कौन हैं वो दो महिला प्रदर्शनकारी जिनकी मौत की ‘अफवाह’ ने लद्दाख को जला दिया

केंद्र प्रशासित प्रदेश लद्दाख को राज्य का दर्जा दिलाने और छठी सूची के विस्तार को लेकर सोनम वांगचुक द्वारा अनशन के 15वीं दिन तब हालात तनावपूर्ण बने. ये हालात तब तनावपूर्ण बने जब उनके साथ अनशन में भाग ले रही 2 महिला समर्थकों की हालत बिगड़ गईं और उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा. इस घटना के साथ ही इन महिलाओं की अस्पताल में मौत की झूठी खबर ने कई न कई आग में घी का काम किया.
इसके बाद पहले से ही सरकार से नाराज़ प्रदर्शन कर रहे युवा उग्र हो गए और प्रदर्शन स्थल से बाहर निकल कर पहले रोड ब्लॉक कर दिया. फिर दल बनाकर सरकारी इमारतों यहां तक कि बीजेपी के कार्यालय पर भी धावा बोल कर उसको आग के हवाले कर दिया. पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पों में कई वाहनों की तोड़ फोड़ की गई जबकि सीआरपीएफ की एक गाड़ी को भी आग के हवाले कर दिया गया.
सोनम वांगचुक ने क्या कहा?
भाजपा नेता अमित मालवीय ने लेह भाजपा कार्यालय पर हुई हिंसा में कांग्रेस पार्षद फुंटसोग स्टैनज़िन त्सेपाग के शामिल होने का आरोप लगाया. इस पर सोनम वांगचुक ने कहा कि कांग्रेस का यहां इतना प्रभाव नहीं है कि वह 5000 युवाओं को सड़कों पर उतार सके. एक कांग्रेस पार्षद कल गुस्से में अस्पताल पहुंच गया क्योंकि उसके गांव के दो लोगों को घायल अवस्था में अस्पताल लाया गया था. ये महिलाएं उसके गांव की थीं.
4 प्रदर्शनकारियों की मौत, 50 घायल
पुलिस ने फिलहाल इस मामले में एक ओपन FIR दर्ज की हैं जबकि लेह समेत कारगिल में आज प्रशासन ने एहतियातन बंदिशें घोषित की हैं. इस पूरी हिंसा में 4 प्रदर्शनकारी मारे गए जबकि 50 से अधिक घायल हैं जबकि सुरक्षाकर्मियों में भी 30 से अधिक लोग घायल हुए हैं. फिलहाल उग्र प्रदर्शनों पर पुलिस का पूरा काबू हैं वहीं आज स्वाभाविक तौर पर लद्दाख से एक दल आज गृह मंत्रालय के दल से मिल सकता हैं.

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