दलित आईपीएस की आत्महत्या पर नहीं थम रही रार
कांग्रेस व आप ने भाजपा सरकार को घेरा

केजरीवाल का बड़ा सवाल, क्या जातिगत उत्पीडऩ है जिम्मेदार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चंडीगढ़। दलित आईपीएस अधिकारी पूरन कुमार की जातिगत उत्पीडऩ के कारण हुई कथित आत्महत्या का मामला शांत नहीं हो रहा है। कांग्रेस, आप समेत सभी विपक्षी दलों ने भाजपा की सैनी सरकार पर सवाल उठा उठा दिए है। हालांकि सरकार कुछ अधिकारियों पर कार्रवाई की है।
अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा के दलित आईपीएस अधिकारी पूरन कुमार की जातिगत उत्पीडऩ के कारण हुई कथित आत्महत्या पर दुख व्यक्त करते हुए दोषियों के लिए कड़ी सजा की मांग की है। अधिकारी की पत्नी की शिकायत पर डीजीपी शत्रुजीत सिंह कपूर और एसपी नरेंद्र बिजारनिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है, जिसमें जाति-आधारित भेदभाव और व्यवस्थित उत्पीडऩ का आरोप है। यह घटना देश में दलितों के साथ हो रहे उत्पीडऩ के गंभीर मुद्दे को पुन: उजागर करती है।
दोषियों को जल्द से जल्द कड़ी से कड़ी सज़ा मिलनी चाहिए : अरविंद केजरीवाल
आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को हरियाणा के दलित आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की कथित आत्महत्या पर गहरा दुख व्यक्त किया और कहा कि जातिगत उत्पीडऩ के कारण अधिकारी ने आत्महत्या कर ली। उन्होंने दोषियों के लिए कड़ी सज़ा की भी माँग की। एक्स पर साझा की गई एक पोस्ट में, केजरीवाल ने कहा, हरियाणा के दलित आईपीएस अधिकारी पूरन कुमार जी को अपनी जाति के कारण इतना उत्पीडऩ सहना पड़ा कि उन्होंने आत्महत्या कर ली। उन्होंने आगे कहा कि दोषियों को जल्द से जल्द कड़ी से कड़ी सज़ा मिलनी चाहिए। केजरीवाल ने हाल ही में भारत के मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई पर जूता फेंकने की घटना की भी निंदा की। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में पूछा, जब देश के मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंका गया, तो सोशल मीडिया पर उनके ट्रोल दलितों का अपमान कर रहे हैं, यहाँ तक कि बाबा साहेब अंबेडकर को भी गालियाँ दे रहे हैं। ये लोग आज भारत को कहाँ ले आए हैं?

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राव नरेंद्र ने सरकार को ठहराया जिम्मेदार
हरियाणा के आईपीएस अधिकारी वाई. पूरण कुमार के सुसाइड नोट में वरिष्ठ अधिकारियों पर जातिगत प्रताडऩा के आरोपों को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह ने प्रदेश और केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने इसे लोकतंत्र के लिए शर्मनाक और लोकतंत्र की हत्या करार दिया। राव ने कहा कि इस मामले को वरिष्ठ अधिकारियों और मुख्यमंत्री को समय रहते सुलझाना चाहिए था, ताकि एक काबिल अधिकारी को आत्महत्या जैसा कदम न उठाना पड़े। कांग्रेस इस मुद्दे को गंभीरता से ले रही है और विचार-विमर्श के बाद आगे की कार्रवाई करेगी। उन्होंने हरियाणा में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर भी सवाल उठाए, इसे बेहद खराब बताया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री के जापान दौरे पर तंज कसते हुए कहा कि 11 साल में कोई निवेश नहीं आया, उल्ट हरियाणा से उद्योग गुजरात जैसे राज्यों में पलायन कर रहे हैं। उन्होंने सरकार को 10 में से शून्य अंक दिया। हरियाणा सरकार का एक साल पूरे होने पर राव ने कहा कि सरकार के पास कोई उपलब्धि नहीं है। वोट चोरी कर सत्ता में आई सरकार जनता के भरोसे के लायक नहीं है। बिहार विधानसभा चुनाव पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि वहां संस्थाएँ काम नहीं कर रही हैं और लोग समझ चुके हैं कि उनके वोट चोरी हो रहे हैं। राव ने अनुमान लगाया कि बिहार में महागठबंधन पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगा।
