हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए खाएं देसी थाली

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
भारत की थाली पोषक तत्व और फ्लेवर से भरपूर होती है। हमारी थाली में दाल, चावल, सब्जी, पूडिय़ां, अचार, सलाद और रायते को देखकर किसी के भी मुंह में पानी आ जाता है। यही कारण है कि भारत की पारंपरिक थाली को दुनिया के कई देशों ने स्वादिष्ट और पोषणयुक्त बताया है। हालांकि जब भारतीय थाली की बात आती है तो इसमें सिर्फ व्यंजनों का जिक्र होता है। कोई भी ये नहीं जानता है कि थाली में परोसे जाने वाले व्यंजनों का अनुपात क्या होना चाहिए, ताकि शरीर को सही मात्रा में पोषण मिल सके। आजकल बाजरा, जौ, रागी और अन्य देसी अनाजों का क्रेज फिर से बढ़ रहा है। शहरी और ग्रामीण दोनों ही इलाके इन पोषक तत्वों से भरपूर अनाजों को अपने आहार में शामिल कर रहे हैं। कई लोग अब गेहूं और चावल की जगह बाजरे की रोटियां, रागी की खिचड़ी और जौ का हलवा पसंद कर रहे हैं। ये अनाज न केवल शरीर के लिए फायदेमंद हैं बल्कि इन्हें पचाना भी आसान है। इसके अलावा, देसी अनाजों की खेती पर्यावरण के लिए भी बेहतर मानी जाती है। इसी वजह से अब पारंपरिक देसी थाली का महत्व बढ़ रहा है। पोषण और स्वाद दोनों के लिहाज से ये थाली हर उम्र के लोगों के लिए आदर्श बन गई हैं।
हृदय स्वस्थ्य रखे
जौ और बाजरे में ओमेगा-3 फैटी एसिड और सॉल्यूबल फाइबर होता है। ये खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और हृदय रोगों के जोखिम को घटाता है। रागी में कैल्शियम और आयरन की अधिकता होती है। ये हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने में मदद करता है और बच्चों के विकास के लिए लाभकारी है। यह दिल की धमनियों को स्वस्थ रखने के साथ फेफड़े को भी मजबूत बनाता है। साथ ही हार्ट अटैक से कोसों दूर रखता है। वहीं, यदि आप अस्थमा या सांस संबंधी किसी अन्य बीमारी से ग्रस्त हैं, तो अपनी डाइट में मोटे अनाज को जरूर शामिल करें।
वजन नियंत्रित करे
ज्वार, बाजरा, रागी (मडुआ), कंगनी, कुटकी, कोदो, सांवा और जौ जैसे अनाज आते हैं। इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन आदि जरूरी तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं। ग्लूटेन-फ्री बाजरा और रागी लंबे समय तक पेट भरा रखते हैं। ये अनावश्यक भूख को रोकता है और वजन नियंत्रित रखने में सहायक होता है।
पाचन सुधारे
फाइबर युक्त अनाज जैसे बाजरा और जौ, आंतों की गतिविधियों को दुरुस्त रखते हैं। ये कब्ज और गैस जैसी पाचन समस्याओं को रोकने में मदद करता है। बाजरा, जौ और रागी जैसे अनाज में कार्बोहाइड्रेट अच्छी मात्रा में होते हैं। ये धीरे-धीरे ऊर्जा रिलीज करते हैं, जिससे दिनभर शरीर को सक्रिय रखने में मदद मिलती है। मिलेट्स वजन कम करने में भी सहायक है। यदि आप वजन कम करने के लिए एक्सरसाइज व डाइट प्लान फॉलो कर रहे हैं, लेकिन बढ़ रहे वजन पर कोई खास फर्क नहीं पड़ रहा है, तो अपनी डाइट में श्री अन्न को जरूर शामिल करें।
त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद
सुंदर त्वचा और काले, लंबे-घने और सिल्की बालों की चाहत हर किसी की होती है। लेकिन धूल-प्रदूषण और बिगड़ती लाइफस्टाइल के कारण हमारे बालों त्वचा को काफी नुकसान पहुंचता है। इसके कारण वे रूखे व बेजान दिखाई देते हैं। इसलिए इनकी देखभाल करना बेहद जरूरी है। हालांकि, इन सबके अलावा, अगर आप अपनी डाइट पर ध्यान नहीं देंगे, तो आपकी सारी मेहनत पर पानी फिर सकता है। इसलिए हमें अपनी डाइट में शामिल अनाज, दालें और घी विटामिन ई, प्रोटीन और मिनरल्स प्रदान करते हैं। ये त्वचा को नर्म और बालों को मजबूत बनाता है। दालें और मोटे अनाज विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती हैं। ये तत्व शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं और संक्रमण से लडऩे में मदद करते हैं।


