महागठबंधन के दांव में फंसा बिहार विस चुनाव

तेजस्वी के सीएम चेहरा तय होते ही एनडीए परेशान

राजद नेता पर तीखे प्रहार जनता में जय-जयकार

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। इंडिया गठबंधन का सीएम चेहरा घोषित होने के बाद जहां राजद नेता तेजस्वी यादव का कद बढ़ा हंै वहीं बिहार के लोगो में उनकी चाह और बढ़ गई है। इसबीच विपक्ष खासतौर से भाजपा उससे घबरा गई इसलिए उसके सभी नेता पूर्व उपमुख्यमंत्री पर हमलावर हो गए है । इसबीच एनडीए गठबंधन पर भी सीएम चेहरे पर खुलासे को लेकर विपक्षी दलों कों दबाव बढ़ गया है।
कांग्रेस नेता इमरान मसूद ने तेजस्वी यादव को महागठबंधन का मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित किए जाने पर कहा कि सिर्फ आरोपों से कोई दोषी नहीं होता। उन्होंने एनडीए द्वारा सीएम उम्मीदवार घोषित न करने पर सवाल उठाए, यह संकेत देते हुए कि नीतीश कुमार को भाजपा ने दरकिनार कर दिया है, जो बिहार चुनाव की राजनीतिक गतिशीलता को दर्शाता है।

एनडीए अपना सीएम उम्मीदवार घोषित करे : इमरान मसूद

तेजस्वी यादव को महागठबंधन का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए, कांग्रेस नेता इमरान मसूद ने कहा कि विपक्ष ने अपना उम्मीदवार तय कर लिया है, लेकिन एनडीए ने अभी तक अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। उन्होंने आगे कहा कि सिर्फ़ भ्रष्टाचार के आरोपों से कोई दोषी नहीं हो जाता। मसूद ने एएनआई से कहा कि मने अपना उम्मीदवार तय कर लिया है, लेकिन एनडीए ने अभी तक अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। ऐसा लगता है कि नीतीश कुमार को भाजपा ने दरकिनार कर दिया है। सिर्फ़ तेजस्वी यादव और लालू यादव ही नहीं, बल्कि कई नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं। सिर्फ़ आरोपों से कोई दोषी साबित नहीं होता।

प्रियंका गांधी व खरगे भी छठ पूजा के बाद करेंगे प्रचार

सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी छठ पूजा के बाद 28 अक्टूबर को बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अपना प्रचार अभियान शुरू करेंगे। उन्होंने बताया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव पहले चरण के मतदान से पहले और उसके बाद दूसरे चरण के मतदान वाली सीटों के लिए संयुक्त रैलियों को संबोधित करेंगे। 2025 के बिहार चुनाव में एनडीए और महागठबंधन के बीच मुकाबला है। एनडीए में भारतीय जनता पार्टी, जनता दल (यूनाइटेड), लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल हैं।

इंडिया गठबंधन मुसलमानों को सिर्फ वोट बैंक की तरह इस्तेमाल करता है: चिराग पासवान

केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने विपक्षी गठबंधन इंडिया और राजद नेता तेजस्वी यादव पर आरोप लगाया कि विपक्ष मुसलमानों को सिर्फ वोट बैंक की तरह इस्तेमाल करता है, और उनके वास्तविक प्रतिनिधित्व से हमेशा किनारा करता है।पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए पासवान ने कहा, ‘इंडियाÓ गठबंधन यादवों और सहनी समाज के नाम पर राजनीति कर रहा है, लेकिन मुसलमानों की बात वह केवल वोट के समय करता है। मुसलमानों की जनसंख्या बिहार में लगभग 18 फीसदी है, फिर भी ‘इंडियाÓ गठबंधन ने किसी मुस्लिम नेता को मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री या किसी प्रमुख पद का उम्मीदवार नहीं बनाया। उन्होंने कहा, तेजस्वी यादव, यादव समाज से हैं, जिनकी आबादी करीब 13 फीसदी है, जबकि मुकेश सहनी, साहनी समाज से आते हैं, जिनकी आबादी लगभग 2 फीसदी है। लेकिन 18 फीसदी मुस्लिम आबादी के बावजूद, मुसलमानों को सत्ता की भागीदारी से वंचित रखा गया है। ये लोग सिर्फ मुसलमानों को डराकर और भावनात्मक मुद्दों पर भड़का कर वोट लेना जानते हैं, उन्हें असली प्रतिनिधित्व देने की उनकी नीयत कभी नहीं रही। पासवान ने दावा किया कि अब मुसलमान भी समझ चुके हैं कि तेजस्वी यादव और उनके सहयोगी केवल चुनाव के वक्त उन्हें याद करते हैं, शासन और सत्ता में उन्हें कोई जगह नहीं देते। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी सभी तबकों के विकास के लिए काम कर रही है, जबकि महागठबंधन समाज को जाति और धर्म के आधार पर विभाजित करने की राजनीति कर रहा है।

