स्वास्थ्य मंत्री के संवेदनहीन रवैये से सियासी संग्राम
राजस्थान के जयपुर एसएमएस अस्पताल में हादसा, नौ घंटे बाद जागे स्वास्थ्य मंत्री खींवसर

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने मरीजों का हाल जाना
कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर उठाए सवाल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
जयपुर। राजस्थान में अभी कफ सिरप से मरे बच्चों का मामला ठंडा भी नहीं हुआ था कि जयपुर के सवाई मानसिंह हॉस्पिटल के ट्रॉमा सेंटर के आईसीयू में रविवार देर रात आग लग गई। हादसे में सात मरीजों की मौत हो गई। इनमें 3 महिलाएं शामिल हैं। इस घटना ने प्रदेश के लोगों का दुख और बढ़ा दिया। उससे बड़ा शर्मनाक व दर्दनाक कृत तो वहां के स्वास्थ्य मंत्री ने किया। घटना बीती रात को हुई और मंत्री दूसरे दिन जयपुर पहुंचे। उनके इस संवेदनहीन रवैये को लेकर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री पर विपक्ष ने सवाल खड़े क र दिए हैं।
बता दें सवाईमानसिंह अस्पताल जयपुर के ट्रॉमा सेंटर रविवार देर रात लगी आग में सात गंभीर मरीजों की मौत हो गई। एसएमएस अस्पताल में लगी आग पर सीएम भजनलाल ने दुख व्यक्त किया, वहीं कांग्रेस के दिग्गज नेता अशोक गहलोत ने इस घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। लेकिन जिनके हाथों में प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग की कमान है, वही नदारद थे। सवाई मान सिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में लगी आग के नौ घंटे बाद राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर का अब जाके बयान सामने आया है। जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में आग लगने की घटना अत्यंत दु:खद और हृदय को व्यथित करने वाली है। प्रभावित परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। खींवसर से जयपुर के मार्ग में हूं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जी के निर्देशानुसार घटना की जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं। संबंधित अधिकारियों को घायलों के उपचार में किसी भी प्रकार की कमी न रहने के स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, इस घटना में किसी भी स्तर की लापरवाही सामने आने पर कठोर कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। राज्य सरकार की पूरी टीम सतर्क है। मरीजों की सुरक्षा, इलाज और देखभाल के सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री जी स्वयं स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।

ट्रॉमा सेंटर में रात करीब 12 बजे के आस-पास आईसीयू वार्ड में शॉर्ट सर्किट से आग लगी
बताया जा रहा है कि सवाई मान सिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में रात करीब 12 बजे के आस-पास आईसीयू वार्ड में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। इस हादसे में सात मरीजों की मौत हो गई है, जबकि कई गंभीर मरीजों को सुरक्षित निकाला गया। मौके पर मौजूद डॉक्टरों, नर्सों और दमकल विभाग की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। ट्रॉमा सेंटर इंचार्ज डॉ. अनुराग धाकड़ ने जानकारी दी कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी प्रतीत होती है। आईसीयू में भर्ती ज्यादातर मरीज पहले से ही बहुत गंभीर स्थिति में थे और कई कोमा में थे। उनके सर्वाइवल रिफ्लेक्स कमजोर थे, इसलिए उन्हें तुरंत शिफ्ट करना मुश्किल हो रहा था। आग लगने के बाद अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मच गई। धुएं से आईसीयू पूरी तरह भर गया और वहां भर्ती कई मरीजों की हालत और भी बिगड़ गई। अस्पताल के आईसीयू से निकलता धुआं, बेडों पर बिखरा मेडिकल उपकरण और बाहर इंतजार करते परिजनों के आंसू आग के बाद का मंजर बेहद विचलित करने वाला था। तस्वीरों में अस्पताल के बाहर मातम और दर्द का माहौल साफ देखा जा सकता है।
प्रदेश में सरकार नाम की चीज नहीं : डोटासरा
हादसे को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि प्रदेश में सरकार नाम की चीज नहीं है। स्वास्थ्य मंत्री अब तक सो रहे हैं। डोटासरा ने कहा कि ये सरकार किसी काम की नहीं है। स्वास्थ्य मंत्री पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि मंत्री निजी कंपनियों को क्लीन चीट देने में लगे हैं। इतने बड़े हादसे के मृतकों का आंकड़ा अभी तक स्पष्ट नहीं है और न ही घायलों की कोई जानकारी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता मृतकों के परिजनों से उनके घर जाकर न्याय मिलने की उम्मीद के बयान ले रहे हैं। पुलिस यहां मौजूद परिजनों को खदेड़ रही है। हादसे में मृतकों के परिजनों का आरोप है कि उनके घरों पर पुलिस भेजी जा रही है और उन्हें दबाने का प्रयास किया जा रहा है। इसी बीच अस्पताल परिसर में धरना देकर नारेबाजी कर रहे लोगों को पुलिस ने खदेड़ दिया। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी अस्पताल पहुंचकर मरीजों के साथ बातचीत की।
