गुजरात की सियासत में भूचाल, एक तस्वीर ने मचाई हलचल, कुछ बड़ा होने वाला है?
गुजरात राजनीति में भूचाल... एक तस्वीर ने मचा दी सियासी हलचल... कांग्रेस-बीजेपी के नेता आए साथ...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः गुजरात की राजनीति में एक ऐसी तस्वीर सामने आई है.. जो सियासी हलचल मचा रही है.. बता दें कि 26 अक्टूबर को बनासकांठा जिले के देवदार में गुजरात क्षत्रिय ठाकोर सेना.. और समस्त ठाकोर समाज ने एक भव्य ‘महा स्नेह मिलन’ कार्यक्रम का आयोजन किया.. इस कार्यक्रम की सबसे बड़ी खासियत यह रही कि यहां भारतीय जनता पार्टी.. और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के बड़े-बड़े नेता एक ही मंच पर नजर आए.. कांग्रेस की सांसद गेनीबेन ठाकोर, BJP के मंत्री स्वरूपजी ठाकोर, विधायक अल्पेश ठाकोर, केशाजी चौहान और अमृतजी ठाकोर जैसे दिग्गजों ने हाथ मिलाकर समाज की एकता का संदेश दिया.. यह नजारा न सिर्फ समाजिक एकजुटता का प्रतीक था.. बल्कि गुजरात की सियासत में ठाकोर समुदाय की बढ़ती ताकत को भी दर्शाता है..
कार्यक्रम ठाकोर बोर्डिंग स्कूल के मैदान में हुआ.. जहां हजारों की संख्या में ठाकोर समाज के लोग जुटे.. मंच पर लाल-सफेद पर्दों के बीच नेताओं के अलावा जिला.. और तहसील स्तर के कई राजनीतिक और सामाजिक नेता भी मौजूद थे.. आयोजकों ने बताया कि यह स्नेह मिलन नया वर्ष (विक्रम संवत 2082) मनाने का हिस्सा था.. लेकिन इसका मुख्य उद्देश्य समाज में व्याप्त बुराइयों को जड़ से उखाड़ना था.. नशे की लत, पुरानी रीति-रिवाजों का अंधानुकरण और शिक्षा से दूरी जैसी समस्याओं पर खुलकर चर्चा हुई.. सभी नेताओं ने एक स्वर में ‘नशामुक्त, शिक्षित और संगठित’ बनने का संकल्प दिलाया.. पढ़ो-लिखो, एकजुट रहो..
गुजरात में ठाकोर समुदाय एक प्रमुख क्षत्रिय जाति है.. जो मुख्य रूप से उत्तर गुजरात के बनासकांठा, पाटण और साबरकांठा जिलों में बसा है.. आबादी के लिहाज से यह समुदाय करीब 10-12 प्रतिशत है.. और राजनीति में इसका प्रभाव हमेशा से मजबूत रहा है.. 2017 के विधानसभा चुनावों में अल्पेश ठाकोर ने अपनी क्षत्रिय ठाकोर सेना के बैनर तले कांग्रेस को समर्थन दिया था.. जिससे BJP को बड़ा झटका लगा था.. बाद में अल्पेश ठाकोर कांग्रेस में शामिल हुए.. लेकिन 2019 में उन्होंने इस्तीफा दे दिया.. वर्तमान में अल्पेश निर्दलीय विधायक हैं.. लेकिन ठाकोर समाज के युवा चेहरे बने हुए हैं.. वहीं, गेनीबेन ठाकोर कांग्रेस की वफादार सांसद हैं.. जो बनासकांठा से लोकसभा सदस्य हैं.. स्वरूपजी ठाकोर BJP के मंत्री हैं, जबकि केशाजी चौहान BJP विधायक हैं..
वहीं इस कार्यक्रम में इन नेताओं का एक साथ आना इसलिए सनसनीखेज है.. क्योंकि गुजरात की सियासत में ठाकोर वोट बैंक BJP के लिए चुनौती रहा है.. 2022 के विधानसभा चुनावों में ठाकोरों ने कई सीटों पर BJP को कड़ी टक्कर दी थी.. विशेषज्ञों का मानना है कि यह स्नेह मिलन आगामी स्थानीय निकाय चुनावों से पहले समाज को एकजुट करने की रणनीति हो सकती है.. एक वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक ने कहा कि यह सिर्फ स्नेह मिलन नहीं, बल्कि राजनीतिक संदेश है कि ठाकोर समाज पार्टियों से ऊपर है..