नित्यानंद ने तेजस्वी को घेरा, कहा- वे तो भ्रष्टाचार के पर्याय हैं!

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने राजद नेता तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए उन्हें भ्रष्ट करार दिया और कहा कि वे भ्रष्टाचार के आरोपों में दोषी साबित हो चुके हैं। राय ने कहा कि तेजस्वी यादव द्वारा अपने परिवार के लिए धन संचय करने और साम्राज्य बनाने के प्रयास के कारण बिहार पीछे चला गया है। राय ने कहा कि जो व्यक्ति भ्रष्टाचार का पर्याय बन गया है और जिस पर भ्रष्टाचार के आरोप साबित हो चुके हैं, अगर वह ऐसी बातें कह रहा है, तो यह और भी चौंकाने वाली बात है। भाजपा नेता ने कहा कि बिहार इस एक व्यक्ति की वजह से कई साल पीछे चला गया है जिसने अकूत संपत्ति अर्जित की और अपने परिवार के लिए साम्राज्य खड़ा किया। तेजस्वी यादव पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप साबित हो चुके हैं, तो उन्हें भ्रष्ट न मानने की क्या ज़रूरत है? उनकी यह टिप्पणी तेजस्वी यादव के उस बयान के बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि विपक्षी महागठबंधन मिलकर राज्य की 20 साल पुरानी बेकार डबल इंजन वाली सरकार को उखाड़ फेंकेगा, जहाँ एक इंजन भ्रष्ट है। दूसरा अपराधी है।

बस में लगी आग, 20 लोगों की मौत

आंध्र प्रदेश में हैदराबाद-बेंगलुरु बस में हुआ हादसा
पीएम-सीएत ने जताया दुख, मुआवजे की घोषणा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
हैदराबाद। आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले के चिन्नातेकुर के पास शुक्रवार सुबह एक निजी ट्रैवल बस में एक दोपहिया वाहन से टक्कर के बाद आग लग गई, जिसमें 20 लोगों की मौत हो गई। प्रारंभिक रिपोर्टों से पता चलता है कि बस में लगभग 40 यात्री सवार थे। इनमें से 18 यात्रियों की जीवित पहचान हो गई है। पुलिस ने कहा कि कई शव पूरी तरह से जल चुके थे, जिससे पहचान मुश्किल हो रही थी।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, यह घटना सुबह लगभग 3:30 बजे हुई। बस और दोपहिया वाहन की टक्कर के बाद भीषण आग लग गई जिसने देखते ही देखते पूरे वाहन को अपनी चपेट में ले लिया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग पहले बस के अगले हिस्से में लगी और फिर तेज़ी से फैल गई। आग बढऩे पर 12 यात्री आपातकालीन निकास द्वार तोड़कर मामूली चोटों के साथ बाहर निकलने में कामयाब रहे। उन्हें इलाज के लिए कुरनूल सरकारी अस्पताल ले जाया गया। जब यह हादसा हुआ, उस समय इलाके में भारी बारिश हो रही थी, जिसके कारण यह टक्कर हुई होगी। आग में बस पूरी तरह जलकर खाक हो गई। अधिकारी आग लगने के कारणों की जाँच कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले में बस में आग लगने की घटना में लोगों की मौत पर शुक्रवार को दुख व्यक्त किया। मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्सÓ पर पोस्ट किया, ”आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले में दुर्घटना के कारण हुई जनहानि से अत्यंत दु:खी हूं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ”इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएं प्रभावित लोगों और उनके परिवारों के साथ हैं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।ÓÓ उन्होंने कहा, ”प्रत्येक मृतक के परिजन को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।ÓÓ

