गुजरात में बड़ी सेंधमारी की तैयारी में राहुल, मोदी-शाह की नींद उड़ी!
नेता विपक्ष राहुल गांधी ने गुजरात में सेंधमारी के लिए बड़ा प्लान तैयार कर लिया है... जिससे गुजरात लॉबी की नींद उड़ गई है...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः दोस्तों गुजरात भारत का एक महत्वपूर्ण राज्य है.. जो हमेशा से भारतीय जनता पार्टी का मजबूत गढ़ रहा है.. यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह जैसे बड़े नेता पैदा हुए हैं.. लेकिन अब कांग्रेस पार्टी, खासकर राहुल गांधी इस गढ़ में सेंध लगाने की कोशिश कर रहे हैं.. राहुल गांधी लोकसभा में विपक्ष के नेता हैं.. गुजरात को बीजेपी से छीनने का सपना देख रहे हैं.. उनका मानना है कि अगर कांग्रेस यहां जीतती है.. तो यह पूरे देश में एक बड़ा संदेश देगा.. आने वाले महीनों में राहुल सभी 182 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करने वाले हैं.. ताकि जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबूत किया जा सके..
गुजरात में राजनीति हमेशा से दिलचस्प रही है.. राज्य में 182 विधानसभा सीटें हैं.. और यहां चुनाव हर पांच साल में होते हैं.. बीजेपी ने पिछले कई दशकों से यहां मजबूत पकड़ बनाई हुई है.. 2001 से 2014 तक नरेंद्र मोदी यहां मुख्यमंत्री रहे.. और उनकी वजह से बीजेपी की जड़ें और गहरी हो गईं.. लेकिन कांग्रेस भी कभी कमजोर नहीं रही.. 1980 और 1990 के दशक में कांग्रेस यहां की सत्ता में थी.. लेकिन 1995 से बीजेपी का दबदबा है..
आपको बता दें कि 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी को कड़ी टक्कर दी थी.. उस समय राहुल गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष थे.. चुनाव में बीजेपी को 99 सीटें मिलीं.. जबकि कांग्रेस ने 77 सीटें जीतीं.. यह बीजेपी के लिए एक चेतावनी थी.. क्योंकि कांग्रेस का वोट शेयर 41.4 फीसदी तक पहुंच गया था.. राहुल गांधी ने उस चुनाव में गुजरात के मंदिरों का दौरा किया.. किसानों की समस्याओं पर बात की और युवाओं को जोड़ा.. उनका नारा “विकास गांडो थायो छे” यानी विकास पागल हो गया है.. काफी लोकप्रिय हुआ.. लेकिन बीजेपी ने बहुमत हासिल कर लिया..
फिर 2022 के चुनाव आए.. इस बार परिदृश्य बदल गया.. आम आदमी पार्टी ने एंट्री की और कांग्रेस को बड़ा झटका दिया.. बीजेपी ने रिकॉर्ड 156 सीटें जीतीं.. उसका वोट शेयर 52.5 फीसदी रहा.. कांग्रेस सिर्फ 17 सीटों पर सिमट गई.. और उसका वोट शेयर 27.3 फीसदी रह गया.. AAP ने 5 सीटें जीतीं और 12.9 फीसदी वोट हासिल किए.. इस हार से कांग्रेस को सबक मिला कि संगठन को मजबूत करने की जरूरत है.. राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी को हराने का रास्ता गुजरात से होकर जाता है.. उनका विश्वास है कि अगर गुजरात में बीजेपी हारती है.. तो यह मोदी और शाह की व्यक्तिगत हार होगी.. क्योंकि दोनों नेता गुजरात से ही हैं..
राहुल गांधी का गुजरात को लेकर स्पष्ट विजन है.. वे मानते हैं कि गुजरात जीतना कांग्रेस के लिए राष्ट्रीय स्तर पर बड़ा बूस्ट होगा.. 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने गुजरात में सिर्फ एक सीट जीती.. लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर 99 सीटें हासिल कीं.. अब फोकस 2027 के विधानसभा चुनाव पर है.. जो दो साल से कम समय में होने वाले हैं.. राहुल ने अप्रैल 2025 में गुजरात का दौरा किया.. और पार्टी कार्यकर्ताओं को संदेश दिया.. बीजेपी को राष्ट्रीय स्तर पर हराने का रास्ता गुजरात से गुजरता है..
