एक्सप्रेस-वे पर हादसे में तेंदुए की मौत
मेरठ। मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस-वे पर टोल प्लाजा के पास मंगलवार रात कार की टक्कर से एक तेंदुए की मौत हो गई। तेंदुए ने तेज रफ्तार कार पर छलांग लगाई थी। कार से टक्कर के बाद तेंदुआ हवा में उछलकर एक्सप्रेस-वे की रेलिंग पर गिरा। मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
मौके पर पहुंची गाजियाबाद पुलिस और वन विभाग की टीम ने जांच-पड़ताल के बाद तेंदुए के शव को मोदीनगर वन रेंज भिजवाया। इस नर तेंदुए की उम्र करीब साढ़े चार साल बताई जा रही है।
मीडिया आ रही खबरों के अनुसार घटना के प्रत्यक्षदर्शी मेरठ के कारोबारी अखिल शर्मा ने बताया कि वह मंगलवार शाम वो दिल्ली की तरफ से बस में बैठकर मेरठ आ रहे थे। रात के लगभग 8.30 बजे थे। उनकी बस के आगे तेज रफ्तार कार जा रही थी। जैसे ही बस कलछीना गांव के पास पहुंची तभी रेलिंग की तरफ से एक वन जीव आ गया। वन जीव ने बस के आगे चल रही कार पर हमला बोला। लेकिन कार की स्पीड इतनी ज्यादा थी कि वन जीव कार की टक्कर से हवा में उछला और रेलिंग की तरफ जाकर गिरा।
वन जीव के टकराने के बाद फौरन वाहनों को इमरजेंसी ब्रेक लगाना पड़ा। राहगीर भी वाहन से उतरकर वनजीव को देखने लगे। पास जाकर देखा तो टकराने वाला जीव तेंदुआ था। जिसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। तेंदुए के आस-पास खून बिखरा पड़ा था। राहगीरों ने फौरन पुलिस को घटना की जानकारी दी। जबकि कार चालक तुरंत फरार हो गए। राहगीरों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और वन विभाग की टीम को जानकारी दी। वन विभाग की टीम द्वारा तेंदुए को मोदीनगर वन रेंज में लाया गया।
बता दें कि पिछले दो महीने से मेरठ में तेंदुआ लगातार देखा जा रहा है। जिसे अब तक वन विभाग नहीं पकड़ पाया है। 2 दिसंबर को टीपीनगर के ज्वालानगर में तेंदुआ दिखाई दिया था। गांधी बाग के पास आरवीसी सेंटर के पास दिखाई दिया था। पिछले पांच दिनों में ही 3 बार तेंदुआ दिखा है। जागृति विहार के कीर्ति पैलेस में भी शुक्रवार की रात सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में तेंदुआ कैद हुआ। लखमी विहार और फिर बीडीएस स्कूल के पास तेंदुआ देखा गया।
एक्सप्रेस-वे पर हादसे में मरा हुआ तेंदुआ मेरठ में घूम रहा तेंदुआ माना जा रहा है। हालांकि वन विभाग अभी इस पर स्पष्ट नहीं हैं। माना जा रहा है कि तेंदुआ मेरठ के जागृति विहार में पिछले 3 दिन से घूम रहा था। वही तेंदुआ मेरठ से खेतों के जरिए एक्सप्रेस-वे की ओर गया हो। जिस तेंदुआ के पंजों के निशान जागृति विहार नाले के किनारे मिले थे, उसकी उम्र करीब पांच वर्ष बताई जा रही थी। जो तेंदुआ एक्सप्रेस-वे पर हादसे में मरा है, इसकी उम्र साढ़े चार साल के आस-पास मानी जा रही है। ऐसे में लगता है कि यह मेरठ वाला तेंदुआ हो सकता है।
वन संरक्षक गंगा प्रसाद ने बताया कि सडक़ दुघर्टना में मारे गए तेंदुए का बुधवार को मोदीनगर वन रेंज में पोस्टमॉर्टम किया जाएगा। बता दें कि मेरठ में शुक्रवार रात जागृति विहार के कीर्ति पैलेस के गार्ड रूम में लगे सीसीटीवी कैमरे में तेंदुआ दिखाई दिया था। शनिवार को उसके पदचिह्न काली नदी के पास जंगल की ओर देखे गए थे।
तेंदुए के एक्सीडेंट की सूचना राहगीरों ने पुलिस को दी। सूचना पर वन विभाग की टीम और पुलिस मौके पर पहुंची और लेपर्ड की डेडबॉडी को रेस्क्यू किया। गाजियाबाद एसडीओ सहित पूरी टीम मौके पर पहुंची। एसडीओ का कहना है कि वाहन से हिट के कारण लेपर्ड की मौत हुई है। प्रथम दृष्टया यही कह सकते हैं कि तेंदुआ एक्सप्रेस वे के किनारे खेतों से ही यहां तक पहुंचा है, बाकी जांच के बाद आगे कुछ कहा जा सकेगा।
डीएफओ राजेश कुमार ने बताया कि जागृति विहार से टीम को हटा लिया जाएगा। कैंट क्षेत्र में सोमवार को जो सूचना मिली थी, उसकी दिनभर जांच पड़ताल की गई। आरआरटीएस के कर्मचारियों से भी पूछताछ की, लेकिन तेंदुए से संबंधित कोई जानकारी नहीं मिली। उन्होंने बताया कि कैंट क्षेत्र में जंगल अधिक है। तेंदुए के यहां आने की संभावना अधिक है, इसलिए क्षेत्र में सभी 17 ट्रैप कैमरे और चार पिंजरे लगे रहेंगे। आरवीसी सेंटर और गुरुद्वारा के पास अधिक कैमरे और पिंजरे लगाए गए हैं।