बच्चों के लिए सुरक्षित नहीं है गाजियाबाद
गाजियाबाद। गाजियाबाद में बीते दिनों मासूमों पर अपराध बढ़े हैं। यहां चार दिन के भीतर दो बच्चियों से रेप, दो बच्चों से कुकर्म और एक बच्ची की हत्या हुई है। चेन-मोबाइल स्नेचिंग की वारदातें एकाएक बढ़ गई हैं। ये स्थिति तब है, जब गाजियाबाद में पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम है।
4 दिन की प्रमुख घटनाएं
9 मार्च: लोनी इलाके के अशोक विहार में 7 साल के बच्चे से कुकर्म किया गया। उसके मां-बाप काम पर बाहर गए हुए थे। पड़ोस में रहने वाला 13 वर्षीय किशोर उसको टॉफी खिलाने का लालच देकर अपने घर ले गया और कुकर्म किया। पुलिस ने मामले में रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
10 मार्च : भोजपुर इलाके के एक गांव में एक बच्चे को उसके दो साथी बहला-फुसलाकर ट्यूबवैल पर ले गए। उसके मुंह में कपड़ा ठूंसकर कुकर्म किया। विरोध करने पर उसकी पिटाई की। पुलिस ने इस मामले में 13 और 15 साल के दो नाबालिग किशोर पकड़े हैं।
10 मार्च : लोनी थाना क्षेत्र के चिरौड़ी इलाके में राजमिस्त्री व उनकी पत्नी काम पर गए थे। 5 साल की बच्ची अकेली थी। 25 वर्षीय पड़ोसी युवक पीछे से घर में आया और बिस्किट खिलाने के बहाने बच्ची को अपने घर ले जाकर रेप किया। आरोपी सोनू गिरफ्तार है।
11 मार्च : इंदिरापुरम थाना क्षेत्र में एक बच्ची से दुष्कर्म की सूचना मिली। पता चला कि आरोपी भी तहेरा भाई है, जिसने दुष्कर्म के साथ अप्राकृतिक कृत्य भी किया है। पुलिस ने इस मामले में आरोपी राजेंद्र सिंह निवासी लोहिया नगर सिहानी गेट को रविवार को गिरफ्तार कर लिया है।
12 मार्च : टीला मोड़ थाना क्षेत्र में पंचशील कॉलोनी के पास झाडिय़ों में 4 वर्षीय बच्ची की लाश मिली। उसकी पहचान शिवानी उर्फ भुल्लो के रूप में हुई, जो अपने फूफा के पास रहती थी। वो 11 मार्च की शाम लापता हो गई थी। सिर और आंख के पास चोट के निशान हैं। हत्या करके शव फेंकने की आशंका है। हत्यारोपी कौन है, अभी पता नहीं चल सका है।
वहीं गाजियाबाद में लिंक रोड इलाके स्थित महराजपुर गांव से 7 साल का मिराज रविवार को घर के सामने पार्क में खेलते वक्त लापता हो गया। परिजनों ने उसकी खोजबीन की, लेकिन कुछ पता नहीं चला। रात को बच्चे के पिता मिनहाज ने लिंक रोड थाने पर पहुंचकर उसके अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया है। मिनहाज मूल रूप से बिहार में बेगूसराय जिले का रहने वाला है और गाजियाबाद में रहकर मजदूरी करता है।