आपको बता दें कि राहुल गांधी की योजना है कि वे गुजरात के सभी 182 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करेंगे.. हर क्षेत्र में स्थानीय नेताओं से मिलेंगे.. कार्यकर्ताओं से बात करेंगे और रात रुकेंगे.. वे जिलाध्यक्षों के घरों पर खाना खाएंगे.. और स्थानीय मुद्दों को समझेंगे.. यह पुराने जमाने की राजनीति की तरह है.. जहां नेता जनता से सीधे जुड़ते हैं.. राहुल का कहना है कि इससे पार्टी का संगठन मजबूत होगा.. और 2027 में बीजेपी को हराया जा सकेगा.. उन्होंने यहां तक कहा कि 2027 में कांग्रेस बीजेपी को हरा देगी.. उनका आत्मविश्वास 2017 के प्रदर्शन से आता है.. जब कांग्रेस बीजेपी के गले तक पहुंच गई थी..
कांग्रेस के कई नेता मानते हैं कि गुजरात में जीत पूरे देश में संकेत देगी.. यह 2029 के लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन को मदद करेगा.. राहुल की टीम गुजरात को पायलट प्रोजेक्ट की तरह देख रही है.. जहां नए तरीके आजमाए जा रहे हैं.. कांग्रेस अब गुजरात में नई शुरुआत कर रही है। हाल ही में जूनागढ़ में एक ट्रेनिंग कैंप आयोजित किया गया, जो 10 सितंबर से 19 सितंबर 2025 तक चला.. यह कैंप संगठन सृजन अभियान का हिस्सा है.. यहां नए जिला प्रमुखों को ट्रेनिंग दी गई.. और उन्हें पार्टी की विचारधारा, नीतियों, राज्य सरकार से मुकाबला करने और चुनाव अभियान की योजना बनाने के बारे में सिखाया गया..
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कैंप का उद्घाटन किया.. और उन्होंने बिना नाम लिए मोदी और शाह पर निशाना साधा.. खड़गे ने कहा कि गुजरात ने दो लोग दिए जिन्होंने देश को आजादी दिलाई और एक किया.. महात्मा गांधी और सरदार पटेल.. लेकिन अब गुजरात से दिल्ली गए दो लोग आजादी छीन रहे हैं.. और लोकतंत्र नहीं बचाना चाहते.. यह बयान काफी चर्चित हुआ.. खड़गे ने यह भी चेतावनी दी कि जो नेता अच्छा काम नहीं करेंगे.. उन्हें हटाया जाएगा.. एक रिपोर्ट में 41 में से 19 जिलों में खराब प्रदर्शन की बात कही गई..
राहुल गांधी को इस कैंप के आखिरी दिन आना था.. लेकिन दिल्ली में खराब मौसम की वजह से उनका दौरा टल गया.. अब वे 19 सितंबर को आएंगे.. यह राहुल का सात महीनों में गुजरात का छठा दौरा है.. वे किसानों के मुद्दों पर बात करेंगे.. और कार्यकर्ताओं को मोटिवेट करेंगे.. कैंप में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जैसे नेता भी शामिल हुए.. आपको बता दें कि यह कैंप ऐसे समय पर हुआ जब गुजरात में स्थानीय चुनाव होने वाले हैं.. 2025 में जूनागढ़ म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन, 66 नगर पालिकाओं और 3 तालुका पंचायतों के चुनाव हैं.. वहीं कांग्रेस इन चुनावों को 2027 की तैयारी के रूप में देख रही है.. अगर यहां अच्छा प्रदर्शन हुआ, तो विधानसभा चुनाव में फायदा होगा..
बता दें कि कांग्रेस के सामने कई चुनौतियां हैं.. 2022 में AAP के आने से कांग्रेस के वोट बंट गए.. AAP ने आदिवासी इलाकों में अच्छा किया.. अब कांग्रेस को AAP से गठबंधन या मुकाबला करने की रणनीति बनानी होगी.. बीजेपी का संगठन बहुत मजबूत है.. और मोदी का प्रभाव अब भी है.. लेकिन कांग्रेस नए चेहरों को ला रही है.. जिला प्रमुखों की नियुक्ति गुजरात पायलट प्रोजेक्ट का हिस्सा है.. राहुल गांधी लगातार दौरे कर रहे हैं.. जुलाई 2025 में उन्होंने असम, बिहार, यूपी, ओडिशा और केरल का दौरा किया.. गुजरात में वे हर जिले में रुकेंगे और स्थानीय मुद्दों जैसे किसान कर्ज, बेरोजगारी और महंगाई पर फोकस करेंगे.. पार्टी कार्यकर्ताओं को होमवर्क दिया गया है, जिसकी समीक्षा राहुल करेंगे..



