मेघालय विस चुनाव: कांग्रेस ने उठाया खराब हेल्थ सेवाओं का मुदï्दा
नई दिल्ली। मेघालय में कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ नेशनल पीपुल्स पार्टी महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा करने में नाकाम रही है। पार्टी ने कहा है कि शिशु एवं मातृ मृत्यु दर सूचकांक के मामले में राज्य का प्रदर्शन बहुत खराब है। चुनावी राज्य में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की मीडिया समन्वयक बबीता शर्मा ने कहा कि एनपीपी ने 2018 के चुनावी घोषणापत्र में मेघालय में महिलाओं को सशक्त करने का वादा किया था। लेकिन आंकड़े हमें कोई और ही कहानी बयां करते हैं।
उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रीय परिवार एवं स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएफएचएस-5: 2019-20) में राज्य में स्वास्थ्य प्रणाली की स्थिति का खुलासा हुआ है। 12 महीने से कम उम्र के सिर्फ 26 प्रतिशत बच्चों को ही टीकाकरण मिल पाता है।’ मातृ मृत्यु दर भी प्रति 100,000 पर 197 है और शिशु मृत्यु दर प्रति 1,000 शिशुओं के जन्म पर 34 प्रतिशत है। शर्मा ने कहा कि कोनराड संगमा के नेतृत्व वाली सरकार ने घोषणा की थी कि वह स्कूल छोडऩे की दर को कम करने के लिए कदम उठाएगी, लेकिन मेघालय के लिए 2019-20 में सकल नामांकन अनुपात बताता है कि राज्य सूची में अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर जैसे अन्य पूर्वोत्तर प्रदेशों से पीछे है। एआईसीसी नेता ने सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि मेघालय महिलाओं के खिलाफ अपराध को कम करने में भी नाकाम रहा है।
मेघालय में 60 विधानसभा सीटों पर 27 फरवरी को चुनाव होने वाले हैं और मतों की गिनती दो मार्च को होगी। बीजेपी इस बार सभी 60 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मेघालय के तूरा में चुनावी रैली की थी। उन्होंने कहा था कि नरेंद्र मोदी एकमात्र ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जो 51 बार नॉर्थ ईस्ट आए और क्षेत्र में विकास में मदद की। अमित शाह ने कहा कि राज्य में कुप्रबंधन और भ्रष्टाचार के कारण, 2022-23 में घाटा 1849 करोड़ रुपये था। यह मेघालय जैसे छोटे राज्य के लिए एक बड़ी राशि है। आरबीआई (भारतीय रिजर्व बैंक) की एक रिपोर्ट के अनुसार, मेघालय देश में सबसे धीमी गति से विकास कर रहा है। शाह ने रैली में कहा कि भाजपा को राज्य में एक मजबूत पार्टी बनाएं और हम भ्रष्टाचार खत्म कर देंगे।