उचित मुआवजा मिले, हो त्वरित जांच हों : प्रियंका गांधी
नई दिल्ली (4पीएम न्यूज़ नेटवर्क)। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने सोमवार को जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में लगी भीषण आग से प्रभावित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। प्रियंका गांधी ने एक्स पर एक पोस्ट में राज्य सरकार से प्रभावित परिवारों को उचित मुआवजा देने और घटना की गहन जांच कराने की अपील की। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया कि जयपुर के एक सरकारी अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में आग लगने से कई मरीजों की दर्दनाक मौत की खबर बेहद हृदयविदारक है। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूँ। कांग्रेस नेता ने भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। पोस्ट में लिखा था, मैं राज्य सरकार से प्रभावित परिवारों को उचित मुआवज़ा देने, इस घटना की त्वरित जाँच करने और ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए कड़ी कार्रवाई करने की अपील करता हूँ। इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के गोपाल शर्मा ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और पीडि़तों के परिवारों के लिए उचित मुआवजे की मांग की। भाजपा विधायक ने कहा, यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। परिवारों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है। शोक संतप्त परिवारों को उचित मुआवजा दिया जाना चाहिए। जिन लोगों की लापरवाही के कारण यह घटना हुई, उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
सीजेआई गवई पर की जूता फेंकने की कोशिश
सनातन का अपमान नहीं सहेंगे कह कर भडक़ेवकील
आरोपी लिया गया हिरासत में
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में एक वकील ने भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) बीआर गवई पर हमला करने की कोशिश की। यह घटना तब घटी जब सीजेआई की अध्यक्षता वाली पीठ वकीलों द्वारा मामलों की सुनवाई कर रही थी। सूत्रों के अनुसार, वकील मंच के पास गया और अपना जूता निकालकर जज पर फेंकने की कोशिश की। हालाँकि, अदालत में मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने समय रहते हस्तक्षेप किया और वकील को बाहर निकाल दिया। बाहर निकलते समय वकील को यह कहते सुना गया कि सनातन का अपमान नहीं सहेंगे।
मुख्य न्यायाधीश ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और अदालत में मौजूद वकीलों से अपनी दलीलें जारी रखने को कहा। उन्होंने कहा इस सब से विचलित न हों। हम विचलित नहीं हैं। ये बातें मुझे प्रभावित नहीं करतीं। यह घटना संभवत: खजुराहो में भगवान विष्णु की सात फुट ऊँची सिर कटी मूर्ति की पुनर्स्थापना से संबंधित एक पूर्व मामले में मुख्य न्यायाधीश गवई की टिप्पणियों से प्रेरित थी। उस मामले को खारिज करते हुए उन्होंने कहा था जाओ और देवता से ही कुछ करने को कहो। तुम कहते हो कि तुम भगवान विष्णु के कट्टर भक्त हो। तो अभी जाकर प्रार्थना करो। यह एक पुरातात्विक स्थल है और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) को अनुमति वगैरह देनी होगी।
इस टिप्पणी से सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया था और कई लोगों ने मुख्य न्यायाधीश पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने का आरोप लगाया था। दो दिन बाद खुली अदालत में इस विवाद पर बोलते हुए, मुख्य न्यायाधीश गवई ने कहा कि उनका कोई अनादर करने का इरादा नहीं था। उन्होंने कहा कि मैं सभी धर्मों का सम्मान करता हूँ… यह सब सोशल मीडिया पर हुआ। केंद्र सरकार की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने मुख्य न्यायाधीश का समर्थन करते हुए कहा था कि सोशल मीडिया पर अक्सर घटनाओं पर प्रतिक्रियाओं को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाता है।
ऑनलाइन गेमिंग ने रिश्ते किए तार-तार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। पीजीआई थाना क्षेत्र में 3 अक्टूबर को डेरी संचालक रमेश यादव की पत्नी रेनू यादव की हत्या के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। चौंकाने वाली बात यह रही कि हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि मृतका के पुत्र निखिल यादव ने ही की थी।
