पीएम के प्रयास से फिर लौटा आयुर्वेद का दौर: योगी
मेरठ। मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में देशभर के 300 से ज्यादा आयुर्वेदाचार्य और 1200 छात्र-छात्राएं जुटे हैं। आयुर्वेद पर्व में सीएम योगी ने कहा कि कोरोना के समय में आयुर्वेद का महत्व सब समझ चुके हैं। अब यूपी में अपना आयुष विश्वविद्यालय भी है। मैंने एक दफा आयुर्वेद के 100 छात्रों से पूछा कि आयुर्वेद में क्यों आए, तो उन्होंने कहा एलोपैथी में प्रवेश नहीं मिला इसलिए मजबूरन आयुर्वेद में आए। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद की शिक्षा यानी डिग्री एक काम अनेक। एक डॉक्टर कई प्रकार से रोजगार पा सकता है।
आज आयुर्वेद डॉक्टर्स के लिए सरकारी नौकरी मौजूद है। वो चाहे तो हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोल सकता है। आयुष का चलन फिर बढ़ गया है। 9 साल में आयुर्वेद को बढ़ावा मिलने का श्रेय पीएम नरेंद्र मोदी को जाता है।
सीएम योगी ने डिप्टी राष्ट्रपति का अभिवादन करते हुए बोलना शुरू किया। कहा कि ये मेरठ की धरती है, महाभारत के रचनाकार की धरती है, यहीं हस्तिनापुर है जिसने महाभारत की नीव रखकर नया सृजन किया था। आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति अब दुनिया में छाने की स्थिति में हैं, इसका श्रेय पीएम मोदी को जाता है। उन्होंने कहा आयुर्वेद के विशेषज्ञों ने बहुत शानदार काम किया है। योगी ने मंच से देश के नामचीन वैद्यों का भी नाम लेते हुए कहा कि इन सभी वैद्यों का अनुकरणीय योगदान रहा है। कहा कि मेरठ के हकीम सैफुद्दीन का भी बेहतरीन काम रहा है, जिसे आज भी याद किया जाता है।
आयुष मंत्रालय द्वारा देशभर में आयुर्वेद के प्रचार के लिए आयुर्वेद पर्व मनाया जा रहा है। आयुर्वेद पर्व देश के 5 शहरों में होना है। इसमें उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक आयुर्वेद पर्व मनाया जा रहा है। इस तीन दिन के महासम्मेलन में वैज्ञानिक गोष्ठियों में विशेषज्ञ छात्र-छात्राओं के सवालों के जवाब देंगे। सम्मेलन के दूसरे दिन उत्तर प्रदेश सरकार के आयुष मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दया शंकर दयालु और विशिष्ट अतिथि आयुर्वेद यूनिवर्सिटी उत्तराखंड के वाइस चांसलर सुनील जोशी रहेंगे।
समापन में केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल आएंगे। महासम्मेलन में शामिल 50 आयुर्वेदिक कंपनियों को मंत्री पुरस्कृत करेंगे। संगठन के प्रदेश महामंत्री डॉक्टर बृजभूषण शर्मा के मुताबिक आयुष मंत्रालय हर साल देश में पांच महासम्मेलन आयुर्वेद पर्व के नाम से करता है। इसमें अब तक तीन हो चुके हैं। चौथा आयोजन मेरठ में प्रस्तावित है। महासम्मेलन में विशिष्ठ अतिथि आयुष मंत्रालय में सचिव पद्मश्री वैद्य राजेश कोटेचा और वैद्य मनोज नेसरी आयुष मंत्रालय में सलाहकार भी रहेंगे।
महासम्मेलन में महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार सिंह, पद्मश्री और पद्मभूषण राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री राज वैद्य देवेंद्र त्रिगुणा भी शिरकत करेंगे। राजस्थान की आयुर्वेद यूनिवर्सिटी जयपुर के वाइस चांसलर प्रोफेसर प्रदीप प्रजापति, गुजरात आयुर्वेद यूनिवर्सिटी जाम नगर के वाइस चांसलर मुकुल पटेल, बीएचयू के प्रोफेसर मनोरंजन साहू भी शामिल होंगे।
शल्य तंत्र विशेषज्ञ प्रोफेसर बी आर त्रिपाठी और यूनानी विशेषज्ञ डॉक्टर मुनीर अजमत दिल्ली आएंगे। वैज्ञानिक सत्र में नदियाद आयुर्वेद विश्वविद्यालय गुजरात के प्रोफेसर एसएन गुप्ता, अखिल भारतीय आयुर्वेद शिक्षण संस्थान के डीन प्रोफेसर महेश व्यास शिरकत करेंगे।
वहीं इस आयोजन से 2 किमी. दूरी पर वकीलों का प्रदर्शन चल रहा था। वकील मेरठ में हाईकोर्ट की बेंच बनाने की मांग के साथ सीएम योगी से मिलना चाहते थे। पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इसके बाद उन्होंने सडक़ पर बैठकर नारेबाजी शुरू की। वकीलों को समझाने के लिए एसपी सिटी और सीओ सिविल लाइन पहुंचे। फिलहाल उन्हें बस में बैठाकर पुलिस लाइन भेजा गया है। ये घटना मेरठ के कचहरी गेट अंबेडकर चोपले की है।