दक्षिण से मोदी के खिलाफ मोर्चाबंदी में जुट गया विपक्ष
केजरीवाल-अखिलेश व वामपंथी नेताओं की रैली में मौजूदगी से दिखी विपक्षी एकजुटता
- तेलंगाना की रैली में जुटी लाखों की भीड़, केसीआर ने 2024 के लिये बनाया जबरदस्त प्लान
- हैदराबाद और रैली स्थल को अखिलेश यादव के साथ पोस्टरों से पटा गया
- विपक्ष के बड़े नेताओं को एक मंच पर लाकर दिये केसीआर ने मजबूत तीसरे मोर्चे के संकेत
- दिल्ली-केरल-पंजाब के सीएम तेलंगाना मुख्यमंत्री केसीआर के मंच पर एक साथ आए नजर
- समाजवादी, वामपंथी और केजरीवाल का साथ आना दे रहा है बड़ा सियासी संकेत
- 2024 में दिल्ली की घेराबंदी के लिए जुटा गया है गैर-कांग्रेस भाजपा विपक्षी खेमा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
हैदराबाद। तेलंगाना में सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की खम्मम की जनसभा में विपक्षी एकजुटता दिखाई दी। इस जनसभा में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब सीएम भगवंत मान, केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन, समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और भाकपा नेता डी राजा भी शामिल हुए।
तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) का नाम बदलकर बीआरएस किए जाने के बाद यह पहली सार्वजनिक जनसभा है। इस कारण ये जनसभा राजनीतिक लिहाज से महत्वपूर्ण है। इसके अलावा रैली में गैर कांग्रेस-भाजपा विपक्षी दलों आप, सपा और वामपंथी पार्टियों के नेताओं का एक साथ एक मंच पर नजर आना भविष्य के बड़े सियासी संकेत दे रहा है। एक तरह से देखा जाए तो पीएम मोदी के खिलाफ दक्षिण से दिल्ली की मोर्चोबंदी में यह तमाम दल जुट गए हैं। इसके साथ ही देश में तीसरे मोर्चे की सुगबुगाहट तेज हो गयी है। केसीआर ने इस रैली से दक्षिण से मोदी के खिलाफ 2024 के लिए बिगुल फूंक दिया।
केसीआर ने रचा इतिहास : संतोष
जनसभा में शामिल होने आए सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए राज्यसभा सदस्य संतोष कुमार ने कहा कि तेलंगाना की भूमि पर आज सीएम केसीआर एक इतिहास रच रहे हैं। जिस तरह गरीबों और असहाय करोड़ों लोगों की मद्द तेलंगाना में की गयी है, वो यह साबित करने के लिये काफी है कि तेलंगाना सरकार कितना शानदार काम कर रही है।
केसीआर ने कहा, देश तालिबान जैसे हालात देखेगा
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा और कहा कि अगर वे लोगों को बांटते रहे तो देश तालिबान और अफगानिस्तान जैसी स्थिति देखेगा। राव ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि अगर हम धार्मिक असहिष्णुता को बढ़ाते रहे और लोगों को विभाजित करते रहे, तो यह सब एक नरक में बदल जाएगा और हम इस देश में तालिबान और अफगानिस्तान जैसी स्थिति देखेंगे।
कांग्रेस से दूरी और केसीआर के साथ अखिलेश-केजरीवाल
केसीआर की आज की रैली के बाद से देश में लोकसभा चुनाव 2024 से ठीक पहले तीसरे मोर्चे की सुगबुगाहट तेज हो गई है। तेलंगाना से निकलकर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोडऩे की कोशिशों में जुटे तेलंगाना में सत्तारूढ़ बीआरएस यानी भारत राष्ट्र समिति के प्रमुख केसीआर विपक्षी दलों को एकजुट करने में जुटे हैं। कांग्रेस से दूरी के बाद केसीआर के साथ सपा मुखिया अखिलेश यादव और आप संयोजक अरविन्द केजरीवाल का आना इस बात को पुख्ता कर रहा है।