राहुल गांधी ने मोदी पर बोला सीधा हमला, कहा- 56 इंच की छाती वाले डरपोक
बिहार में चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है, जहां कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः दोस्तों बिहार की राजनीति में इन दिनों चुनावी आग तेज हो रही है.. 6 और 11 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों के बीच, कांग्रेस नेता.. और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बेगूसराय में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए.. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जोरदार हमला बोला… राहुल ने मोदी के प्रसिद्ध ’56 इंच की छाती’ वाले बयान को निशाना बनाते हुए कहा कि सच्चाई ये है कि आदमी में कितना दम होता है.. वो छाती के साइज से नहीं पता लगता.. ऐसे भी लोग हैं जिनकी 56 इंच की छाती है, लेकिन वे डरपोक हैं.. यह बयान रैली में मौजूद हजारों लोगों के बीच जोरदार तालियों की गड़गड़ाहट लेकर आया.. राहुल का यह तंज न केवल मोदी की मजबूत छवि पर सवाल उठाता है.. बल्कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप.. और बड़े उद्योगपतियों जैसे अंबानी-अडानी के दबाव में झुकने का भी आरोप लगाता है..
बिहार के बेगूसराय जिले में यह रैली महागठबंधन की उम्मीदवार अमिता भूषण के समर्थन में आयोजित की गई थी.. बेगूसराय भाजपा का पारंपरिक गढ़ माना जाता है.. जहां भुमिहार समुदाय का दबदबा है.. यहां भाजपा के मौजूदा विधायक कुंदन कुमार फिर से चुनाव लड़ रहे हैं.. जबकि कांग्रेस की अमिता भूषण भुमिहार चेहरा होने के बावजूद कड़ा मुकाबला लड़ रही हैं.. जन सुराज जैसी नई पार्टियों ने भी यहां मैदान संभाल लिया है.. राहुल की रैली के बाद सोशल मीडिया पर यह बयान वायरल हो गया.. जहां कांग्रेस समर्थक इसे ‘सच्चाई का आईना’ बता रहे हैं.. तो भाजपा पक्ष इसे ‘नकारात्मक राजनीति’ कह रहा है..
राहुल गांधी का बिहार दौरा ‘जन-जन तक पहुंच’ अभियान का हिस्सा था.. सुबह ही वे बेगूसराय के एक तालाब पहुंचे.. जहां उन्होंने स्थानीय मछुआरों के साथ पारंपरिक तरीके से मछली पकड़ने की कोशिश की.. विकसशील इंसान पार्टी के नेता मुकेश साहनी.. जो महागठबंधन के डिप्टी सीएम फेस हैं.. और कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार भी उनके साथ थे.. राहुल ने जाल फेंककर मछली पकड़ी, लेकिन पानी में भीग गए.. मछुआरों से बातचीत में उन्होंने उनकी समस्याओं को सुना.. जैसे बाढ़ प्रभावित तालाबों की सफाई, सब्सिडी की कमी और तीन महीने के दुबले समय में आर्थिक मदद.. राहुल ने वादा किया कि महागठबंधन सत्ता में आया तो हर मछुआरा परिवार को 5,000 रुपये की मदद.. नदी-तालाबों का पुनरुद्धार और सब्सिडी स्कीम चलाएंगे..
वहीं इसके बाद दोपहर में रैली हुई.. भारी भीड़ के बीच राहुल ने मंच पर चढ़ते ही मोदी पर हमला बोला… और उन्होंने महात्मा गांधी का उदाहरण दिया कि महात्मा गांधी की छाती बड़ी नहीं थी.. लेकिन उन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य को ललकारा.. वे सुपरपावर के सामने नहीं डरे.. वहीं, कुछ लोग 56 इंच की छाती का दावा करते हैं.. लेकिन वे डरपोक हैं.. यह बयान मोदी के 2014 के लोकसभा चुनाव अभियान से लिया गया है… जब उन्होंने खुद को ’56 इंच की छाती’ वाला मजबूत नेता बताया था.. राहुल ने कहा कि छाती का साइज हिम्मत नहीं बताता.. हिम्मत दिल में होती है..
