संजय सिंह ने लगाये जल शक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह पर गंभीर आरोप

संजय सिंह ने लगाये जल शक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह पर गंभीर आरोपआप सांसद बोले, जल जीवन मिशन में हुआ बड़ा घोटाला, 100 रुपये का काम कराया जा रहा तीन सौ में, जांच की मांग

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क

लखनऊ। आप सांसद संजय सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बेहद करीबी जल शक्ति मंत्री डा. महेन्द्र सिंह पर गंभीर आरोप लगाये हैं। उन्होंने जल जीवन मिशन में घोटाले का खुलासा करते हुए इसे एनआरएचएम से बड़ा घोटाला करार दिया है। साथ ही उन्होंने इस मामले की जांच कराने की मांग की है। आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश के दो विभाग एक जल निगम तो दूसरा जल जीवन मिशन हैं। एक काम एक विभाग 100 रुपये में करा रहा है तो दूसरा विभाग 300 रुपये में करा रहा है। एक ठेकेदार माइनस 20-30 प्रतिशत में तो दूसरा माइनस प्वाइंट11, 12, 13, 14 प्रतिशत में काम कर रहा है। जल निगम परिसर में मिट्टी भराई 150 रुपये घन मीटर होती है तो महेन्द्र सिंह के विभाग में 500 रुपये घन मीटर में होती है। पम्प हाउस का निर्माण जल निगम ने चार लाख नौ हजार आठ सौ चौहत्तर रुपये में कराया वही काम जल जीवन मिशन ने 14 लाख 96 हजार में कराया। स्टाफ क्वार्टर का निर्माण जल निगम में 7 लाख 16 हजार तीन सौ 96 रुपये में कराया जा रहा है तो जल जीवन मिशन में नौ लाख 21 हजार 892 रुपये में कराया जा रहा है। उन्होंने दस्तावेजों को पेश करते हुए कहा कि साधारण मिट्टी की खुदाई 164 रुपये प्रति घन मीटर जल निगम द्वारा कराया जा रही तो जल जीवन मिशन में 198 रुपये प्रति घन मीटर में। मिट्टी की खुदाई कंकड़ के साथ जल निगम में 176 रुपये में कराई जा रही है वहीं जल जीवन मिशन में 230 रुपये प्रति घन मीटर में कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि डीआई पाइप 150 मिमी व्यास की 904 रुपये प्रति मीटर जल निगम में खरीदी जा रही है तो 1495 रुपये प्रति मीटर जल जीवन मिशन में खरीदी जा रही है। इसी तरह स्लोवस वाल्व 200 मिमी. व्यास का 8800 रुपये में जल निगम द्वारा खरीदा जा रहा है तो 27271 रुपये में महेन्द्र सिंह के विभाग द्वारा खरीदा जा रहा है। वाल्ववेक 150 मिमी व्यास का जल निगम द्वारा 6600 रुपये का खरीदा जा रहा है तो जल जीवन मिशन द्वारा 17604 रुपये में खरीदा जा रहा है। इसके अलावा आप सांसद ने ऐसे कई आंकड़ों को पेश करते हुए मामले की जांच कराने की मांग की है।

 

सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला

  • अब बेटियां भी दे सकेंगी एनडीए की परीक्षा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि महिलाएं राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) की प्रवेश परीक्षा में शामिल हो सकती हैं। जस्टिस संजय किशन कौल और हृषिकेश रॉय की खंडपीठ ने आज कुश कालरा द्वारा दायर याचिका में अंतरिम आदेश पारित किया। याचिका में महिला उम्मीदवारों को एनडीए परीक्षा में बैठने की अनुमति देने की मांग की गई थी। याचिका में कहा गया है कि महिलाओं को परीक्षा में न बैठने देना भारत के संविधान के अनुच्छेद 14, 15, 16 और 19 का उल्लंघन है। सेना के अधिकारी बारहवीं परीक्षा पास अविवाहित पुरुष उम्मीदवारों को ‘राष्ट्रीय रक्षा अकादमी एवं नौसेना अकादमी की परीक्षा में बैठने की अनुमति देते हैं लेकिन योग्य एवं इच्छुक महिला उम्मीदवारों को परीक्षा देने की अनुमति महज लिंग के आधार पर नहीं देते हैं। कोर्ट में याचिकाकर्ता का पक्ष सीनियर एडवोकेट चिन्मय प्रदीप शर्मा ने रखा।

विधायक रोमी साहनी ने राजीव को दी नयी जिंदगी

  • घुटनों के इलाज के लिए दी आर्थिक मदद, राजीव ने फेसबुक पर डाली मार्मिक पोस्ट, जताया आभार
  • विधानसभा पलिया के निवासी है राजीव, विधायक बोले, नौकरी भी देंगे

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क

लखनऊ। विधान सभा पलिया के विधायक रोमी साहनी ने राजीव कश्यप को एक बार फिर अपने पैरों पर खड़ा कर दिया। कश्यप का घुटना खराब हो गया था और वे महंगा इलाज नहीं करा सकते थे। इसकी जानकारी होते ही विधायक रोमी साहनी ने न केवल उनकी आर्थिक मदद की बल्कि लोहिया अस्पताल प्रशासन से उनके इलाज की जानकारी भी लेते रहे। इसका नतीजा यह हुआ कि राजीव अब पूरी तरह ठीक हो गए हैं। राजीव ने ठीक होने के बाद न केवल विधायक का अभार जताया बल्कि एक मार्मिक पोस्ट भी फेसबुक पर अपलोड की है। विधायक रोमी साहनी ने बताया कि युवक को घुटना खराब हो गया था। लोहिया अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। मैं वहां पहुंचा और उसकी 25 हजार रुपये की आर्थिक मदद की। तीन लाख रुपये मुख्यमंत्री कोष से उपलब्ध कराया। यही नहीं युवक के परिवार को यात्रा के लिये पांच हजार रुपये दिए। उसे नौकरी भी देंगे। वहीं राजीव कश्यप ने कहा कि विधायक जी ने अस्पताल में आकर हमारा हौसला बढ़ाया। विधायक जी ने भरोसा दिलाया कि वे हर संभव मदद करेंगे। हमारी आर्थिक स्थित दयनीय है यदि विधायक जी ने मदद नहीं की होती तो मैं आज अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो पाता। मैं त्रिपल सी टैली के साथ स्नातक हूं और बेरोजगार हूं। यदि विधायक जी हमें रोजगार देते हैं तो मैं उनकाआभारी रहूंगा।

सुनंदा पुष्कर मौत मामले में शशि थरूर बरी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क

नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में शुमार शशि थरूर को पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत मामले में बड़ी राहत मिली है। दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने शशि थरूर को पत्नी सुनंदा पुष्कर मौत मामले में लगाए गए दिल्ली पुलिस के आरोपों से मुक्त कर दिया। राहत मिलने के बाद शशि थरूर ने कहा है कि 7.5 साल से इस टॉर्चर और दर्द से गुजर रहा था। अब उन्हें बड़ी राहत मिली है। पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर को कि दिल्ली पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा-498 ए (पति या उसके रिश्तेदार द्वारा अत्याचार) और धारा-306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत आरोपी बनाया गया है। आरोप साबित होने पर मामले में 3 साल और 10 साल की सजा हो सकती है। गौरतलब है कि सुनंदा पुष्कर 17 जनवरी 2014 की रात दिल्ली के एक लग्जरी होटल के सुइट में मृत मिली थीं। जांच के बाद दिल्ली पुलिस आरोपपत्र तैयार किया था।

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