डीजीपी और रोहतक एसपी समेत 10 से अधिक अफसरों पर एफआईआर
हरियाणा के 2001 बैच के एडीजीपी रैंक के आईपीएस अधिकारी वाई पूरण कुमार की आत्महत्या मामले में चंडीगढ़ पुलिस ने वीरवार रात डीजीपी शत्रुजीत कपूर समेत 10 से अधिक अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। सेक्टर 11 थाने में घटना के तीसरे दिन सुसाइड नोट के आधार पर धारा 108 आरडब्ल्यू 3(5) बीएनएस और 3(1)(आर) पीओए (एससी/एसटी) अधिनियम के अंतर्गत एफआईआर दर्ज की गई। पूरण कुमार ने अपने सुसाइड नोट में डीजीपी शत्रुजीत कपूर, रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारणिया समेत 10 से अधिक अधिकारियों पर उत्पीडऩ, जातिगत प्रताडऩा और सार्वजनिक अपमान के आरोप लगाए थे।
जूते वाली हरकत पर भडक़े अठावले
बोले केंद्रीय मंत्री- सीजेआई गवई दलित समुदाय से हैं, यह उच्च जाति वाले पचा नहीं पा रहे
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नई दिल्ली। केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि भारत के मुख्य न्यायाधीश बी आर गवई को सोमवार को सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही के दौरान जूते से निशाना बनाया गया, क्योंकि वह दलित हैं। उन्होंने मांग की कि इस कृत्य के पीछे जो वकील था, उसके खिलाफ एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जाना चाहिए। पणजी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए, अठावले ने कहा भारत के मुख्य न्यायाधीश पर इस तरह का हमला पहली बार हुआ है।
माननीय भूषण गवई दलित समुदाय से हैं और उनके पिता केरल और बिहार के राज्यपाल थे। लेकिन उन्होंने पढ़ाई की, और अपने प्रयासों के परिणामस्वरूप वे बॉम्बे हाईकोर्ट और बाद में सुप्रीम कोर्ट तक पहुँचे और उन्हें मुख्य न्यायाधीश बनने का अवसर मिला… सवर्ण समाज (उच्च जाति) के कई लोगों को यह पसंद नहीं आया। इसलिए, उन्होंने उन पर हमला किया है। अठावले ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन लोगों में शामिल थे जिन्होंने इस घटना की आलोचना की और मुख्य न्यायाधीश से बात करके इसकी निंदा की। उन्होंने आगे कहा कि मेरी माँग है कि आरोपियों पर (एससी/एसटी) अत्याचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जाए। दलित नेता अठावले की यह टिप्पणी इस घटना को लेकर भाजपा को घेरने की विपक्ष की कोशिश को बल दे सकती है, क्योंकि मुख्य न्यायाधीश पर हमले के पीछे के वकील राकेश किशोर ने दावा किया है कि वे सनातन धर्म के नाम पर ऐसा कर रहे हैं। घटना के बाद किशोर को हिरासत में तो लिया गया था, लेकिन जस्टिस गवई के यह कहने पर कि वह आरोप नहीं लगाना चाहता, उसे छोड़ दिया गया। किशोर ने मीडिया से कहा कि उसे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है, लेकिन कई लोगों ने उसके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई न होने पर सवाल उठाए हैं।
कोल्ड्रिफ सीरप मामले की याचिका सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की
बच्चों की मौत के मामले की जांच नहीं करेगी सीबीआई
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश और राजस्थान में जहरीली कोल्ड्रिफ कफ सीरप के सेवन से कई बच्चों की मौत हो गई। सीरप से हुई मौत का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। शीर्ष न्यायालय में एक पीआईएल दायर कर इस मामले की जांच सीबीआई से करने की मांग की गई थी। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने इस याचिका को सुनने से इनकार कर दिया।
बता दें कि गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट सीरप से हुई बच्चों की मौत के मामले में दायर याचिका पर सुनवाई करने को सहमत हो गया। इस याचिका में कई बातों का उल्लेख किया गया था; इसी याचिका में इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की गई थी, हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने इससे इनकार कर दिया है।
