कफ सिरप पर हंगामा घिर गयी योगी सरकार
यूपी विधानसभा शीतकालीन सत्र का पहला दिन

- विपक्ष ने किया तीखा प्रहार
- वंदे मातरम पर चर्चा के साथ अन्नपूरक बजट पेश करेगी योगी सरकार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा में शीतकालीन सत्र का पहला दिन भले ही कैलेंडर पर एक साधारण तारीख हो लेकिन दर हकीकत आज का दिन यूपी की राजनीति और शासन की जवाबदेही के बीच एक निर्णायक टकराव के रूप में इतिहास में दर्ज हो गया। आज से शुरू हुए यूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र में विपक्ष ने कफ सिरप मामले में योगी सरकार को घेर लिया। हालांकि सीएम योगी पूरी तैयारी के साथ आये थे और मीडिया से बातचीत में उन्होंने सपा पर माफियाओं से साठगांठ के आरोप लगा कर मामले को बैलेंस करने की कोशिश की। सत्र की शुरुआत होते ही विधानसभा सदन में कफ सिरप विवाद केंद्र बिंदु में आ गया और विपक्ष ने उस मुद्दे को इस कदर जोर से उठाया कि योगी सरकार अबतक की अपनी कार्रवाई की व्याख्या देने में असहज दिखी। जैसे ही सत्र शुरू हुआ विपक्षी सदस्यों की ओर से आवाजें उठने लगीं कि कफ सिरप तस्करी और उससे जुड़े मामलों में सरकार ने क्या किया, विपक्ष का आरोप था कि असली गुनाहगार अभी तक बचे हुए हैं। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के विधायकों ने कहा कि केवल बयानबाजी और जांच समितियां गठित करने से ज्यादा तत्काल, ठोस कदम उठाने की जरूरत है। सपा विधायक ब्रजेश यादव ने कहा कि कफ सिरप की तस्करी और वितरण के कारण बच्चों और कमजोर वर्ग के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ा है। यादव न केवल आंकड़ों का हवाला दिया बल्कि उन्होंने इस मुद्दे पर पूरे सदन का मिजाज ही बदल डाला। वह एक कस्टामाइज्ड कफ सिरप कटआउट साइकिल के साथ सदन पहुंचे थे। सपा, कांग्रेस और अन्य विपक्षी विधायकों का कहना रहा कि योगी सरकार ने इस मुद्दे को लेकर पर्याप्त पारदर्शिता और जवाबदेही नहीं दिखाई।
सरकार की असहजता और विपक्ष की दृढ़ता
योगी सरकार की ओर से सदन में कोई तत्पर, स्पष्ट और विस्तृत जवाब नहीं आया। सरकार की रणनीति में यह लगा कि सरकार इसे अति राजनीतिक द्रष्टि से देख रही है। इसलिए सकरार ने जवाब देने से पहले विचार की मुद्रा अपनाई। कई बार जब विपक्षी विधायकों ने अपने आरोपों को दोहराया तो सदन में व्यवधान और आवाज़ों का उभार इतना बढ़ गया कि अध्यक्ष को सदन शांत कराने के लिए नियमों का सहारा लेना पड़ा।
24 दिसम्बर तक चलेगा सत्र
उत्तर प्रदेश विधानमंडल का शीतकालीन सत्र आज 19 दिसंबर से 24 दिसंबर तक चलेगा। इस सत्र में दैनिक सत्रों के अलावा कई महत्वपूर्ण मुद्दों और विधायी कार्यों पर चर्चा होनी है। जिनमें अनुपूरक बजट पेश किया जाना अहम है। सरकार 22 दिसंबर को वित्तीय वर्ष 2025-26 का अनुपूरक बजट विधानसभा में पेश करेगी। यह बजट उन क्षेत्रों और योजनाओं के लिए अतिरिक्त संसाधन आवंटन का प्रस्ताव होगा जिनके लिए पहले बजट अपर्याप्त माना गया। इसके अतिरिक्त वंदे मातरम पर लंबी चर्चा प्रस्तावित है। वंदे मातरम् के 150वीं वर्षगाठ को लेकर सदन में पांच घंटे की विशेष चर्चा आयोजित होगी। यह बहस सांस्कृतिक ऐतिहासिक पहचान और राष्ट्रीय गीत के महत्व पर केंद्रित होगी। इसके अलावा सत्र में कई विधेयकों पर बहस के अलावा जनहित के मुद्दों पर भी चर्चा की संभावना है जैसे कानून-व्यवस्था, बेरोजगारी, एसआईआर और अन्य सार्वजनिक समस्याएं। विपक्ष ने कुछ मुद्दों को सत्र के एजेंडे में शामिल करने का दबाव भी बनाया है।
सपा को सीएम योगी ने घेरा
सीएम योगी आदित्यनाथ ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि इस पूरे मामले में राज्य सरकार ने सख्त कार्रवाई की है। पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत बड़े स्तर पर गिरफ्तारियां की हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इस अवैध तस्करी और माफिया नेटवर्क के तार समाजवादी पार्टी से जुड़े हुए हैं। सीएम योगी ने कहा कि यह कोई छिपी हुई बात नहीं है कि प्रदेश में सक्रिय हर माफिया के संबंध समाजवादी पार्टी से सामने आते रहे हैं।
दिवंगत विधायक सुधाकर सिंह को श्रद्धांजलि
सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित
यूपी विधानमंडल का शीतकालीन सत्र आज से प्रारंभ हो गया है। सदन की कार्यवाही के पहले दिन सपा के दिवंगत विधायक सुधाकर सिंह को श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय सहित सभी दलों के नेताओं ने राजनीति और समाज के लिए किए गए उनके योगदान को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके बाद सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। सत्र के पहले दिन मीडिया को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज से सदन की कार्यवाही शुरू हो रही है। 24 जनवरी को हमारे राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम पर चर्चा का आयोजन किया जाएगा। 24 जनवरी को यूपी का स्थापना दिवस भी है। हमने सर्वदलीय बैठक में विपक्षी दलों से चर्चा के लिए अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि सरकार हर विषय पर चर्चा के लिए और हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार है। सदन की कार्यवाही के पहले दिन नेता सदन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय सहित सभी दलों के नेताओं ने स्वर्गीय सपा विधायक सुधाकर सिंह के निधन पर समाज में दिये गए उनके योगदान को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी।




