पेशावर में अर्धसैनिक बल मुख्यालय पर हमला, 3 हमलावर ढेर, कई कर्मियों की मौत

अधिकारी ने आगे कहा, कानून-व्यवस्था बनाए रखने वाले कर्मी, जिसमें सेना और पुलिस शामिल हैं, ने क्षेत्र को घेर लिया है और स्थिति को सावधानी से संभाल रहे हैं क्योंकि हमें संदेह है कि मुख्यालय के अंदर कुछ आतंकवादी मौजूद हैं.

4पीएम न्यूज नेटवर्क: पाकिस्तान के पेशावर में अर्धसैनिक बल के मुख्यालय पर आत्मघाती हमलावरों ने भीषण हमला किया. इस ऑपरेशन में तीन हमलावरों को मार गिराया गया, लेकिन तीन सुरक्षाकर्मी भी मारे गए.

पाकिस्तान में अर्धसैनिक बल के मुख्यालय पर हमला हुआ. पुलिस के अनुसार सोमवार को पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी शहर पेशावर में अर्धसैनिक बल के मुख्यालय पर बंदूकधारियों ने हमला किया. सूत्रों ने रॉयटर्स को बताया कि यह परिसर, जो फ्रंटियर कांस्टेबुलरी अर्धसैनिक बल का मुख्यालय है, दो आत्मघाती बमबाजों के हमले का भी शिकार हुआ. हमले के फौरन बाद हमलावरों के खिलाफ ऑपरेशन चलाया गया. इस ऑपरेशन में सभी तीन हमलावरों को मार गिराया गया. अभियान के दौरान 3 कर्मियों की भी मौत हो गई.

कैसे हुआ हमला?
एक वरिष्ठ अधिकारी ने रॉयटर्स को नाम न बताए जाने की शर्त पर बताया, पहले आत्मघाती बमबाज ने कांस्टेबुलरी के मुख्य एंट्री गेट पर हमला किया और दूसरा बमबाज परिसर में घुस गया. अधिकारी ने आगे कहा, कानून-व्यवस्था बनाए रखने वाले कर्मी, जिसमें सेना और पुलिस शामिल हैं, ने क्षेत्र को घेर लिया है और स्थिति को सावधानी से संभाल रहे हैं क्योंकि हमें संदेह है कि मुख्यालय के अंदर कुछ आतंकवादी मौजूद हैं.

यातायात पर लगाई गई रोक
इस बल का मुख्यालय एक व्यस्त इलाके में मौजूद है, जो एक सैन्य छावनी के पास है. क्षेत्र के निवासी सफदर खान ने रॉयटर्स को बताया, सड़क पर यातायात के लिए रोक लगा दी गई है और इसे सेना, पुलिस और सुरक्षा कर्मियों ने घेर लिया है.

TTP के एक गुट ने ली जिम्मेदारी
पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन तहरीक‑ए‑तालिबान पाकिस्तान (TTP) के एक गुट जमातुल अह़रार ने पेशावर
में फ्रंटियर कांस्टेबुलरी मुख्यालय पर हुए आत्मघाती बम हमले की जिम्मेदारी ली है. हमले को इस समूह की खुलफा-ए-रशीदीन इष्टिशादी कांडक (Khulfa-e-Rashideen Ishtishadi Kandak) नामक आत्मघाती स्क्वॉड ने अंजाम दिया.

पहले भी हुए हमले
इससे पहले भी अर्धसैनिक बल के मुख्यालय के बाहर हमला हुआ है. इस साल की शुरुआत में, क्वेटा में अर्धसैनिक बल के मुख्यालय के बाहर एक कार बम विस्फोट हुआ. इस विस्फोट में कम से कम 10 लोग मारे गए और कई घायल हो गए. यह घटना क्षेत्रीय तनाव बढ़ने के बीच हुई थी.

3 सितंबर को क्वेटा में एक राजनीतिक रैली पर हुए आत्मघाती हमले में 11 लोग मारे गए और 40 से ज्यादा घायल हुए. यह हमला उस स्टेडियम के पार्किंग क्षेत्र में हुआ था, जहां सैकड़ों बलोचिस्तान नेशनल पार्टी समर्थक इकट्ठा हुए थे.

पाकिस्तानी बल बलोचिस्तान में लंबे समय से जारी विद्रोह से लड़ रहे हैं, जिसने 2024 में अब तक 782 जानें ली हैं. मार्च में, बलोच लिबरेशन आर्मी ने एक ट्रेन का अपहरण किया और छुट्टी पर रहे सैनिकों की हत्या कर दी. जनवरी से अब तक विभिन्न हमलों में 430 से ज्यादा लोग मारे गए हैं, जिनमें ज्यादातर सुरक्षा कर्मी हैं. इनमें बान्नू में 6 सैनिकों की भी मौत शामिल है.

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