राहुल ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र किया.. जो मई 2025 में भारत-पाकिस्तान सीमा पर एक कथित सैन्य अभियान था.. और उन्होंने दावा किया कि ऑपरेशन सिंदूर चल रहा था.. तभी डोनाल्ड ट्रंप का फोन आया.. ट्रंप ने कहा ‘सिंदूर बंद करो’.. तो 56 इंच वाले घबरा गए.. दो दिनों में संघर्ष खत्म हो गया.. मोदी न केवल ट्रंप से डरते हैं.. बल्कि अंबानी-अडानी जैसे उद्योगपतियों से भी रिमोट कंट्रोल होते हैं..
राहुल ने 1971 के भारत-पाक युद्ध का उदाहरण देकर इंदिरा गांधी की तारीफ की.. अमेरिका ने इंदिरा को धमकाया.. लेकिन वे नहीं डरीं.. उन्होंने जो करना था, किया.. उन्होंने मोदी पर वोट के लिए कुछ भी करने का आरोप लगाया.. उन्हें कहो दो-तीन योगासन कर लो, वे कर लेंगे.. लेकिन चुनाव के बाद अडानी-अंबानी का रिमोट चालू हो जाता है.. जीएसटी और नोटबंदी को छोटे व्यापारियों को बर्बाद करने वाला बताया.. राहुल ने कहा कि हम छोटे कारोबार को बढ़ाएंगे.. आपके फोन और टी-शर्ट पर ‘मेड इन चाइना’ की जगह ‘मेड इन बिहार’ लिखवाएंगे..
रैली के अंत में राहुल ने शिक्षा पर जोर दिया.. महागठबंधन सत्ता में आया तो नालंदा जैसी यूनिवर्सिटी खोलेंगे.. जहां दुनिया भर के छात्र आएंगे.. बिहार को शिक्षा का हब बनाएंगे.. यह वादा बिहार के युवाओं को लक्षित था, जहां बेरोजगारी बड़ा मुद्दा है..
’56 इंच की छाती’ का जिक्र 2014 के लोकसभा चुनाव से जुड़ा है.. गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने लखनऊ की एक रैली में कहा था कि मुझे 56 इंच की छाती मिली है, जो देश की रक्षा करेगी.. यह बयान उनकी मजबूत राष्ट्रवादी छवि का प्रतीक बना.. लेकिन विपक्ष ने इसे कई बार निशाना बनाया.. राहुल गांधी ने 2019 और 2024 के चुनावों में भी इसे दोहराया.. खासकर राफेल डील, किसान आंदोलन और चीन सीमा विवाद पर भी हमला बोला..
2024 लोकसभा चुनाव के बाद, जब राहुल विपक्ष के नेता बने.. तो यह तंज और तेज हो गया.. ऑपरेशन सिंदूर पर यह पहली बार नहीं है.. मई 2025 में जब यह अभियान चला.. तो भाजपा ने इसे ‘सर्जिकल स्ट्राइक 2.0’ बताया.. लेकिन राहुल ने संसद में कहा था कि अमेरिकी दबाव से इसे रोका गया.. विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि निर्णय भारत के हित में था.. लेकिन राहुल का दावा विपक्ष की रणनीति का हिस्सा है.. भाजपा नेता इसे ‘राष्ट्रीय सुरक्षा पर सवाल’ बताते हैं.. जबकि कांग्रेस कहती है कि यह ‘सच्चाई’ है..
आपको बता दें कि बिहार विधानसभा के 243 सीटों पर चुनाव दो चरणों में हो रहे हैं.. एनडीए (भाजपा-जदयू) सत्ता में है.. नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं.. महागठबंधन (कांग्रेस-राजद-वामपंथी) विपक्ष में हैं.. जन सुराज (प्रशांत किशोर) नई ताकत है.. 2020 के चुनाव में एनडीए ने 125 सीटें जीतीं, महागठबंधन को 110 सीटों पर जीत मिली… बिहार में 40% युवा बेरोजगार है.. राहुल ने कहा कि मोदी-नीतीश ने बिहार के युवाओं को मजदूर बना दिया है… वहीं ऑपरेशन सिंदूर को एनडीए चुनावी हथियार बना रहा है.. पीएम मोदी ने कहा कि पाकिस्तान और कांग्रेस अभी भी सिंदूर से उबर नहीं पाए..



