अब यूपी के विधायक खर्च कर सकेंगे पांच करोड़
- सीएम योगी ने 3 करोड़ से बढ़ाकर विधायक निधि 5 करोड़ की
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता सदन (मुख्यमंत्री) योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा सदस्यों की निधि सालाना 5 करोड़ रुपये करने की घोषणा की। मंगलवार को विधानसभा में मुख्यमंत्री ने विधायकों को तोहफा देते हुए जब विधायक निधि सालाना पांच करोड़ रुपये करने की घोषणा की तो करतल ध्वनि से सत्ता और विपक्ष के सदस्यों ने मेजें थपथपाकर उनका स्वागत किया। विधायक इस निधि को अपने निर्वाचन क्षेत्र के विकास कार्यों में खर्च करते हैं। विधायक निधि बढ़ाने की मांग काफी समय से हो रही थी। निधि बढ़ने से विधायक अपने-अपने क्षेत्र में ज्यादा विकास कार्य करा सकेंगे। इससे पहले दो बार सीएम योगी ने ही विधायक निधि बढ़ाया था। 2020 में विधायक निधि को दो करोड़ से बढ़ाकर तीन करोड़ किया गया था। इससे पहले 2019 में विधायक निधि डेढ़ करोड़ से 2 करोड़ की गई थी। कोरोना काल में विधायक निधि स्थगित कर दी गई थी। विधायक निधि (स्थानीय क्षेत्र विकास निधि) में बढ़ोतरी का लाभ विधान परिषद सदस्यों को भी मिलेगा। विधायक निधि बढ़ाने की मांग बसपा के उमाशंकर सिंह ने रखी। इससे पहले बजट चर्चा के दौरान कांग्रेस की आराधना मिश्रा समेत कई विपक्षी दलों के सदस्यों ने भी विधायक निधि पांच करोड़ बढ़ाये जाने की मांग उठाई थी। नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री की इस घोषणा का स्वागत करते हुए उनके प्रति आभार जताया और कहा कि सभी सदस्य इसमें बढ़ोतरी चाहते थे। मुख्यमंत्री ने उनके मन की बात मान ली। बताया जाता है कि हाल में हुई कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में मुख्यमंत्री के समक्ष यह मांग उठी थी। इस पर सीएम ने जल्द निर्णय लेने का भरोसा जताया था।
विधानसभा रक्षकों का पौष्टिक आहार भत्ता बढ़ा
प्रदेश विधानसभा के रक्षकों का पौष्टिक आहार भत्ता बढ़ा दिया गया है। अब उन्हें पुलिस कर्मियों की ही तरह 1875 रुपये का पौष्टिक आहार भत्ता मिलेगा। अभी तक विधानसभा रक्षकों का पौष्टिक आहार भत्ता 950 रुपए मिल रहा था। यह घोषणा संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने विधानसभा में की। उन्होंने सत्र के दौरान विधानसभा के स्टाफ में चतुर्थ श्रेणी कार्मिक से लेकर प्रमुख सचिव तक के मानदेय में भी 1000 रुपये की बढ़ोत्तरी की घोषणा की। अभी तक उन्हें 12500 रुपए का यह मानदेय मिला करता था जो अब बढ़ाकर साढ़े तेरह हजार रुपए कर दिया गया है।
जिनकी अपनी जमीन नहीं वो दूसरों की बात करते हैं : पल्लवी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले की सिराथू विधानसभा सीट पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को मात देने वाली पल्लवी पटेल ने सदन में उन पर जमकर हमला बोला। साथ ही उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जिनकी अपनी जमीन नहीं, वो दूसरों की जमीन की बात करते हैं। पल्लवी पटेल ने योगी सरकार पर कई तरह के आरोप लगाए। दरअसल, समाजवादी पार्टी की विधायक व अपना दल (कमेरावादी) की नेत्री पल्लवी पटेल सदन में अपनी बात रख रही थी। इस दौरान उन्होंने बजट को लेकर कहा कि यह केवल देखने में लुभावना है। यह देखने और सुनने में अत्यंत लुभावना है लेकिन धरातल और यथार्थ की कसौटी पर संदेहास्पद है। उन्होंने रोजगार, युवाओं और महिलाओं के मुद्ïदे पर सरकार को घेरते हुए कहा कि इस पर बजट में ध्यान नहीं दिया गया है। उन्होंने योगी सरकार पर आरोप लगाया कि इस बजट में धर्म के आधार पर भेदभाव किया गया है। उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि इस सरकार ने इस्लाम और ईसाईयों के लिए कुछ भी नहीं रखा है। पटेल ने कहा कि सरकार को इस बात पर ध्यान देना होगा कि बुद्ध, महावीर, नानक और कबीर इसी धरती पर पैदा हुए हैं।
योजनाओं की मदद से समाज को आगे बढ़ाना प्राथमिकता : मिथिलेश
लखनऊ। राज्यसभा सदस्य का प्रत्याशी बनाकर भारतीय जनता पार्टी ने मिथलेश कुमार को बड़ी जिम्मेदारी दी है। इसका अहसास उन्हें भी है। नामांकन के बाद उन्होंने कहा कि बरेली जिले से लेकर प्रदेश व केंद्रीय नेतृत्व ने उन पर जो भरोसा जताया है उसे कायम रखने का पूरा प्रयास करेंगे। मिथलेश ने बताया कि उन्होंने अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के उपाध्यक्ष के रूप में उन्होंने पूरे प्रदेश का भ्रमण किया। कई जगह अब भी समाज के लोग काफी पीछे हैं। केंद्र व प्रदेश सरकार अनुसूचित जाति जनजाति व गरीबी रेखा से नीचे रह रहे लोगों के लिए को नंबर एक पर लाने के लिए योजनाएं चला रही है। मिथलेश ने कहा कि इन योजनाओं की मदद से वह भी समाज के लोगों के उत्थान के लिए काम करेंगे। राज्यसभा का टिकट मिलने पर मिथलेश ने कहा कि वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना का जो आशीर्वाद मिला, उसका शब्दों में वर्णन नहीं कर सकते।
लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद, सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर का विशेष सहयोग रहा। जिले के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की भी खास भूमिका रही। वह भी जिले की जनता को अपनी प्राथमिकता में रखेंगे। पंजाब, बिहार, हरियाणा, मध्य प्रदेश में अपने समाज के लोगों के बीच जाकर काम करेंगे। मिथलेश कुमार के गांव अगौना बुजुर्ग में भी उत्साह का माहौल है। उनके सुबह से ही उनके आवास अगौना बुजुर्ग में कार्यकर्ताओं को पहुंचना शुरू हो गया। विधायक चेतराम, मिथलेश कुमार की पत्नी शकुंतला देवी समेत परिवार के अन्य सदस्य सुबह ही लखनऊ रवाना हो गए थे। मिथलेश को राज्यसभा प्रत्याशी बनाने पर देवेंद्र अवस्थी, अवनीश सैनी, महेश शर्मा, नौशाद खां, संजीव मिश्रा, केपी पांडेय, रिजवान खां, सुखविंदर सिंह समेत तमाम समर्थकों ने मिठाई बांटी।