ट्रंप से क्यों डर रहे मोदी? किसानों को बर्बाद करने वाली टैक्स डील पर केजरीवाल का बड़ा खुलासा!

क्या मोदी सरकार ने किसानों के हितों की बलि चढ़ाकर ट्रंप के दबाव में टैक्स डील की? केजरीवाल ने उठाए बड़े सवाल और खोली विश्वगुरु की पोल!    

4पीएम न्यूज नेटवर्कः दोस्तों आज की दुनिया में राजनीति और अर्थव्यवस्था एक-दूसरे से जुड़ी हुई हैं….. हाल ही में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं….. और उन्होंने कहा है कि मोदी सरकार ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दबाव में अमेरिकी कपास पर 11 प्रतिशत आयात शुल्क हटा दिया है…… इससे भारतीय किसानों को बड़ा नुकसान होगा….. और यह किसानों के हितों की बलि चढ़ाने जैसा है….. केजरीवाल ने इसे विश्वगुरु की पोल खोलने वाला कदम बताया है…… आज हम इस खबर में बात करेंगे कि क्या यह आरोप सही हैं? क्या वाकई ट्रंप के दबाव में यह फैसला लिया गया? और इसका किसानों पर क्या असर पड़ेगा?

दोस्तों हमें सबसे पहले यह समझना होगा कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार कैसे चलता है…… भारत और अमेरिका दोनों बड़े व्यापारिक साझेदार हैं….. 2024-25 में दोनों देशों के बीच व्यापार करीब 200 अरब डॉलर का था….. लेकिन डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद व्यापार में तनाव बढ़ा है…… आपको बता दें कि ट्रंप अमेरिका फर्स्ट की नीति पर चलते हैं…… यानी वे अमेरिकी उत्पादों को बढ़ावा देते हैं और दूसरे देशों पर शुल्क लगाकर अमेरिकी अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाते हैं…..

ट्रंप ने 2025 में भारत पर 50 प्रतिशत शुल्क लगाने की घोषणा की…… यह शुल्क भारतीय कारों, ट्रकों और ऑटो पार्ट्स पर लगाया गया है…… ट्रंप का कहना है कि भारत अमेरिकी उत्पादों पर ज्यादा शुल्क लगाता है…… इसलिए अमेरिका भी जवाब देगा…. ट्रंप ने कहा कि भारत अमेरिकी मोटरसाइकिलों पर 100 प्रतिशत शुल्क लगाता है….. जबकि अमेरिका भारतीय उत्पादों पर कम शुल्क लेता है…… इससे भारतीय निर्यातकों को नुकसान हो सकता है…… क्योंकि उनके सामान अमेरिका में महंगे हो जाएंगे…..

वहीं ट्रंप की यह नीति नई नहीं है…… उनके पहले कार्यकाल 2017 से 2021 में भी उन्होंने भारत को जनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रेफरेंस से हटा दिया था…… GSP एक योजना है जिसमें गरीब देशों को अमेरिका में बिना शुल्क के सामान बेचने की छूट मिलती है…… 2019 में ट्रंप ने कहा कि भारत अमेरिकी उत्पादों पर ज्यादा शुल्क लगाता है….. इसलिए GSP खत्म कर दिया….. इससे भारत के 5.6 अरब डॉलर के निर्यात प्रभावित हुए…..

अब 2025 में ट्रंप फिर से आक्रामक हैं…… और उन्होंने भारत को टैरिफ किंग कहा और कहा कि भारत अमेरिका से ज्यादा फायदा उठाता है…… मोदी सरकार ने इसका जवाब दिया है कि भारत अपनी अर्थव्यवस्था की रक्षा करेगा…… लेकिन केजरीवाल का आरोप है कि मोदी ट्रंप से डरते हैं और किसानों को बर्बाद कर रहे हैं….. दोस्तों अब आते हैं मुख्य मुद्दे पर जो भारतीय किसानों के लिए गंभीर समस्या है….. बता दें कि भारत में कपास एक बड़ा फसल है…… देश के लाखों किसान कपास उगाते हैं…… जिसमें महाराष्ट्र, तेलंगाना और पंजाब के किसान शामिल है…… बता दें कि भारतीय कपास की कीमत बाजार में मांग-आपूर्ति पर निर्भर करती है……. अगर विदेशी कपास सस्ता आ जाए…… तो भारतीय किसानों का कपास नहीं बिकेगा या कम दाम मिलेगा…..

