टूटे घर और बर्बाद फसल देख भावुक हुए राहुल

- नेता प्रतिपक्ष ने बाढ़ पीडि़तों केदर्द कोसुना
- बच्चा रोने लगा तो राहुल ने गले लगाया
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
अमृतसर/गुरदासपुर। लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी को अपने बीच पाकर भावुक हो गए पंजाब केबाढ़ पीडि़त। उन्होंने अमृतसर और गुरदासपुर के प्रभावित गांवों में जाकर हालात का जायजा लिया और किसानों से बातचीत की। ट्रैक्टर पर बैठकर उन्होंने खेतों में बर्बाद फसल का जायजा लिया और लोगों के टूटे घरों को देखा जिनमें कई-कई फीट रेत भरा हुआ था। राहुल गांधी ने लोगों का दुख साझा किया और उन्हें आश्वासन व वादा किया कि वो लोकसभा में पंजाब की तबाही का मुद्दा उठाएंगे और केंद्र सरकार से हरसंभव मदद दिलवाएंगे।
उन्होंने राज्य सरकार से भी अपील की कि वह जल्द से जल्द लोगों को मुआवजा दे जिसकी उन्हें फिलहाल सबसे ज्यादा जरूरत है। राहुल ने इस दौरान गुरुद्वारा बाबा बुड्ढा साहिब में जाकर माथा भी टेका और अरदास की। उनके साथ नेता विपक्ष प्रताप सिंह बावजा, राज्य कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, पंजाब प्रभावी भूपेश बघेल व अन्य नेता भी मौजूद थे। अमृतसर के बाद राहुल गुरदासपुर के लिए रवाना हो गए। वहां उन्होंने भारत-पाक सीमा पर स्थित गांव धर्मकोट पत्तन का दौरा कर रावी दरिया से प्रभावित किसानों और ग्रामीणों से मुलाक़ात की और उनकी आपबीती सुनी।किसानों ने सरकार से मांग की है कि खेतों से रेत उठाने के लिए जो समय सीमा तय की है, वह नाकाफी है।
खेतों का पानी अभी सूखने का नाम नहीं ले रहा, इसलिए रेत उठाने का समय बढ़ाया जाए ताकि किसान अपने खेतों को दोबारा खेती योग्य बना सकें। उन्होंने किसानों द्वारा औजारों व खेती-किसानी के लिए उठाए गए कर्ज़ को भी माफ करने की मांग की।
बाढ़ के कारण सबसे अधिक नुकसान झेल रहे गांव
घोनेवाल में जब राहुल पहुंचे तो वहां पर मौजूद लोगों के साथ बात करने लगे। इसी दौरान एक छोटा बच्चा भी परेशानियां बताने लगा और अचानक वह रोने लगा। इसपर राहुल ने उसे गोद में उठाकर गले लगाकर उसे चुप किया। इसी दौरान राहुल लोगों के टूटे घर देखकर भावुक हो गए। गांव घोनेवाल के ग्रामीणों से मिलने के बाद राहुल ने सोशल मीडिया पर लिखा-उजड़े आशियाने, बर्बाद खेत, बिखरी जिंदगियां। दर्द आंखों में साफ दिखता है, मगर हौसला अटूट है। राज्य और केंद्र सरकार हर हाल में यह सुनिश्चित करे कि राहत पैकेज और मुआवजा बिना देरी पीड़ितों तक पहुंचाया जाए।
राहुल गांधी को गुरुद्वारे में सम्मान पर बवाल
एसजीपीसी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि रामदास स्थित गुरुद्वारा बाबा बुड्ढा साहिब में कांग्रेस नेता को सिरोपा भेंट किए जाने की घटना की जाँच चल रही है। धामी ने स्पष्ट किया कि एसजीपीसी की अंतरिम समिति के निर्णय के अनुसार, गुरुद्वारों के गर्भगृह में राजनीतिक नेताओं या तथाकथित विशेष व्यक्तियों को सिरोपा भेंट करने पर स्पष्ट प्रतिबंध है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि यह सम्मान केवल धार्मिक हस्तियों, रागी सिंहों और सिख महापुरुषों के लिए ही आरक्षित है। धामी ने कहा, बाबा बुड्ढा साहिब में जो कुछ हुआ, उसकी पूरी जाँच शुरू कर दी गई है। कल तक पूरी रिपोर्ट सौंप दी जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
नेता प्रतिपक्ष को सिरोपा पर एसजीपीसी सख्त, रिपोर्ट तलब
इस कदम पर सिख नेतृत्व ने आपत्ति जताई है, क्योंकि यह एसजीपीसी के उस प्रस्ताव के विरुद्ध है जिसमें गुरुद्वारों के अंदर राजनीतिक नेताओं का सम्मान करने पर रोक लगाई गई है। अकाल तख्त के पूर्व जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने भी कड़ी आपत्ति जताई और गांधी परिवार से उनके जुड़ाव का हवाला देते हुए राहुल गांधी को सम्मानित करने के फैसले पर सवाल उठाया।



