राजस्थान में किसानों को लेकर मचा घमासान

  • कांग्रेस का भाजपा सरकार पर हमला, बीजेपी का भी पलटवार
  • गहलोत बोले-‘नकारी और निकम्मी सरकार से परेशान किसान
  • सरकार की कार्यप्रणाली गैरजिम्मेदाराना

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
जयपुर। राजस्थान में भाजपा और कांग्रेस सियासी बयानबाजी जारी है। पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने राजस्थान की भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि राज्य में किसानों को बीज, खाद और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं, जिससे वे बुरी तरह परेशान हैं। गहलोत ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा कि राज्य सरकार बुवाई के समय किसानों को बीज उपलब्ध नहीं करा पा रही है।
सिंचाई के लिए पानी और बिजली की भारी कमी है, वहीं डीएपी और यूरिया जैसी खादें भी किसानों को समय पर नहीं मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि किसान इस नकारा और निकम्मी सरकार के तहत पूरी तरह से त्रस्त हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीना पर निशाना साधते हुए गहलोत ने -मुख्यमंत्री दिल्ली के दौरे में व्यस्त हैं और कृषि मंत्री केवल दिखावटी छापेमारी करके सुर्खियां बटोर रहे हैं। उन्हें बताना चाहिए कि इन छापों के बाद कितनी एफआईआर दर्ज हुईं और कितने लाइसेंस रद्द किए गए? सरकार की गैरजिम्मेदाराना कार्यप्रणाली के कारण प्रदेश का किसान खून के आंसू रो रहा है। उन्होंने पहले भी अंता में एक सभा के दौरान कहा था कि वर्तमान प्रशासन निकम्मा और नकारा है। गहलोत ने कहा, यह वास्तव में कोई सरकार नहीं है- बिना पैसे कोई काम नहीं होता, विकास ठप है और विजऩ का अभाव है। यह टाइम-पास सरकार है, जहां न मुख्यमंत्री और न ही मंत्री निर्णय ले पा रहे हैं।

‘निकम्मा व नकारा’ गहलोत का पसंदीदा शब्द : लक्ष्मीकांत

वहीं भाजपा प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने पलटवार करते हुए कहा कि ‘निकम्मा-नकारा’ गहलोत का पसंदीदा शब्द है, जिसे वे अपने ही नेताओं के लिए भी इस्तेमाल कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि किसान आत्महत्या की घटनाएं तो गहलोत सरकार के समय ही सबसे ज्यादा हुईं। भारद्वाज ने दावा किया कि भजनलाल शर्मा सरकार अब तक की सबसे किसान हितैषी सरकार है, जिसने किसानों के हित में कई ठोस कदम उठाए हैं।

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