पूर्व राष्ट्रपति बोल्सोनारो को 27 साल की जेल, माफी के विरोध में ब्राजील भर में प्रदर्शन

प्रदर्शन में शामिल शिक्षिका डुल्से ओलिवेरा ने कहा कि यह प्रदर्शन इसलिए जरूरी है ताकि हम उन्हें दिखा सकें कि जनता क्या चाहती है.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जायरा बोल्सोनारो को 2022 के राष्ट्रपति चुनाव में हारने के बाद सत्ता में बने रहने की साजिश के आरोप में 11 सितंबर को 27 साल और 3 महीने की जेल की सजा सुनाई गई थी।

अदालत ने उन्हें तख्तापलट की कोशिश का दोषी पाया। इस निर्णय के बाद अब ब्राजील की जनता ने बोल्सोनारो और उनके सहयोगियों को संभावित माफी दिए जाने के विरोध में आवाज उठानी शुरू कर दी है। रविवार को ब्राजील के सभी 26 राज्यों और संघीय जिले में हजारों लोगों ने सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया।

निचले सदन द्वारा मंगलवार को उस संवैधानिक संशोधन को पारित किए जाने के बाद से प्रदर्शन तेज हो गए, जिससे सांसदों को गिरफ्तार करना या उनके खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू करना मुश्किल हो जाएगा. यह विधेयक अब सीनेट के पास जाएगा.

जनवरी 2023 में तख्तापलट की कोशिश
अगले दिन निचले सदन ने दक्षिणपंथी विपक्षी सांसदों द्वारा समर्थित एक विधेयक को तेजी से पारित करने के लिए मतदान किया, जो बोल्सोनारो, उनके सबसे करीबी सहयोगियों और जनवरी 2023 में तख्तापलट की कोशिश में अपनी भूमिका के लिए दोषी ठहराए गए सैकड़ों समर्थकों को माफी दे सकता है. बोल्सोनारो को 2022 के चुनाव में हारने के बाद सत्ता में बने रहने की कोशिश करने के लिए 11 सितंबर को 27 साल और तीन महीने की जेल की सजा सुनाई गई थी.

कई कलाकारों ने प्रदर्शन को दिया बढ़ावा
रविवार के प्रदर्शनों को कई प्रमुख कलाकारों ने आयोजित किया और बढ़ावा दिया. ब्राजील के मशहूर संगीतकार कैटानो वेलोसो, चिको बुआर्क और गिल्बर्टो गिल- जिन्होंने 1960 के दशक की सैन्य तानाशाही के दौरान सेंसरशिप का सामना किया था, रियो डी जेनेरियो के कोपाकबाना इलाके में विरोध प्रदर्शन के लिए एकजुट हुए.

वेलोसो ने शनिवार को कहा था कि मुझे इस खबर से बहुत गुस्सा आया कि कई सांसदों ने अपने और अपने सहयोगियों के लिए एक सुरक्षा कानून के पक्ष में मतदान किया है. इसके साथ ही, तख्तापलट की साजिश रचने वालों के लिए माफी देने का प्रस्ताव भी रखा गया. मुझे लगता है कि मैं ब्राजील की अधिकांश आबादी से सहमत हूं, जो नहीं चाहती की ये सब हो.

सुपरस्टार अनीता ने भी की विधेयक की आलोचना
रियो डी जेनेरियो में जन्मी सुपरस्टार अनीता ने भी इस विधेयक की आलोचना की. उन्होंने कहा कि देश की राजनीति को जनता तय करती है. हमारे पास नेताओं को जवाबदेह ठहराने का अधिकार और कर्तव्य है, आखिरकार हम वोट देते हैं और वे जनता की भलाई के लिए काम करने के लिए चुने जाते हैं.

आपको बता दें,कि  प्रदर्शन में शामिल शिक्षिका डुल्से ओलिवेरा ने कहा कि यह प्रदर्शन इसलिए जरूरी है ताकि हम उन्हें दिखा सकें कि जनता क्या चाहती है. वे वहां हमारे हितों की रक्षा के लिए बैठे हैं, अपने लिए नहीं. अभिनेता वैगनर मौरा ने बहिया के साल्वाडोर में हुए प्रदर्शन में हिस्सा लिया. उन्होंने भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि वे विधेयक पर बात नहीं करना चाहते.

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