राहुल गांधी के खिलाफ ओपन चिट्ठी लिखने वाले निकले भाजपाई!
272 रिटायर्ड जजों और अफसरों को मिर्ची क्यों लगी है... क्यों उन्होंने राहुल गांधी के खिलाफ ओपन लेटर जारी किया है... क्योंकि इसके पीछे... गुजरात लॉबी का हाथ है....

4पीएम न्यूज नेटवर्क: दोस्तों… आखिरकार ज्ञानेश कुमार और भाजपा का रिश्ता खुलकर सामने आ गया है… खुद भाजपा के लोगों ने कबूल कर लिया है कि मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार उनके लिए काम करते हैं… दोस्तों… अब पता चला है कि आखिर राहुल गांधी के वोट चोरी के खुलासे से…
272 रिटायर्ड जजों और अफसरों को मिर्ची क्यों लगी है… क्यों उन्होंने राहुल गांधी के खिलाफ ओपन लेटर जारी किया है… क्योंकि इसके पीछे… गुजरात लॉबी का हाथ है…. जी हां दोस्तों… जिन 272 रिटायर्ड जजों और अफसरों ने यानी कि पूर्व नौकरशाह राहुल गांधी के खिलाफ मैदान में उतरे हैं…. वो मौजूदा समय में भाजपा के नौकर बने बैठे हैं…किसी के पति मोदी के मंत्री है… तो किसी पर सत्ता की दलाली से लेकर करप्शन के गंभीर आरोप है… आज इस वीडियो में हम इन लोगों की कुंडली खोलनी जा रही हूं… नमस्कार दोस्तों… मेरा नाम शिवानी पाण्डेय है….. और आप देखना शुरु कर चुके हैं… 4 पीएम
दोस्तों…कहते हैं न…. झूठा कितना भी छिपा लो… लेकिन छिपता नहीं है… एक दिन सच सामने आ ही जाता है… जब देश के 272 रिटायर हो चुके जजों और अधिकारियों ने… राहुल गांधी के खिलाफ ओपन लेटर जारी किया… तो एक मिनट के लिए लगा कि ज्ञानेश कुमार बहुत ईमानदार है… क्योंकि लेटर में 16 पूर्व जज… 123 सेवानिवृत्त ब्यूरोक्रेट और 133 रिटायर्ड सैन्य अधिकारियों के सिग्नेचर थे…
राहुल गांधी के आरोपों से इतना बेचैन हो उठे थे कि हाय…. इतना सीधा…. इतना निष्पक्ष…. इतना ईमानदार मुख्य चुनाव आयुक्त हैं… उस पर राहुल गांधी आरोप लगा रहे हैं… ये तो चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्थाओं की साख कमजोर करने की कोशिश है… इससे देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था में अनावश्यक अविश्वास फैलता है… और लोकतंत्र को नुकसान पहुंचता है… जो देशहित के खिलाफ है… लेकिन ये जो आरोप लगाने आए थे और जिस पर बीजेपी के नेता उछल रहे थे….