पुलिस के अनुसार, निखिल ऑनलाइन गेमिंग का शौकीन था और उसने गेमिंग एप में काफी रुपए हार दिए थे। पैसे की जरूरत पडऩे पर उसने कई लोगों से मदद मांगी, लेकिन कोई सहायता नहीं मिली। इसके बाद उसने अपनी मां से रुपए मांगे। रुपए देने से इंकार और कहासुनी के बीच उसने गुस्से में आकर अपनी मां की हत्या कर दी और घर से रुपए व जेवरात लेकर फरार हो गया। पीजीआई पुलिस ने तकनीकी सर्विलांस की मदद से आरोपी निखिल को प्रयागराज से गिरफ्तार कर पूरे हत्याकांड का खुलासा किया है।
एयर इंडिया की फ्लाइट में खतरे से बाल-बाल बचे सैकड़ों यात्री
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। नागरिक उड्डयन महानिदेशक (डीजीसीए) ने सोमवार को अमृतसर से बर्मिंघम जा रहे एयर इंडिया बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 विमान में आपातकालीन टरबाइन, राम एयर टरबाइन (आरएटी) के हवा में बिना किसी आदेश के तैनात होने की जाँच शुरू की। विमान, एआई 117, बर्मिंघम में सुरक्षित लैंडिंग कर चुका था।
आरएटी प्रणाली एक छोटा सा पंखे जैसा उपकरण है जो विमान की बिजली गुल होने पर, आमतौर पर सभी इंजनों के बंद हो जाने पर, स्वचालित रूप से चालू हो जाता है। यह पंखा आपातकालीन बिजली उत्पन्न करने के लिए आने वाली हवा का उपयोग करता है। एयर इंडिया ने पुष्टि की है कि लैंडिंग के समय सभी विद्युत और हाइड्रोलिक प्रणालियाँ सामान्य रूप से काम कर रही थीं। हालाँकि, मानक संचालन प्रक्रियाओं के अनुसार, विमान को विस्तृत निरीक्षण के लिए रोक दिया गया है। डीजीसीए के अनुसार, जब विमान बर्मिंघम में 400 फीट की ऊँचाई पर उतरने वाला था, तब आरएटी तैनात किया गया। विमानन नियामक ने बताया कि पायलट ने किसी भी असामान्यता की सूचना नहीं दी और विमान को सुरक्षित उतार लिया।
बोइंग (ड्रीमलाइनर 787-8 विमान निर्माता) द्वारा बिना कमांड वाले आरएटी की तैनाती के लिए अनुशंसित रखरखाव कार्यवाहियाँ पूरी कर ली गई हैं और कोई विसंगति नहीं देखी गई है। डीजीसीए ने आगे कहा विमान को सेवा के लिए जारी किया जा रहा है। बोइंग ने सिफारिशों के साथ अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की और पुष्टि की कि यदि सभी चरण संतोषजनक रहे तो विमान संरचनात्मक और कार्यात्मक रूप से निरंतर परिचालन के लिए स्वीकार्य है।
कटक में हिंसा के बाद 36 घंटे का कफ्र्यू लागू
सत्तापक्ष व विपक्ष ने की शांति की अपील, 60 पुलिस पलटन तैनात
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कटक। ओडिशा के कटक शहर में दुर्गा पूजा के पंडालों की मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई हिंसक झड़पों के बाद प्रशासन ने 36 घंटे का कफ्र्यू लगा दिया है। यह कर्फ्यू 6 अक्तूबर रात 10 बजे से 7 अक्तूबर सुबह 10 बजे तक लागू रहेगा। ये कफ्र्यू भारतीय न्याय संहिता की धारा 163 के तहत लगाया गया है।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त नरसिंह भोला ने बताया कि इस दौरान सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे, लेकिन अस्पताल, स्कूल और कॉलेज खुलेंगे। इसके अलावा, जरूरी सेवाएं जैसे दवाखाने, किराना दुकानें और पेट्रोल पंप खुले रहेंगे। पुलिस आयुक्त ने कहा कि हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान की जा रही है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन स्थिति पर नजर रख रहा है और जरूरत पडऩे पर और कदम उठाए जाएंगे। कर्फ्यू से प्रभावित मुख्य इलाकों में दरगाह बाजार, मंगलाबाग, पुरिघाट, लाल बाग और जगतपुर शामिल हैं।
प्रभावित इलाकों में इंटरनेट और सोशल मीडिया बंद
इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप, फेसबुक, एक्स, स्नैपचैट समेत सभी इंटरनेट और मैसेजिंग सेवाएं बंद कर दी गई हैं। यह रोक रविवार शाम 7 बजे से सोमवार शाम 7 बजे तक लागू है। प्रशासन ने बताया कि यह कदम उकसाने वाले और भडक़ाऊ संदेशों को रोकने के लिए लिया गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक बोले-दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो
मुख्यमंत्री मोहन चरण माजी, पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और स्थानीय विधायक नागरिकों से साम्प्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की अपील कर रहे हैं। मुख्यमंत्री माजी ने कहा, साम्प्रदायिक सौहार्द पर कोई समझौता नहीं होगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया।