सिद्धरमैया और शिवकुमार ने बस हादसे में मौतों पर शोक जताया

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने शुक्रवार तड़के आंध्र प्रदेश में बस में आग लगने की घटना में लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया। मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने एक बयान में कहा, कुरनूल जिले के चिन्नातेकुरु गांव के पास हैदराबाद-बेंगलुरु मार्ग पर एक बस में आग लगने की दुखद घटना से व्यथित और दुखी हूं। इस हृदय विदारक घटना में कई अनमोल जानें चली गईं और कई लोग घायल हुए। उन्होंने कहा, ”जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदना है। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।Ó

बार-बार होने वाली इन दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं के लिए जवाबदेही सुनिश्चित करना जरूरी : खरगे

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आंध्र प्रदेश के कुरनूल में एक बस में आग लगने के कारण कई लोगों की मौत पर शुक्रवार को दुख जताया और कहा कि बार-बार होने वाली इन दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं के लिए जवाबदेही सुनिश्चित करना जरूरी है। खरगे ने ‘एक्सÓ पर पोस्ट किया, आंध्र प्रदेश के कुरनूल में हैदराबाद-बेंगलुरु राजमार्ग पर एक बस में आग लगने की दुखद घटना हुई, जिसके कारण कई लोगों की मौत हो गई। यह अत्यंत दुखद है। उन्होंने कहा, मैं इस त्रासदी में अपनी जान गंवाने वाले सभी यात्रियों के शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। खरगे ने इस बात पर जोर दिया कि बार-बार होने वाली इन दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं के लिए जवाबदेही सुनिश्चित करना जरूरी है।

जम्मू-कश्मीर में रास चुनाव : नेकां की तीन सीटों पर राह आसान

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में वीरवार को राज्यसभा की चार सीटों पर मतदान है, लेकिन सियासी घमासान इनमें से चौथी सीट पर ही है। वोटों के गणित के अनुसार अगर क्रॉस वोटिंग नहीं हुई तो तीन सीटों पर नेशनल कॉन्फ्रेंस की राह आसान दिख रही है।
चौथी सीट पर नेकां और भाजपा दोनों के पास बहुमत का आंकड़ा नहीं है। 28 विधायकों वाली भाजपा को यह सीट जीतने के लिए दो और विधायकों की जरूरत पड़ेगी। इस सीट पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सत शर्मा चुनाव मैदान में हैं। पीडीपी और कांग्रेस के खुलकर नेकां के पक्ष में आने से भाजपा की जीत पूरी तरह से क्रॉस वोटिंग या निर्दलीयों के वोट पर टिकी है।
राज्यसभा चुनाव के लिए जारी पहली और दूसरी अधिसूचना वाली दोनों सीटों के चुनावी नतीजों पर कोई बड़ी उलझन नहीं दिखती। इन दोनों सीटों पर जीत के लिए पहली वरीयता के 45-45 वोट चाहिए। फिलहाल जो समीकरण हैं उनके हिसाब से यह दोनों सीटें 41 विधायकों वाली नेकां आसानी से जीतती दिख रही है। बता दें कि सज्जाद लोन को छोड़कर राज्यसभा चुनाव में सभी विधायकों के वोट डालने की उम्मीद है। तीसरी अधिसूचना वाली दोनों सीटों पर जीत के लिए 30-30 वोट चाहिए। क्रॉस वोटिंग नहीं हुई तो इनमें से एक सीट नेकां आसानी से जीतती नजर आ रही है। इस अधिसूचना के तहत तीसरी सीट पर जीत के लिए वोटिंग के बाद नेकां के पास 11 विधायक चौथी सीट के लिए शेष रह जाएंगे। बता दें कि इस सीट पर पीडीपी ने नेकां के उम्मीदवार शम्मी ओबेरॉय को वोट देने के लिए समर्थन दिया है।