जरा ये बताएंगे इन लोगों का बीजेपी से क्यों क्नेक्शन निकलकर सामने आया है… दोस्तों… इसमें से एक नाम जरा पढ़ लीजिए….लक्ष्मी पुरी… ये केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी की पत्नी है… जिनकी राहुल गांधी के आरोपों से भावनाएं आहत हुई…. अब आप खुद अंदाजा लगाइए कि लक्ष्मी पुरी जो हरदीप पुरी की पत्नी है… और हरदीप पुरी बीजेपी के नेता है… क्यों भावना आहत हुई… मोदी जी के साथ दिख रही महिला कोई और नहीं… लक्ष्मी पुरी हैं…
दोस्तों… अब और देखिए… सुप्रिया श्रीनेत कैसे इन लोगों का असली चेहरा सामने लेकर आई है… सुप्रिया ने लिखा… 272 देश के नहीं… BJP के ‘प्रतिष्ठित’ सदस्य… इन सब लोगों ने BJP जॉइन की है… अब ये BJP सदस्य राहुल गांधी के खिलाफ पत्र लिख रहे हैं… बीजेपी ज्वाइन करने वालों में हैं… न्यायमूर्ति पी.एन. रविंद्रन… संजीव त्रिपाठी…पूर्व रॉ प्रमुख… अय्यर कृष्णा राव… पूर्व मुख्य सचिव आंध्र प्रदेश…. भास्वती मुखर्जी, पूर्व राजदूत… टी.पी. सेनकुमार,पूर्व DGP केरल… निर्मल कौर… पूर्व DGP झारखंड… बी.एच. अनिलकुमार…
पूर्व मुख्य सचिव कर्नाटक… भास्कर राव, पूर्व अतिरिक्त DGP कर्नाटका…. लेफ्टिनेंट जनरल डी.पी. वत्स… मेजर जनरल पी.सी. खरबंदा…. ये सभी अब भाजपा के हो चुके हैं… किसी की तस्वीर राजनाथ सिंह के साथ है… तो किसी की मोदी के साथ… तो किसी की उनके चाणक्य अमित शाह के साथ है… इन सभी को ज्ञानेश कुमार के लिए…. दिल इतना बेचैन हो उठा कि राहुल गांधी के खिलाफ ओपन लेटर जारी कर दिया…. अभी रुकिए दोस्तों… आगे और बड़े बड़े कारनामों का पर्दाफाश होने वाला है…
इनसे मिलिए… ये बी.के. सिंह हैं…. भारतीय वन सेवा के पूर्व अधिकारी हैं… आय से ज़्यादा संपत्ति के मामले में आरोपी हैं… लेकिन अपने अंदर झांकने के बजाय… अपने भ्रष्टाचार के जवाब देने के बजाय… राहुल गांधी के ख़िलाफ़ चिट्ठी लिखा हैं…
इनको देखिए… रमेश झालकी…. कर्नाटक के प्रधान सचिव थे… इनपर भी आय से ज़्यादा संपत्ति मामले का आरोप हैं…. इनके पास से 3.5 करोड़ रुपए की संपत्ति मिली…. आधा किलो सोना… दो घर… दो फ्लैट इनके पास मिला… 1 प्लॉट कहाँ से आया बताने के बजाय राहुल गांधी जी के ख़िलाफ़ मैदान में उतरे हैं… अब आप जस्टिस एस.एन. ढींगरा से मिलिए… इनके ऊपर कोर्ट द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षक के पद का दुरुपयोग करने का आरोप है… जिस निजी कंपनी के पर्यवेक्षक थे… वही कंपनी इनकी बेटी को 15 लाख रुपये महीने की तनख्वाह दे रही थी…
ये दीपक सिंघल है… जो उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव रह चुके हैं… ये 1500 करोड़ रुपए के गोमती रिवरफ्रंट घोटाले में आरोपी हैं…. सोचिए… जिस रिवर फ्रंट को अखिलेश यादव ने अपनी सरकार में बनवाया है…. जो आज लखनऊ की सुंदरता बढ़ाता है… महाशय उसके घोटाले में शामिल है… खुद करप्शन के मामले में शामिल है… लेकिन इनको राहुल गांधी से लोकतंत्र को खतरा महसूस हो रहा है…
अब इनसे मिलिए दोस्तों… एल.वी. सुब्रह्मण्यम… आंध्रप्रदेश में मुख्य सचिव रह चुके हैं.. APIIC-एमार रियल एस्टेट घोटाले में… इनके ख़िलाफ़ मुकदमा चल रहा है… यानी भ्रष्टाचार के आरोप में पूरी तरह से घिर हुए हैं… अब राम नारायण सिंह से मिलिए… इन्होंने भी ओपन लेटर पर साइन किया है… जो उत्तर प्रदेश के DGP पद से रिटायर चुके हैं…. अपने आपको बहुत संस्कारी मानते हैं… इनके घर से इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के छापे में… 3 करोड़ से तो ज़्यादा कैश बरामद हुआ था…
