विपक्ष ने अपराधियों को टिकट देकर दिखाया दहशत का ट्रेलर : केशव मौर्य
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के 159 प्रत्याशियों की लिस्ट को लेकर भारतीय जनता पार्टी हमलावर है। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने उस पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि उत्तर प्रदेश के स्थापना दिवस पर सपा ने उम्मीदवारों की सूची में यूपी के गौरव को धूल धूसरित करने वालों, अस्मिता का मान मर्दन करने वालों का नाम घोषित कर प्रदेशवासियों और उत्तर प्रदेश का अपमान किया है। वहीं भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने ने ट्विटर पर लिखा है कि लिस्ट नई, अपराधी वही। चुनाव में प्रत्याशी घोषित करने के लिए सपा मुखिया को धन्यवाद देते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अखिलेश यादव ने अपने समाजवादी दंगाराज, गुंडाराज, भ्रष्टराज के ब्रांड एंबेसडरों की सूची जारी कर दी है।
सपा के कई उम्मीदवार हैं, जिन पर मुकदमों की भरमार है। आज की सूची तो बस झांकी है, पूरी पिक्चर अभी बाकी है। प्रदेश में डर और दहशत फैलाने का इन्होंने ट्रेलर दिखाया है। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि कल बालिका दिवस पर भी इनकी सूची में दुष्कर्मी, महिलाओं और बच्चियों के साथ अपराध, यौन हिंसा करने वाले लोगों के नाम शामिल हैं। इन्होंने बहन-बेटियों को अपमानित करने वालों को टिकट देकर समाज विरोधी चेहरा दिखाया है। नाहिद हसन, अब्दुल्ला आजम, आजम खां, सुल्तान बेग, महबूब अली, असलम चौधरी, इरफान सोलंकी जैसे नाम बच्चे-बच्चे की जुबान पर हैं। गुंडों और अपराधियों को प्रत्याशी बनाना समाजवादी पार्टी की मजबूरी है।
पूर्व विधायक पूजा पाल ने की दूसरी शादी, फोटो वायरल
प्रयागराज। पूर्व विधायक पूजा पाल ने दूसरी शादी कर ली है। उनकी शादी का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल है। बता दें कि राजू पाल बसपा के टिकट पर माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ को 2004 में उप चुनाव में पटखनी देकर जीत हासिल की और विधायक बने थे। इस हार से अतीक अहमद व उसके भाई अशरफ तिलमिला उठे और राजू पाल की हत्या की साजिश रच डाला । 25 जनवरी 2005 को दिनदहाड़े धूमानगंज इलाके में राजू पाल की हत्या कर दी गई। राजू पाल ने चंद दिनों पहले ही पूजा पाल से विवाह किया था और हाथों में मेंहदी तक नहीं छूटी थी। पूजा पाल ने अपने पति की हत्या के मामले में अतीक अहमद व उसके भाई अशरफ समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने राजू पाल की पत्नी पूजा पाल को शहर पश्चिमी की सीट से उम्मीदवार बनाया। पूजा पाल ने सफेद साड़ी पहन जनता से राजू पाल के नाम की दुहाही मांग कर वोट मांगा और जनता ने पूजा पाल विधायक बना दिया। पूजा शहर पश्चिमी की जनता ने पूजा पाल को 2012 में एक बार फिर विधायक बना दिया। लेकिन 2017 में हार में हार का सामना करना पड़ा। 2019 लोकसभा चुनाव में सपा – बसपा गटबंधन से पूजा पाल को उन्नाव से प्रत्याशी बनाया लेकिन आधार कार्ड में पति का नाम राजू पाल लिखा था मगर पूजा पाल ने हरदोई के पूर्व विधायक बृजेश वर्मा से चोरी छिपे शादी कर ली थी जिसके चलते समाजवादी पार्टी ने टिकट काट दिया। ऐसे में पूजा पाल के शादी का फोटो व मैरिज सर्टिफिकेट सोशल मीडिया पर वायरल है। इस बारे में जब पूजा पाल से बात करने को कोशिश की गई तो फोन नहीं उठा।