तेजस्वी यादव ने चेन्नई में किया भाजपा पर हमला

पटना। बिहार के उपमुख्मयंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की निंदा करते हुए उसे मूल रूप से असामाजिक न्याय की सोच पर आधारित बताया और क्षेत्रीय दलों समेत एक जैसी सोच वाले सभी राजनीतिक दलों से 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का मिलकर मुकाबला करने की अपील की।
तेजस्वी ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के 70वें जन्मदिन पर द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में द्रमुक अध्यक्ष की प्रशंसा की और कहा कि उन्हें नेतृत्व का गुण दिवंगत द्रविडिय़न दिग्गज नेताओं- ई वी रामासामी ‘पेरियार’, सी एन अन्नदुरई और एम करुणानिधि जैसे नेताओं से विरासत में मिला है।
उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि मजबूत एवं प्रभावी नेतृत्व सामाजिक न्याय के मूल्यों के प्रति दृढ़ता से ही किया जा सकता है। इस समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी भाग लिया। तेजस्वी ने कहा कि खोखले वर्चस्व की राजनीति को केवल भारत के लोगों की सामूहिक इच्छाशक्ति से रोका जा सकता है। आपके द्वारा सामाजिक न्याय पर ध्यान केंद्रित करने और जातिगत भेदभाव का विरोध करने का असर आपके राज्य में मतदाताओं से प्रतिबिम्बित होता है। उत्तर भारत के दलों को यह लगातार सीखना चाहिए तथा सामाजिक न्याय एवं हाशिए के समुदायों से संबंधित मुद्दों को प्राथमिकता देनी चाहिए।
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार का मूल रूप से दृष्टिकोण असामाजिक न्याय है। तेजस्वी ने कहा कि हम ऐसे भारत के बारे में सोच भी नहीं सकते, जो हाशिए पर मौजूद लोगों को तिरस्कार की नजरों से देखता हो। तेजस्वी यादव के इस बयान को लेकर बिहार के बीजेपी नेताओं के भडक़ने की आशंका जताई जा रही है। सियासी जानकारों की मानें, तो तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया है। कोई भी पार्टी खुद को असामाजिक न्याय की सोच पर आधारित पार्टी कैसे मान सकती है। बीजेपी के ऊपर तेजस्वी का ये बड़ा हमला है। बताया जा रहा है कि इस बयान को लेकर बिहार विधानसभा में भी बवाल मचना तय है।

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