अब आपको मिलवाते हैं… ए.के. मोनप्पा से… कर्नाटक के पूर्व सचिव है… ये KPSC परीक्षा घोटाला और BDA म्यूचुअल फंड घोटाले में आरोपी हैं…. यानी खुद बड़े बड़े कांड करके बैठे हुए हैं… लेकिन आज इनको लग रहा है कि राहुल गांधी जो बार बार वोट चोरी का बम फोड़ रहे हैं… रोज एक नया खुलासा कर रहे हैं… ज्ञानेश कुमार की लंका लगा रहे हैं… उससे लोकतंत्र पर खतरा बढ़ता जा रहा है…
लेकिन दोस्तों… इन लोगों के अंदर इतनी हिम्मत नहीं है कि …. चुनाव आयोग से सवाल पूछे सके कि… आखिर ऐसा क्या दबाव बनाया जा रहा है कि एक के बाद एक…. बीएलओ खुद की जान दे रहे हैं… केरल, राजस्थान, मध्य प्रदेश में अब तक एक-एक बूथ लेवल ऑफिसर आत्महत्या कर चुके हैं… जय पुर में एक बीएलओ अधिकारी ने… एसआईआर की वजह से ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी… परिजनों का आरोप है कि SIR काम को लेकर… उन पर भारी दबाव था…. और उनके सुपरवाइजर उन्हें लगातार परेशान कर रहे थे…
जिसकी वजह से उसने मजबूर होकर…. ऐसा कदम उठाया है… ऐसा ही मामला पश्चिम बंगाल में हुआ है… 48 साल की एक महिला बूथ लेवल ऑफिसर ने आत्महत्या कर ली है… वजह वही बताई जा रही है कि…. एसआईआर की वजह उनपर प्रेशर था… प्रेशर के चलते उन्होंने अपनी जान दे दी… केरल, राजस्थान और पश्चिम बंगाल के अलावा… गुजरात में भी BLO के तौर पर…. SIR का काम देख रहे टीचर…. अरविंद वाढ़ेर ने आत्महत्या कर ली थी… वजह SIR के काम से परेशान होने की बताई गई… मगर इन 272 हस्तियों को आंखों से ये सब नहीं दिख रहा है…
जबकि इन सब घटना को देखकर ममता बनर्जी ने… मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को कड़े शब्दों में एक लेटर लिखा…जिसमें उन्होंने इस काम को तुरंत रोकने के लिए कहा…साथ उन्होंने इसे अव्यवस्थित, दबाव डालने वाला और खतरनाक प्रोसेस बताया है… ममता बनर्जी ने लिखा कि जिस तरह से ये काम अधिकारियों और नागरिकों पर थोपा जा रहा है…वो न सिर्फ़ बिना प्लान के और अस्त-व्यस्त है…बल्कि खतरनाक भी है…बुनियादी तैयारी, सही प्लानिंग या साफ़ बातचीत की कमी ने…. इस प्रोसेस को गड़बड़ कर दिया है…उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर…. इस रास्ते को बिना देर किए ठीक नहीं किया गया…तो सिस्टम, अधिकारियों और नागरिकों के लिए इसके नतीजे ऐसे होंगे, जिन्हें बदला नहीं जा सकता है…
अब सवाल उठ रहा है कि इन महान लोगों को…जिन्होंने राहुल गांधी के खिलाफ ओपन लेटर लिखा है… क्या ये सब नहीं दिख रहा है… ऐसा लगता है…. जैसे इनके आंखों पर सिर्फ राहुल गांधी के आरोपों…. और उनके वार को देखने का चश्मा लगा है… क्या इनको नहीं दिख रहा है कि एसआईआर की वजह से…. बीएलओ अपनी जान क्यों दे रहैं… एक खत ज्ञानेश कुमार को लिखकर भी पूछ लीजिए… कि क्या वजह है कि चुनाव आयोग की साख पर सवाल उठ रहे हैं… क्यों जाने जा रही है… लेकिन दोस्तों…. पूछेंगे क्यों… क्योंकि इनका क्नेक्शन भाजपा से निकलकर सामने आ चुका है… साफ है कि जो राहुल गांधी को जो चिट्टी लिखी गई है… वो चेतावनी नहीं बल्कि भाजपा का डैमेज कंट्रोल है…. ताकि पूरे देश को लगेगा कि राहुल गांधी लोकतंत्र को कमजोर कर रहे हैं… उनसे देश को खतरा है… लेकिन अब भाजपाईयों का असली चेहरा सबके सामने आ गया…



