दिल्ली के प्रदूषण पर नहीं थम रही रार
आप ने भाजपा पर फिर किया प्रहार

- आप ने वीडियो किया साझा
- हवा में जहर और सरकार हवाबाजी कर रही : भारद्वाज
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। प्रदूषण को लेकर आप व भाजपा में एक दूसरे पर वार-पलटवार अब भी जारी है। आम आदमी पार्टी ने ग्रेप-4 प्रतिबंधों के बावजूद कोंडली एसटीपी में एक ईंट कारखाने के संचालन का आरोप लगाया है, जिससे दिल्ली में वायु प्रदूषण की गंभीर चिंताएं बढ़ी हैं। सौरभ भारद्वाज और विधायक कुलदीप कुमार ने भाजपा सरकार पर प्रवर्तन में लापरवाही का दावा करते हुए संयंत्र को तुरंत बंद करने की मांग की, जबकि मंत्री मनिंदर सिंह सिरसा ने ग्रेप-4 के सकारात्मक प्रभावों पर जोर दिया। यह मामला दिल्ली के प्रदूषण नियंत्रण प्रयासों की प्रभावशीलता पर सवाल उठाता है।
आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने एक वीडियो साझा करते हुए आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार द्वारा जीआरएपी-4 के तहत कड़े प्रवर्तन के दावों के बावजूद, दिल्ली सरकार द्वारा संचालित कोंडली एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) के अंदर एक ईंट कारखाना चल रहा है और घना धुआं उगल रहा है। आप का दावा है कि यह वीडियो कोंडली विधायक कुलदीप कुमार द्वारा हाल ही में किए गए स्थल निरीक्षण के बाद जारी किया गया है। वीडियो साझा करते हुए, आप दिल्ली इकाई के प्रमुख सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया, जीआरएपी-4 के दौरान भी,दिल्ली में भाजपा सरकार के अधीन कोंडली एसटीपी के अंदर चल रहे ईंट कारखाने से उठते धुएं को देखिए। क्या सरकार और उसके मंत्री केवल जनसंपर्क और नौटंकी में व्यस्त हैं? क्या दिल्ली के लोगों और हवा की रक्षा की पूरी जिम्मेदारी केवल नागरिकों और विपक्ष की है? इस बीच, दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) परिसर के अंदर चल रहे ईंट कारखाने का निरीक्षण करने के बाद, कोंडली विधायक कुलदीप कुमार ने दावा किया कि एसएसपी प्राइवेट लिमिटेड का एक स्लज प्रबंधन संयंत्र उस स्थान पर कार्यरत है।
नियमों का खुलेआम हो रहा उल्लंघन: कुलदीप
कुलदीप कुमार ने आरोप लगाया, जीआरएपी-4 के तहत प्रतिबंध पूरे शहर में लागू हैं, फिर भी इस स्थान पर नियमों का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है। मैंने मौके पर मौजूद कर्मचारियों को फटकार लगाई और उन्हें संयंत्र को तुरंत बंद करने का निर्देश दिया। इस बीच, दिल्ली के मंत्री मनिंदर सिंह सिरसा ने सोमवार को कहा कि जीआरएपी-4 के तहत सख्त प्रवर्तन उपायों से सकारात्मक परिणाम मिले हैं, हालांकि पश्चिमी विक्षोभ के कारण राष्ट्रीय राजधानी में खराब मौसम की स्थिति बनी हुई है।
नियम तोड़ने वाले उद्योग होंगे सील : सिरसा
दिल्ली में प्रदूषण के खिलाफ सरकार की ओर से और सख्ती बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। 50 फीसदी वर्क फ्रॉम होम का पालन न करने वाली निजी कंपनियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। ऐसे कार्यालय सील किए जाएंगे। सरकार ने तय किया है कि सुविधाएं जरूरी हैं, लेकिन नियम मानना भी सबके लिए उतना ही अनिवार्य है। नियम तोडऩे वाले उद्योगों को अब राहत नहीं मिलेगी और गैर अनुपालन पर तुरंत सीलिंग होगी। सरकार ने हवा को साफ करने के लिए जो भी उपाय किए हैं, उसमें ढिलाई नहीं चाहती। पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि नो पीयूसी, नो फ्यूल नियम सख्ती से लागू रहेगा। अभी तक 2 लाख से अधिक वाहनों की पीयूसी जांची है और सर्टिफिकेट जारी किए हैं। इनमें से करीब 10 हजार वाहन उत्सर्जन मानकों पर खरे नहीं उतरे। पीयूसी व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए सभी केंद्रों को आधुनिक मशीनों से अपग्रेड किया जा रहा है। जांच में पारदर्शिता लाने के लिए थर्ड पार्टी सिस्टम लागू किया जा रहा है और परिवहन विभाग की टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं। एएनपीआर कैमरों में तकनीकी खामियों की शिकायतों पर मंत्री ने कहा कि परिवहन विभाग मामले को देख रहा है।



