राकेश टिकैत ने फिर कहा जारी रहेगा आंदोलन
लखनऊ। लखीमपुर खीरी के तिकुनिया गांव में हुई हिंसा में मारे गए किसानों के लिए घटना स्थल पर संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की ओर से अंतिम अरदास किया गया। जिसमें किसान नेता राकेश टिकैत, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, दीपेंद्र हुड्डा समेत कई नेता आए, लेकिन किसानों ने मंच पर किसी नेता को जगह नहीं दी।
कार्यक्रम के मंच पर केवल मृतक किसानों के परिजन और किसान संगठन के नेता ही रहे। इस दौरान किसान नेता राकेश टिकैत ने मंच से गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे और गिरफ्तारी की मांग दोहराई. टिकैत ने कहा कि आज किसानों की आखिरी प्रार्थना है, 3 अक्टूबर की दुखद घटना सभी ने देखी, नेट बंद होने से वीडियो बाद में आए. वीडियो न होता तो किसान दोषी माने जाते, सबने देखा कि मंत्री की गलती है, पहले ही धमकी दे चुके थे।
राकेश टिकैत ने कहा कि मंत्री के इलाके में दहशत है, हमारी मांग गलत नहीं है. हमारा आंदोलन गृह राज्य मंत्री की गिरफ्तारी और पद से हटाए जाने और आगरा जेल जाने तक जारी रहेगा. मंत्री के बेटे की गिरफ्तारी के बाद भी टिकैत ने इस पर असंतोष जताया।
उन्होंने कहा कि यह गिरफ्तारी रेड कार्पेट अरेस्ट है, गुलदस्ते पर आधारित रिमांड, कोई पुलिस अधिकारी गृह राज्य मंत्री के बेटे से पूछताछ करने की हिम्मत नहीं करता? माला डालने से कोई पूछताछ होती है? जब तक दोनों थानों में बंद कर पूछताछ नहीं कर ली जाती, तब तक जांच नहीं हो सकेगी. टिकैत ने आगे कहा कि 15 तारीख को पुतला दहन किया जाएगा, 18 अक्टूबर को सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक 8 घंटे रेल बंद रहेगी, 26 तारीख को बड़ी पंचायत लखनऊ में है. टिकैत ने किसान आंदोलन के बारे में कहा कि दिल्ली का आंदोलन जारी रहेगा, हमारा संघर्ष जारी रहेगा।