भाजपा जीती तो अरविंद शर्मा होंगे सीएम!
नाराज ब्राह्मणों और पिछड़ों को दिया जा रहा संकेत
4पीएम की परिचर्चा में उठे कई सवाल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। विधान सभा चुनाव के पहले ही भाजपा में संभावित मुख्यमंत्रियों के नामों को लेकर विवाद अभी से शुरू हो गया है। मऊ में भाजपा के पूर्व सांसद ने कहा कि अरविंद शर्मा हमारे अगले मुख्यमंत्री होंगे। अरविंद शर्मा पीएम मोदी के काफी करीबी हंै। क्या इसके जरिए ब्राह्मïणों और पिछड़ों को संकेत दिया जा रहा है कि मुख्यमंत्री बदल दिया जाएगा या भाजपा जीती तो अरविंद शर्मा को प्रदेश का सच में सीएम बनाया जाएगा? ऐसे कई सवाल उठे वरिष्ठï पत्रकार दीपक शर्मा, अमलेंदु उपाध्याय, अजय शुक्ला, अरुणा सिंह, चिंतक रविकांत और 4पीएम के संपादक संजय शर्मा के बीच चली लंबी परिचर्चा में।
अजय शुक्ला ने कहा, भाजपा हमेशा कुछ शिगुफे छोड़ती है और उसकी प्रतिक्रिया देखकर कार्रवाई करती है। जब अरविंद शर्मा को यहां भेजा गया था तब लग रहा था कि उनको यहां बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी लेकिन सीएम योगी ने ऐसा नहीं होने दिया। जाहिर है पीएम मोदी उनको प्रदेश की बागडोर दे सकते हैं।
अमलेंदु उपाध्याय ने कहा, भाजपा ने टेस्ट करने के लिए यह फुलझड़ी छोड़ी गयी है। ब्राह्मïणों और भूमिहारों में नाराजगी जाहिर है। अब योगी का चेहरा सामने रहता है तो इससे भाजपा को नुकसान होगा। चुनाव के बाद क्या होगा, इसके बाद ही स्पष्टï हो सकेगा। मोदी के अनुसार टिकट बंटेंगे तो ऐसा हो भी सकता है। अरुणा सिंह ने कहा, मोदी और योगी के बीच खींचतान चल रही है। इसका असर चुनाव बाद भी दिखेगा।
दीपक शर्मा ने कहा, अरविंद शर्मा बेहद अच्छी छवि के नौकरशाह रहे हैं। ऐसे अधिकारी को मोदी ने लखनऊ भेजा ताकि प्रदेश की हालत सुधर सके। कामों में गति लाने के लिए उन्हें यहां भेजा गया लेकिन उनके साथ जिस तरह का व्यवहार सीएम योगी ने किया वह मोदी का बड़ा अपमान था। किसी तरह उनको यूपी की राजनीति में सेट किया गया। रविकांत ने कहा, योगी जब मुख्यमंत्री बने तो ब्राह्मïण और भूमिहार बेहद नाराज हुए। मनोज सिन्हा को सीएम नहीं बनाया गया। अरविंद शर्मा का अपमान किया गया। इस बयान से भरपायी करने की कोशिश की गयी है। अगर भाजपा जीतती है तो मोदी उसको लेकर आएंगे जो 2024 के लोक सभा चुनाव में मुफीद होगा।