आपको बता दें कि सुबह शुरू हुए कार्यक्रम में सबसे पहले ठाकोर समाज के बुजुर्गों ने पारंपरिक पूजा-अर्चना की.. फिर मंच पर नेताओं का स्वागत हुआ.. वीडियो फुटेज में साफ दिख रहा है कि अल्पेश ठाकोर ने सबसे पहले मंच पर कदम रखा.. उसके बाद गेनीबेन ठाकोर और स्वरूपजी ठाकोर आए.. सभी ने एक-दूसरे को गले लगाया और हाथ मिलाया.. भीड़ में उत्साह का ठिकाना न रहा.. लोग तालियां बजा रहे थे और ‘ठाकोर जिंदाबाद’ के नारे लगा रहे थे..
कार्यक्रम की शुरुआत में आयोजकों ने समाज की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला.. ठाकोर सेना के अध्यक्ष अल्पेश ठाकोर ने कहा कि समाज में बदलाव की जरूरत है.. समय के साथ हम सब बदल चुके हैं.. लेकिन कुछ पुरानी आदतें अभी भी बाकी हैं.. नशा हमारा सबसे बड़ा दुश्मन है.. युवाओं से अपील है कि नशा छोड़ो, पढ़ाई पर ध्यान दो और एकजुट हो जाओ.. और उन्होंने एक बड़ा ऐलान किया अहमदाबाद के जीएमडीसी ग्राउंड पर ठाकोर समाज की राष्ट्रीय स्तर की बड़ी बैठक होगी.. जहां शिक्षा और एकता पर विस्तार से चर्चा होगी..
कांग्रेस सांसद गेनीबेन ठाकोर ने मंच पर आते ही सभी नेताओं की मौजूदगी पर खुशी जताई.. उन्होंने कहा कि मैं किसी पार्टी से ज्यादा अपने समाज की एकता के लिए काम करती हूं.. आज यहां देखकर दिल खुश हो गया.. लेकिन उनका एक बयान चौंकाने वाला था.. उन्होंने कहा कि अगर हम समाज में रीति-रिवाजों और नशे पर काबू पा लें.. तो डॉक्टर, पुलिसवाले और वकील जैसे तीन पेशों पर असर पड़ेगा.. क्योंकि ये बुराइयां ही इन पेशों को जन्म देती हैं.. गेनीबेन ने ‘फ्रेंडशिप पैक्ट’ जैसे कानूनों का भी कड़ा विरोध किया.. और उन्होंने कहा कि ये कानून समाज को कमजोर करते हैं.. हमें इनके खिलाफ एकजुट होकर लड़ना होगा..
BJP मंत्री स्वरूपजी ठाकोर ने समाज सुधार पर जोर दिया.. उन्होंने कहा कि सरकार समाज के विकास के लिए प्रतिबद्ध है.. लेकिन असली बदलाव समाज के अंदर से आना चाहिए.. नशामुक्ति अभियान में हम सबको साथ आना होगा.. विधायक केशाजी चौहान ने नशे को ‘समाज का सबसे बड़ा दुश्मन’ बताते हुए युवाओं से अपील की.. शिक्षा लो, राजनीति में मजबूत बनो.. एकजुट रहोगे तो कोई ताकत तुम्हें रोक नहीं सकती.. अमृतजी ठाकोर ने भी समाज की एकता पर बल दिया और कहा कि पार्टी की राजनीति से ऊपर उठकर समाज पहले..
कार्यक्रम के दौरान कई सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए.. स्थानीय कलाकारों ने ठाकोर लोकगीत गाए, जो समाज की गौरवगाथा पर आधारित थे.. आयोजकों ने बताया कि करीब 5,000 से ज्यादा लोग शामिल हुए.. जिसमें महिलाओं और युवाओं की अच्छी-खासी भागीदारी थी.. अंत में सभी ने संकल्प लिया.. नशा न छुएंगे, शिक्षा को प्राथमिकता देंगे.. और समाज को संगठित रखेंगे..
वहीं यह स्नेह मिलन गुजरात की सियासत के लिए एक बड़ा संकेत है.. ठाकोर समाज लंबे समय से BJP के लिए चुनौती रहा है.. 2017 में अल्पेश ठाकोर की सेना ने BJP को कई सीटों पर हराया था.. लेकिन अब, जब अल्पेश और गेनीबेन जैसे नेता एक मंच पर आ रहे हैं.. तो यह संकेत देता है कि समाज पार्टियां लांघकर अपनी ताकत दिखा रहा है.. राजनीतिक पंडितों का कहना है कि यह 2027 के विधानसभा चुनावों से पहले ठाकोर वोटों को एकजुट करने की कोशिश हो सकती है..