जज भी गलतियां कर सकते हैं: सुप्रीम कोर्ट

चंडीगढ़ में मकान कब्जा के मामले में शीर्ष अदालत ने अपनी भूल को किया स्वीकार

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। सर्वोच्च न्यायालय ने एक फैसले में अपनी भूल को स्वीकार करते हुए कहा कि न्यायाधीश भी गलतियां कर सकते हैं, क्योंकि वे भी मनुष्य हैं। न्यायालयों को गलतियां स्वीकार करने और यदि गलतियां हुई हों, तो उन्हें सुधारने से बिल्कुल भी नहीं कतराना चाहिए।
न्यायमूर्ति विक्रम नाथ और न्यायमूर्ति संदीप मेहता की पीठ ने कहा कि ‘एक्टस क्यूरी नेमिनम ग्रेवबिटÓ, जिसका अर्थ है कि न्यायालय के कार्य से किसी को कोई नुकसान नहीं होगा, भारतीय न्यायशास्त्र में दृढ़ता से अंतर्निहित सिद्धांत है और न्यायालय की ओर से हुई किसी त्रुटि, देरी या असावधानी के कारण किसी भी पक्ष को नुकसान नहीं होना चाहिए। सर्वोच्च न्यायालय ने स्वीकार किया कि उसकी ओर से एक चूक हुई थी, जिसमें उसने अपने फैसले में यह स्पष्ट नहीं किया था कि चंडीगढ़ में एक इमारत का कब्जा उसके द्वारा दी गई राशि प्राप्त होने पर सौंप दिया जाएगा। अपनी चूक का फायदा उठाते हुए, एक बेईमान वादी ने सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार 2 करोड़ रुपये का भुगतान किए जाने के बावजूद इमारत का कब्जा सौंपने से इनकार कर दिया। इस मामले में, वादी ने 1989 मेंसंपत्ति खरीदने के लिए सहमति दी थी, 25,000 रुपये की अग्रिम राशि का भुगतान किया था और संपत्ति पर कब्जा कर लिया था। लेकिन जल्द ही मुकदमेबाजी शुरू हो गई और संपत्ति का स्वामित्व उसे हस्तांतरित नहीं किया जा सका। 39 साल बाद, सर्वोच्च न्यायालय ने 1989 में दी गई 25,000 रुपये की बयाना राशि के बदले उसे 2 करोड़ रुपये का भुगतान करने का निर्देश देकर मुकदमे का अंत किया।

एमपी में 14 बच्चों की गई आंखों की रोशनी

प्रतिबंध के बावजूद खुलेआम बिकी कार्बाइड गन, 100 से ज्यादा अस्पताल में भर्ती

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
भोपाल। मध्य प्रदेश में ज़हरीली कफ सिरप से हुई जानलेवा मौतों के बाद, दिवाली के बाद स्थानीय स्तर पर बनी कार्बाइड गन के कारण बच्चों की आँखों की गंभीर चोटों में तेज़ी देखी गई है। ये पूरी तरह से सरकारी लापरवाही का मामला है।
इस घटना के बाद मप्र की मोहन सरकार व भाजपा विपक्ष व कांग्रेस के निशाने पर आ गई है। पिछले तीन दिनों में 150 से ज़्यादा बच्चों को आँखों की गंभीर चोटों के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया है, और 14 बच्चों की आँखों की रोशनी जा चुकी है। कई शहरों के अस्पतालों में विस्फोट से जुड़ी आँखों की चोटों के सैकड़ों मामले सामने आए हैं, जिनमें कई छोटे बच्चों को हमेशा के लिए आँखों की रोशनी जाने का खतरा है। रिपोर्ट के अनुसार, सबसे ज़्यादा प्रभावित क्षेत्र विदिशा ज़िला है, जहाँ 18 अक्टूबर को जारी सरकारी प्रतिबंध के बावजूद स्थानीय बाज़ारों में खुलेआम इन कच्ची कार्बाइड गन की बिक्री हो रही है। 150 से 200 में बिकने वाली ये नकली बंदूकें खिलौनों जैसी दिखती हैं, लेकिन बम की तरह फट सकती हैं, जिससे बच्चों के लिए गंभीर खतरा पैदा हो सकता है। अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि दिवाली के दौरान कैल्शियम कार्बाइड गन का इस्तेमाल करने के बाद भोपाल और पड़ोसी विदिशा जिले में 100 से ज़्यादा लोग अस्पताल में भर्ती हुए हैं, जिनमें से ज़्यादातर 8 से 14 साल के बच्चे हैं। राज्य की राजधानी के सरकारी अस्पतालों में लगभग 60 बच्चों का इलाज चल रहा है, जबकि 50 अन्य विदिशा में देखभाल कर रहे हैं। पुलिस अधिकारियों ने यह भी चिंता जताई है कि रिपोर्ट के अनुसार, इन अपरिष्कृत उपकरणों को स्थानीय मेलों और सड़क किनारे की दुकानों में बिना किसी सुरक्षा जाँच या नियमन के मिनी तोपों के रूप में खुलेआम बेचा जा रहा है, जबकि ये सार्वजनिक सुरक्षा, खासकर बच्चों के लिए गंभीर खतरा पैदा करते हैं।

 

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