जिसको लेकर केजरीवाल का कहना है कि मोदी सरकार ने 19 अगस्त से 30 सितंबर तक अमेरिकी कपास पर 11 प्रतिशत आयात शुल्क हटा दिया है…… पहले यह शुल्क था, जो अमेरिकी कपास को महंगा बनाता था…… अब बिना शुल्क के अमेरिकी कपास भारतीय बाजार में 15 से 20 रूपये प्रति किलो सस्ता हो जाएगा…. केजरीवाल ने कहा कि हमारे किसानों ने कर्ज लेकर कपास बोया है…… जो अक्टूबर में बाजार में आएगा…… लेकिन मोदी जी ने सितंबर तक अमेरिकी कपास पर शुल्क हटा दिया…… आखिर यह फैसला क्यों लिया गया……

समाचारों के अनुसार यह अमेरिका के साथ व्यापार समझौते का हिस्सा है……. अमेरिका ने भारत पर शुल्क लगाए…… तो भारत ने जवाब में कुछ छूट दी…… लेकिन केजरीवाल कहते हैं कि यह ट्रंप के दबाव में हुआ…….. उन्होंने कहा कि ट्रंप ने धमकी दी, और मोदी जी झुक गए…. यह किसानों के साथ धोखा है….. लेकिन व्यापार विशेषज्ञों का कहना है कि यह अस्थायी छूट है…… जो कपड़ा उद्योग की जरूरतों को पूरा करने के लिए दी गई….. भारत में कपड़ा मिलों को सस्ते कच्चे माल की जरूरत है…… और अमेरिकी कपास अच्छी गुणवत्ता का होता है……. लेकिन इससे किसानों को नुकसान हो सकता है…..

एक रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ने अमेरिकी कपास पर अतिरिक्त शुल्क लगाया है…… इसलिए अमेरिका भारत को बाजार के रूप में देख रहा है…… भारत ने शुल्क हटाकर अमेरिका को राहत दी…… लेकिन क्या यह किसानों की बलि है?….. आपको बता दें कि भारत में सालाना 30 मिलियन गांठ कपास पैदा होता है…… अगर अमेरिकी कपास सस्ता आएगा, तो स्थानीय कीमतें गिर सकती हैं……. किसानों को पहले से ही एमएसपी की समस्या है…..

अरविंद केजरीवाल ने 28 अगस्त को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह मुद्दा उठाया…… और उन्होंने कहा कि मोदी जी ने पीठ पीछे फैसला लिया…… जो पूरे देश के किसानों के साथ विश्वासघात है…… ट्रंप के दबाव में 11% शुल्क हटा दिया…… वहीं अब अमेरिकी कपास सस्ता आएगा, भारतीय किसान बर्बाद हो जाएंगे…… और उन्होंने कहा कि ट्रंप ने 50 फीसदी शुल्क लगाया, तो भारत को 100 फीसदी शुल्क लगाना चाहिए…… ट्रंप कायर है, हम क्यों झुकें….. केजरीवाल ने कहा कि किसान पहले से तीन कृषि कानूनों से परेशान थे….. अब यह नया झटका है….. मोदी जी विश्वगुरु बनते हैं, लेकिन किसानों के मुद्दे पर पोल खुल गई…… वहीं उन्होंने मांग की कि शुल्क तुरंत बहाल किया जाए…… अमेरिकी कपास पर 11 फीसदी शुल्क लगाओ, किसानों को बचाओ…..

आपको बता दें कि भारतीय कपास की मौजूदा कीमत 50 से 60 रूपये प्रति किलो है…… अमेरिकी कपास बिना शुल्क के 35 से 45 प्रति किलो आ सकता है…… इससे मिल मालिक अमेरिकी कपास खरीदेंगे….. भारतीय कपास स्टॉक में रहेगा….. भारत में 60 लाख से ज्यादा परिवार कपास पर निर्भर हैं…… 2024 में कपास उत्पादन अच्छा था…… लेकिन कीमतें कम होने से किसान कर्ज में डूब सकते हैं…… पहले से किसान आत्महत्याओं की समस्या है…. वहीं कपड़ा उद्योग कहता है कि सस्ता कपास मिलने से निर्यात बढ़ेगा……. भारत दुनिया का दूसरा बड़ा कपास उत्पादक है…… लेकिन आयात से उद्योग मजबूत होगा…… लेकिन क्या यह किसानों की कीमत पर ही होगा….. विशेषज्ञ कहते हैं कि सरकार को एमएसपी बढ़ाना चाहिए……

आपको बता दें कि एक रिपोर्ट में कहा गया कि यह फैसला अमेरिका के साथ व्यापार युद्ध से बचने के लिए है…… लेकिन केजरीवाल कहते हैं कि यह कमजोरी है….. मोदी जी ने किसानों को ट्रंप को बेच दिया……. वहीं तथ्यों से लगता है कि शुल्क हटाना हुआ है…… लेकिन ट्रंप ने 50 फीसदी शुल्क लगाया…… उसके बाद भारत ने छूट दी…… यह सहयोग लगता है, लेकिन केजरीवाल इसे कमजोरी कहते हैं…… बता दें कि किसानों के लिए यह नुकसानदायक हो सकता है…… लेकिन लंबे समय में व्यापार के लिए फायदेमंद होगा……. सरकार को किसानों के लिए पैकेज देना चाहिए…… केजरीवाल के सवाल वैध हैं….

 

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