लाखों नौकरियां देता है…….
आपको बता दें कि गुजरात का डायमंड उद्योग सदियों पुराना है……. लेकिन आधुनिक रूप में यह 1960 के दशक में शुरू हुआ…… सूरत शहर दुनिया का सबसे बड़ा डायमंड कटिंग….. और पॉलिशिंग सेंटर है……. जहां 72 प्रतिशत वैश्विक डायमंड्स प्रोसेस होते हैं……. गुजराती लोग, विशेषकर पटेल समुदाय, इस व्यापार में प्रमुख हैं…… क्योंकि उन्होंने विदेशों में भी अपना नेटवर्क बनाया है……. हांगकांग में 350 डायमंड फर्म्स गुजरातियों की हैं……. और एंटवर्प में भारतीय डायस्पोरा ने यहूदियों से व्यापार छीन लिया…… वैश्विक डायमंड ट्रेड में 90 प्रतिशत भारतीय हाथ है……. और इसमें गुजराती डायस्पोरा की हिस्सेदारी 60 प्रतिशत से ज्यादा है……
सूरत में 9 लाख से ज्यादा लोग डायमंड इंडस्ट्री में काम करते हैं……. और यह गुजरात की अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा है…….. लेकिन पिछले सालों में रूस से डायमंड आयात पर जी7 देशों की पाबंदी ने समस्या बढ़ाई……. क्योंकि भारत रूस से रफ डायमंड्स आयात करता है…… अब ट्रंप के टैरिफ ने इसे और मुश्किल बना दिया……. सूरत डायमंड बोर्स, जो दुनिया का सबसे बड़ा ऑफिस कॉम्प्लेक्स है……. अब खाली पड़ा है क्योंकि ऑर्डर कम हो गए हैं……. और 1 लाख लोग नौकरी गंवा चुके हैं……
बता दें कि भारत में डायमंड पर जीएसटी रेट बहुत कम है…… रफ डायमंड्स पर 0.25 प्रतिशत, कट और पॉलिश्ड डायमंड्स पर 1.5 प्रतिशत, और डायमंड ज्वेलरी पर 3 प्रतिशत जीएसटी लगता है…… 2022 में जीएसटी काउंसिल ने कट डायमंड्स पर रेट 0.25 से बढ़ाकर 1.5 प्रतिशत किया……. जो इंडस्ट्री ने स्वागत किया क्योंकि इससे इनपुट टैक्स क्रेडिट की समस्या हल हुई…… 2017 में जीएसटी लागू होने पर छोटे डायमंड यूनिट्स प्रभावित हुए थे…… तब पॉलिश्ड डायमंड्स पर 3 प्रतिशत जीएसटी था,…… जो व्यापारियों को विरोध करने पर मजबूर किया…… गुजरात में छोटे व्यापारियों ने कहा कि इससे उनके कारोबार पर बोझ बढ़ा, और कुछ यूनिट्स बंद हो गईं…… लेकिन 28 प्रतिशत का दावा गलत है…… यह शायद अन्य प्रोडक्ट्स जैसे लक्जरी गुड्स पर लागू होता है,……न कि डायमंड्स पर…… कुल मिलाकर, जीएसटी ने इंडस्ट्री को संगठित किया……. लेकिन छोटे व्यापारियों के लिए शुरुआती मुश्किलें आईं……. अब ट्रंप टैरिफ जीएसटी से ज्यादा बड़ा खतरा है……
आपको बता दें डोनाल्ड ट्रंप ने 2025 में भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया……. जिसमें 25 प्रतिशत बेस टैरिफ और 25 प्रतिशत पेनल्टी शामिल है…… पेनल्टी का कारण भारत का रूस से कच्चा तेल खरीदना है, जो अमेरिका को पसंद नहीं…… यह टैरिफ डायमंड, ज्वेलरी, टेक्सटाइल, फुटवेयर, फर्नीचर और केमिकल्स पर लागू है….. अमेरिका भारत के 90 बिलियन डॉलर निर्यात का दो-तिहाई प्रभावित कर रहा है…..
वहीं इसका सूरत में प्रभाव साफ दिख रहा है……. ऑर्डर 40 प्रतिशत कम हो गए……. और 1 लाख से 3 लाख नौकरियां खतरे में हैं…… डायमंड एसोसिएशन के प्रेसिडेंट जगदीश खूंट ने कहा कि प्रभाव शॉर्ट-टर्म है, क्योंकि अमेरिका भारत पर निर्भर है…… लेकिन रॉयटर्स की रिपोर्ट में बताया गया कि ऑफिस खाली हैं…… और ऑर्डर रुक गए…… मूडीज एनालिटिक्स ने कहा कि इससे भारत का जीडीपी 0.7 प्रतिशत कम हो सकता है….. ट्रंप और मोदी की दोस्ती का जिक्र उपयोगकर्ता ने किया…… 2019-2020 में दोनों की अच्छी बॉन्डिंग थी, लेकिन अब टैरिफ ने रिश्ते खराब कर दिए……. भारत ने कहा कि हम रिटेलिएट करेंगे……. जैसे अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर टेस्टिंग बढ़ाकर…… लेकिन विश्वगुरु भारत अमेरिका के खिलाफ मुंह खोलने में सतर्क है……. क्योंकि व्यापार संतुलन जरूरी ….
आपको बता दें कि गुजरात कांग्रेस नेता ने मोदी सरकार पर तमाम आरोप लगाए….. और मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं….. और कहा कि डायमंड व्यापार में 99% गुजरात के लोग है…… पहले इन्हें 28% GST ने मारा…… अब 50% अमेरिकन टैरिफ मारेगा……विश्वगुरु इनके लिए क्या अमेरिका के खिलाफ मुंह खोलेगा…..



