सेना प्रमुख उपेन्द्र द्विवेदी बोले- ऑपरेशन सिंदूर में युवाओं की भूमिका मिसाल है
जनरल द्विवेदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान कई युवा अधिकारी, एनसीसी कैडेट, सिविल डिफेंस के सदस्य, ड्रोन टेक्नोलॉजी से जुड़े इंजीनियर और सोशल मीडिया पर सक्रिय युवा सबने अपने-अपने स्तर परयोगदान दिया है.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः यंग लीडर्स फोरम कार्यक्रम में भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी और कर्नल सोफिया कुरैशी ने युवाओं को संबोधित किया है. इस दौरान दोनों ऑफिसरों ने ऑपरेशन सिंदूर में युवाओं की भूमिका के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि देश के युवाओं ने हर दौर में अपनी हिम्मत और समर्पण से भारत को नई ताकत दी है.
भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने शुक्रवार को यंग लीडर्स फोरम में देश के युवाओं को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि यह पहली बार है जब यह कार्यक्रम युवाओं के लिए खास तौर पर एक “प्री-इवेंट” के रूप में आयोजित किया गया है. इस फोरम का मकसद है रिफॉर्म टू ट्रांसफॉर्म, यानी बदलाव के जरिए एक मजबूत, सुरक्षित और विकसित भारत बनाना.
इस दौरान ऑपरेशन सिंदूर में शामिल रहीं कर्नल सोफिया कुरैशी ने भी युवाओं को संबोधित किया. उन्होंने कहा, ऑपरेशन सिंदूर की वजह से युद्ध लड़ने के तरीके में एक बड़ा बदलाव आया है. इस ऑपरेशन ने साबित कर दिया है कि युवा सोच और नागरिकों की सक्रिय भागीदारी के बिना शांति और स्थिरता नहीं लाई जा सकती है. उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन ने मल्टी-डोमेन प्रिसिजन वॉरफेयर, फिफ्थ-जेनरेशन वॉरफेयर, आत्मनिर्भरता और तीनों सेनाओं के तालमेल के लिए भारत की ताकत को दुनिया के सामने साबित किया है.
भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने कहा कि भारत के इतिहास में ऐसे कई वीर रहे हैं जिन्होंने यह साबित किया कि उम्र कभी योगदान की सीमा नहीं होती. उन्होंने कहा कि देश के युवाओं ने हर दौर में अपनी हिम्मत और समर्पण से भारत को नई ताकत दी है. सेना प्रमुख ने हाल ही के ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कहा कि इस मिशन में देश के कई युवा शामिल रहे हैं.
जनरल द्विवेदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान कई युवा अधिकारी, एनसीसी कैडेट, सिविल डिफेंस के सदस्य, ड्रोन टेक्नोलॉजी से जुड़े इंजीनियर और सोशल मीडिया पर सक्रिय युवा सबने अपने-अपने स्तर परयोगदान दिया है. उन्होंने कहा,”भारत की युवा शक्ति और कुशल मानव संसाधन ही उसकी सबसे बड़ी ताकत हैं. उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे तकनीक, नवाचार और राष्ट्र निर्माण के हर क्षेत्र में आगे बढ़ें. देश का भविष्य युवाओं के हाथों में है और मुझे भरोसा है कि यह भविष्य सुरक्षित और उज्जवल है.”
जनरल द्विवेदी ने कहा कि यह नई पीढ़ी जेनरेशन Z (Gen Z) दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे जागरूक युवा आबादी है. यह पीढ़ी डिजिटल रूप से सक्षम, सामाजिक रूप से जागरूक और वैश्विक रूप से जुड़ी हुई है. यही भारत की सबसे बड़ी ताकत है. सेना प्रमुख ने युवाओं से आह्वान किया कि वे अनुशासन, तकनीकी ज्ञान और राष्ट्र के प्रति समर्पण के साथ आगे बढ़ें. हम वर्दी में जो लोग हैं, हम आप पर भरोसा करते हैं चाहे वह तकनीक का क्षेत्र हो, नवाचार हो या सामाजिक नेतृत्व का. आपकी ऊर्जा और दिशा ही भारत को नई ऊंचाई तक ले जाएगी.
वहीं कर्नल सोफिया कुरैशी ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आप वह पीढ़ी हैं जो एक विकसित भारत और तकनीकी रूप से संप्रभु राष्ट्र देखेंगी. इजराइल-हमास, रूस-यूक्रेन और अजरबैजान-आर्मेनिया जैसे संघर्षों में युवाओं ने बड़ी भूमिका निभाते दिखे हैं. युवाओं ने साइबर और सूचना जैसी तकनीक और कॉग्निटिव डोमेन में युद्ध नेतृत्व कर अपनी कौशल और ताकत का परिचय दिया है.



