मैं केवल वीकेंड पर काम करने वाला नेता नहीं: उदयनिधि

  • डीएमकेनेता ने टीवीके नेता पर किया कटाक्ष

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चेन्नई। उप मुख्यमंत्री उदयनिधि ने तमिलगा वेत्री कझगम (टीवीके) प्रमुख विजय पर उनके हालिया के चुनावी कार्यक्रमों को लेकर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह ऐसे व्यक्ति नहीं हैं जो अपनी गतिविधियों को हफ्ते के एक ही दिन तक सीमित रखते हैं। उदयनिधि ने कहा कि सा व्यक्ति नहीं हूं जो सिर्फ शनिवार को ही बाहर निकलता हूं। मैं रविवार को भी यात्रा करता रहता हूं। मुझे तो यह भी नहीं पता कि आज कौन सा दिन है। उनकी यह टिप्पणी विजय के हाई-प्रोफाइल शनिवार के चुनावी कार्यक्रमों की तुलना में उनके लगातार प्रचार-प्रसार के विपरीत प्रतीत हुई। इस महीने की शुरुआत में, मंत्री दुरई मुरुगन ने अभिनेता-राजनेता के रवैये पर टिप्पणी करते हुए कहा, विजय पर्दे के पीछे से बोल रहे हैं।
पहले उन्हें बाहर तो आने दो। इससे क्या फर्क़़ पड़ता है कि वह अपना प्रचार शनिवार को करते हैं या रविवार को। हम अपना काम कर रहे हैं। तमिलनाडु भाजपा के पूर्व अध्यक्ष के अन्नामलाई ने भी विजय के प्रचार कार्यक्रमों पर कटाक्ष किया। एक राजनेता को चौबीसों घंटे, हफ्ते के सातों दिन उपलब्ध रहना चाहिए, सिर्फ सप्ताहांत पर नहीं। अगर टीवीके एक गंभीर पार्टी बनना चाहती है, तो उसे अपने कामों से यह दिखाना होगा। विजय लोगों से शनिवार और रविवार को मिलते हैं, हफ़्ते के दिनों में नहीं। उन्होंने आगे कहा था कि लोग इसे देखेंगे। अगर टीवीके डीएमके का मुख्य प्रतिद्वंद्वी बनना चाहता है, तो उसे यह दिखाना होगा। भाजपा और एआईएडीएमके के नेता जनता के लिए चौबीसों घंटे उपलब्ध रहते हैं। टीवीके को हफ़्ते के सातों दिन, 365 दिन उपलब्ध रहना चाहिए। अगर विजय कहते हैं कि वह लोगों से सिर्फ़ सप्ताहांत में ही मिलेंगे, तो इससे सवाल उठता है कि वह राजनीति को लेकर कितने गंभीर हैं।

महिलाओं पर डीएमके मंत्री के बयान पर घमासान

तमिलनाडु सरकार के मंत्री टीआरबी राजा विवादों में घिर गए हैं। महिलाओं पर की गई टिप्पणी के बाद उनपर सवाल खड़े हो रहे हैं। बीजेपी ने उनकी पार्टी द्रविड़ मुन्नेत्र कझगम पर महिलाओं का अपमान करने का आरोप लगाया है। टीआरबी राजा ने हाल ही में कहा था कि तमिलनाडु और अन्य राज्यों की महिलाओं में बहुत फर्क है। 100 साल बाद भी उत्तर भारत में महिलाओं की हालत में सुधार नहीं आया है। इसे लेकर अब राज्य में सियासी घमासान शुरू हो गया है। बता दें कि हाल ही में एक बयान के दौरान टीआरबी राजा ने कहा था कि तमिलनाडु और भारत के अन्य राज्य की महिलाओं में अंतर है। उन्होंने कहा, 100 साल बाद भी उत्तर भारत में महिलाओं की हालत नहीं बदली है। वहां की महिलाओं से मिलते ही लोग पूछते हैं कि आपके पति कहां काम करते हैं? और यहां कि महिलाओं से मिलकर पूछते हैं कि आप कहां काम करती हैं? यह बदलाव रातों रात नहीं आया बल्कि, इसे लाने में 100 दिन लग गए।

बीजेपी ने साधा निशाना

बीजेपी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने टीआरबी राजा को आड़े हाथों लिया है। शहजाद पूनावाला ने कहा, एक बार फिर डीएमके ने सीमा लांघते हुए यूपी-बिहार समेत पूरे उत्तर भारत की महिलाओं का अपमान किया है। कांग्रेस ने बिहार को बीड़ी बताया। तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी ने बिहार के डीएनए को गाली दी। डीएमके ने कहा कि बिहार के लोग शौचालय साफ करते हैं। अब यूपी-बिहार की महिलाओं का ऐसा अपमान हो रहा है। तेजस्वी इसपर चुप क्यों हैं?

 

 

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