वैशाली में पैसे बांटने पर बवाल
फुटेज ने बढ़ाई पप्पू यादव की मुश्किलें, आचार संहिता उल्लंघन का केस
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। बिहार के सांसद पप्पू यादव के खिलाफ वैशाली जिले में बाढ़ प्रभावित लोगों के बीच पैसे बांटने के बाद आदर्श आचार संहिता का कथित उल्लंघन करने का मामला दर्ज किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि जिला प्रशासन की शिकायत के आधार पर पूर्णिया से निर्दलीय सांसद यादव के खिलाफ गुरुवार रात सहदेई पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया।
एसपी ललित मोहन शर्मा ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज और चुनाव ड्यूटी पर तैनात एक अधिकारी के बयान के आधार पर मामला दर्ज किया गया है। राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 6 और 11 नवंबर को होंगे, जबकि मतों की गिनती 14 नवंबर को होगी। चुनाव आयोग द्वारा चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो जाती है।
मानवता के नाते मदद : पप्पू यादव
इस कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए पप्पू यादव ने अपनी मंशा साफ की। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य किसी को प्रभावित करना या कोई नियम तोडऩा नहीं था, बल्कि उन्होंने मानवता के नाते यह मदद की है। उन्होंने तर्क दिया कि जब लोग अपने घरों से बेघर हो रहे हैं, तो एक नेता का कर्तव्य है कि वह उनके साथ खड़ा रहे।
मोदी की ट्रंप की तारीफ पर भडक़ी कांग्रेस
जयराम रमेश का तंज: ट्रंप ने ऑपरेशन सिंदूर रोककर पूरा किया अर्धशतक
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद और पार्टी के संचार प्रभारी महासचिव जयराम रमेश ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की प्रशंसा करने के लिए तीखा कटाक्ष किया, जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह दावा करते हुए अर्धशतक पूरा कर लिया कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को रोकने के लिए व्यापार और टैरिफ को ब्रह्मास्त्र के रूप में इस्तेमाल किया और पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच शत्रुता को समाप्त करने में मदद की।
कांग्रेस नेता ने ज़ोर देकर कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप लगातार, आग्रही और दृढ़ रहे हैं और उन्हें शतक बनाने में ज़्यादा समय नहीं लगेगा। पार्टी नेता ने एक्स पर कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने फिनलैंड के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टब के साथ अपनी मुलाकात के दौरान, व्यापार और टैरिफ को अपना ब्रह्मास्त्र बनाकर ऑपरेशन सिंदूर रोकने के अपने दावे का अर्धशतक पूरा कर लिया। इस मामले में, राष्ट्रपति ट्रंप लगातार, आग्रही और दृढ़ रहे हैं। और उन्हें शतक बनाने में ज़्यादा समय नहीं लगेगा।
गाजा में नरसंहार करने वाले नेतन्याहू की निंदा नहीं की
ट्रंप की प्रशंसा और सराहना के लिए प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए, कांग्रेस नेता ने गाजा में नरसंहार की निंदा न करने और इजऱाइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात न करने पर भी परोक्ष रूप से तंज कसा। कांग्रेस नेता ने पोस्ट में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कल पूरा दिन ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर से बात करने और राष्ट्रपति ट्रंप की प्रशंसा और सराहना के संदेश भेजने में बिताया। बेशक, वह इस दौरान उस व्यक्ति से बात करना नहीं भूले जिसने गाजा में नरसंहार किया था, इजऱाइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भी। इससे पहले 9 अक्टूबर को, कांग्रेस सांसद ने कहा था कि गाजा शांति योजना के पहले चरण पर समझौते के बाद प्रधानमंत्री मोदी द्वारा इजऱाइली प्रधानमंत्री की बिना शर्त प्रशंसा चौंकाने वाली, शर्मनाक और नैतिक रूप से निंदनीय है।



